सरसों की पहली सिंचाई के समय सबसे ताकतवर खाद | मिलेगा 42% तेल और 15 क्विंटल उत्पादन
किसान साथियो गेहूं हो या सरसों दोनों ही रबी की फ़सलों में पहली सिंचाई का बड़ा ही महत्व है। इस समय की गई जरा सी लापरवाही आपके उत्पादन को अत्यधिक गिरा सकती है। जबकि सही समय पर पहली सिंचाई और संतुलित खाद की मात्रा आपके उत्पादन में चार चांद लगा सकते हैं। आज की रिपोर्ट में हम सिंचाई के सही समय और सही प्रक्रिया को जानेंगे। साथ ही अगर सरसों की बुवाई के समय किसी कारण से खाद में कमी रह गई हो तो उसकी पूर्ति करने के तरीके भी जानेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
सिंचाई का सही समय
किसान साथियो सरसों में पहली सिंचाई के सही समय को लेकर अक्सर असमंजस बना रहता है। इस असमंजस को दूर करना बहुत जरूरी है क्योंकि पहली सिंचाई सरसों के उत्पादन पर बहुत बड़ा प्रभाव डालती है। साथियो अगर समय के हिसाब से देखें तो सरसों की बुवाई के 25 से 35 दिन के बीच सरसों में पहली सिंचाई कर देनी चाहिए। लेकिन यह कंडीशन मिट्टी के हिसाब से बदल सकती है। साथियो अगर आपके खेती की मिट्टी रेतीली है तो इसमे नमी को स्टोर करने की क्षमता कम होती है इसलिए आपको सिंचाई थोड़ी पहले कर देनी चाहिए। अगर इस अवधि के दौरान आपको ऐसा लगता है कि आपकी सरसों के पौधे मुरझा रहे हैं या फिर कुलबुला गए हैं पौधों के पत्ते पीले पड़ रहे हैं या पौधों के तने पतले हो रहे हैं तो आपको 25-35 दिन का इंतजार नहीं करना और तुरंत सिंचाई कर देनी चाहिए।
पहली सिंचाई पर सरसों में कौन सी खाद डाले?
तो दोस्तो पहली सिंचाई के समय डाले जाने वाले खाद का भी उतना ही महत्व है जितना कि पहली सिंचाई का। सबसे पहले आपने यह देखना है कि बुवाई के समय आपने क्या क्या ड़ाला था। अगर किसी कारण से आप ने DAP या फिर सिंगल सुपर फास्फेट जैसी खाद नहीं डाला या फिर कम मात्रा में ड़ाला तो आप पहली सिंचाई के समय DAP, सिंगल सुपर फास्फेट, सल्फर और पोटाश इस समय दे सकते हैं। साथियो पहली सिंचाई के बाद सरसों की जड़ में फूट पड़ती है और यह सिंगल से कई जड़ों में फैलती है। तो दोस्तो DAP, सिंगल सुपर फास्फेट, सल्फर और पोटाश इन जड़ों के फूटाव में मदद करते हैं। साथियो अगर आपने बुवाई के समय DAP, सिंगल सुपर फास्फेट, सल्फर और पोटाश जैसे उर्वरक डाल दिए थे तो आपको इस समय आप केवल यूरिया और जिंक को डालना चाहिए। 50 किलो यूरिया और 21% वाला जिंक 10-15 किलो प्रति एकड़ काफी रहता है। जिंक को आप 20 किलो यूरिया में मिक्स करके सिंचाई से पहले डाल दें। बाकी 30 किलो यूरिया आप सिंचाई के बाद छिड़क दें।
पहली सिंचाई पर स्प्रे
दोस्तों सिंचाई के 4-5 दिन बाद आप अपनी सरसों में 19-19-19 या फिर 20-20-20 की स्प्रे कर दें। आप चाहे तो इसमें लिक्विड माइक्रो न्यूट्रिएंट मिला सकते हैं। NPK एक ताक़तवर स्प्रे है। यह सरसों के चौड़े पत्तों पर आसानी से बैठ जाएगा और पौधा धीरे-धीरे इसे ले लेगा। इस स्प्रे के बहुत ही शानदार परिणाम देखने को मिलेंगे।
गहरी सरसों से बचें
साथियो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरसों के दो पौधों के बीच की दूरी कम से कम एक फुट रखी जानी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि हम जानबूझकर सरसों की बुवाई गहरी कर देते हैं और पौधों के बीच में गैप काम रह जाता है। ऐसी परिस्थिति में गहरे पौधों को उखाड़ देना चाहिए। हम मानते हैं कि यह किसान साथियो के लिए एक मुश्किल काम है लेकिन अधिक उत्पादन लेने के लिए यह जरूरी है। सरसों गहरी लगने के कारण इसमें रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। सरसों का फूटाव भी ठीक से नहीं होता है। जिससे उत्पादन घट सकता है।
साथियो सरसों मे आगे क्या क्या करना है इस संबंध में हमारी वेबसाइट पर जानकारी समय समय पर दे दी जाएगी। अगर आपकी सरसों में कोई समस्या आ रही है तो आप हमने फ़ेसबुक या WhatsApp के जरिए बता सकते हैं।
नोटः दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इन्टरनेट के विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है। किसी भी सलाह को प्रयोग में लाने से पहले अपने नजदीकी कृषि सलाह केंद्र से सलाह जरूर ले लें
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।