माइको राजा या ह्युमिक एसिड | आपके गेहूं के लिए कोन सा है बेहतर | इस रिपोर्ट में जाने
माइको राजा या ह्यूमिक एसिड फसलों के लिए कौन है अधिक फायदेमंद, जानने के लिए पढ़िए यह रिपोर्ट।
किसान भाइयों, किसानों के लिए हर नई तकनीक या उत्पाद उनकी खेती की पैदावार और लागत को संतुलित करने में मदद करता है। आधुनिक खेती में उत्पादकता को बढ़ाने और मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए किसान साथी कई प्रकार के उत्पादों का अपनी फसल में उपयोग करते हैं लेकिन कई बार किसानों को उपयोग किए जाने वाले उत्पादों के बारे में सही जानकारी नहीं होती, जिस कारण किसान भाई उन उत्पादों का पूरा लाभ नहीं ले पाते और उनके द्वारा किया गया खर्च भी बेकार हो जाता है। आज हम ऐसे ही दो उत्पादों के बारे में चर्चा करेंगे जो कि किसानों के लिए फसल में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। फसल के लिए आवश्यक ऐसे ही दो उत्पाद ह्यूमिक एसिड और माइको राजा हैं। ह्यूमिक एसिड और माइको राजा जैसे जैविक उत्पादों का उपयोग फसलों की वृद्धि के लिए तेजी से बढ़ रहा है। यह दोनों उत्पाद पौधों की जड़ों के विकास के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण हैं लेकिन किसानों के सामने यह बड़ा सवाल होता है कि जड़ों के विकास के लिए कौन-सा उत्पाद बेहतर है। माइको राजा या ह्यूमिक एसिड? किससे जड़ों का विकास तेजी से होगा, और कौन-सा उत्पाद लंबे समय तक असर दिखाएगा? इन दोनों उत्पादों में अंतर और इनके उपयोग के तरीकों को समझने के लिए यह लेख तैयार किया गया है। इस लेख में हम दोनों की उपयोगिता, कार्य और दोनों में अंतर के बारे में चर्चा करेंगे जिससे आपको यह जानने में आसानी होगी कि आपकी फसल के लिए कौन सा उत्पाद अधिक फायदेमंद है। इस रिपोर्ट में हम इन दोनों उत्पादों को विस्तार से समझेंगे। सबसे पहले जानेंगे कि माइको राजा क्या है, यह कैसे काम करता है, और इसका उपयोग किस प्रकार करना चाहिए। फिर हम ह्यूमिक एसिड पर चर्चा करेंगे, उसके फायदे और सावधानियों को समझेंगे। अंत में, इन दोनों के बीच तुलना करेंगे ताकि आप समझ सकें कि आपकी फसल के लिए कौन सा उत्पाद सही रहेगा। तो चलिए शुरू करते हैं आज की यह रिपोर्ट।
माइको राजा क्या है
किसान साथियों, माइको राजा एक प्रकार का फंगस (कवक) है, जो पौधों की जड़ों में नैचुरल रूप से पाया जाता है। इसे पौधों की जड़ों से अलग कर वैज्ञानिक रूप से विकसित किया जाता है और पैकिंग के जरिए किसानों तक पहुंचाया जाता है। माइको राजा कोई उर्वरक (fertilizer) नहीं है, बल्कि यह पौधों की जड़ों के साथ एक सहजीवी संबंध (symbiosis) बनाता है। इसके अलावा आपको बता दें कि माइको राजा खुद भोजन नहीं बना सकता, इसलिए यह पौधों की जड़ों पर निर्भर करता है। पौधों से यह शर्करा (sugar) प्राप्त करता है और बदले में पौधों को फॉस्फोरस, जिंक, नाइट्रोजन, और अन्य पोषक तत्व उपलब्ध करवाता है, जो सामान्यतः पौधों की जड़ों तक नहीं पहुंच पाते। यह मुख्यतः दो प्रकार का होता है।
माइको राजा के प्रकार
एंडो माइको राजा
यह पौधों की जड़ों के अंदर और बाहर दोनों जगह फैलता है। यह जड़ों के अंदर गहराई तक जाकर पोषक तत्वों को पौधों तक पहुंचाने का काम करता है।
एक्टो माइको राजा
यह केवल जड़ों के बाहर कॉलोनी बनाता है और वहीं से पौधों को पोषक तत्व उपलब्ध कराता है।
माइको राजा कैसे काम करता है
माइको राजा पौधों की जड़ों के संपर्क में आते ही सक्रिय हो जाता है और अपनी कॉलोनी बनाता है। यह जड़ों के चारों तरफ जाली की तरह फैलता है और मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों और पानी को पौधों की जड़ों तक पहुंचाता है। इसके तीन मुख्य कार्य हैं:
वाइट रूट (खाने वाली जड़ें) को बढ़ावा देना।
न्यूट्रिशन अपटेक (मिट्टी में मौजूद फॉस्फोरस, जिंक और अन्य पोषक तत्वों को पौधों तक पहुंचाना)।
पानी का अपटेक, जो आवश्यकता पड़ने पर पौधों को पानी की कमी से बचाता है।
माइको राजा का उपयोग
किसान भाइयों, अगर आप अपनी फसल में माइको राजा का उपयोग करते हैं, तो इसे बीज बुवाई के समय या पौधों की शुरुआती अवस्था में उपयोग करें। लेकिन इसका उपयोग करते समय ध्यान रखें कि माइको राजा को केमिकल फर्टिलाइजर या फंगीसाइड के साथ इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि इनके साथ उपयोग करने से यह फंगस नष्ट हो सकता है। साथ ही आप इस बात का भी ध्यान रखें कि बाजार में बहुत से नकली उत्पाद आए हुए हैं, इसलिए आप पैकिंग की जांच सही प्रकार से करें।
माइको राजा के फायदे
किसान साथियों, माइको राजा फसल में लंबे समय तक असर करता है, जिसके कारण पौधों की जड़ों का विकास बेहतर होता है। यह फंगस मिट्टी की उर्वरा शक्ति को सुधारने में भी सहायक होता है। माइकोराइज़ा एक लाभदायक मृदा कवक है, जो पौधों के लिए कई फायदे पहुंचाता है। माइकोराइज़ा पौधों को फॉस्फोरस, नाइट्रोजन, और अन्य खनिज जैसे पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है। साथ ही माइकोराइज़ा पौधों को पानी अवशोषित करने में भी मदद करता है, जिससे सूखे में भी पौधे हाइड्रेट रहते हैं। इसके अलावा माइकोराइज़ा मिट्टी की संरचना में सुधार करता है और सूक्ष्मजीव गतिविधि को बढ़ाता है। माइकोराइज़ा वाले पौधों की प्रत्यारोपण सफलता, बिना माइकोराइज़ा वाले पौधों की तुलना में दोगुनी होती है। माइकोराइज़ा पौधों के फल और फूलों को अनुकूलित करता है। माइकोराइज़ा पौधों की जड़ों के साथ सहजीवी संबंध बनाता है। हाइफ़े या कवक की जड़ें, पौधों की जड़ों की तुलना में ज्यादा तेजी से और लंबी हो सकती हैं।
लेकिन इसके उपयोग में कुछ कमियां भी हैं:
यह फसल में धीमा असर करता है, जिसका असर फसल पर लगभग 25 से 30 दिन में दिखाई देता है।
इसका उपयोग ज्यादा तापमान या गलत भंडारण से करने पर फंगस मर सकता है।
इस फंगस का उपयोग स्ट्रांग फंगीसाइड के साथ नहीं किया जा सकता।
ह्यूमिक एसिड क्या है
किसान भाइयों, ह्यूमिक एसिड एक खनिज कार्बनिक पदार्थ है, जो मिट्टी में पाए जाने वाले डीकंपोज्ड पौधों और अन्य प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होता है। यह कई प्रकार और प्रतिशत में उपलब्ध होता है, जैसे पाउडर, लिक्विड, फ्लेक्स, और दानेदार फॉर्म। इसके उपयोग से पौधों की जड़ें गहरी होती हैं। यह मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों को बहने से रोकता है। ह्यूमिक एसिड मिट्टी में मौजूद अधुलनीय खाद को घोलकर पौधों को उपलब्ध कराता है। इसके अलावा यह पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को तेज़ करता है और मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाता है। ह्यूमिक एसिड का सबसे बड़ा महत्व इस बात से है कि यह फसलों पर अपना असर एक या दो दिन में ही दिखा देता है, जिससे पौधों की वृद्धि अचानक से तेज हो जाती है।
ह्यूमिक एसिड का उपयोग
किसान साथियों, आप ह्यूमिक एसिड को टॉनिक, कवकनाशी, अमीनो एसिड और किसी भी कीटनाशक के साथ मिलाकर स्प्रे कर सकते हैं, लेकिन इसे खरपतवार नाशक के साथ न मिलाएं। खरपतवार नाशक के साथ मिलने से फसल खराब हो सकती है। अगर इसके खास उपायों की बात करें तो 35 डिग्री से ऊपर तापमान होने पर इसका छिड़काव नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका असर फसलों पर कम दिखाई देता है। फसल में इसका उपयोग करने के लिए 98% प्रीमियम क्वालिटी का ह्यूमिक एसिड 1 केजी प्रति एकड़ के हिसाब से ड्रिप से दिया जा सकता है। अगर आप अपनी फसल में इसका उपयोग कर रहे हैं, तो ह्यूमिक एसिड को हर 20 दिन में दोहराएं ताकि फसल को निरंतर लाभ मिलता रहे। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे किसी भी फर्टिलाइजर या केमिकल के साथ उपयोग किया जा सकता है।
ह्यूमिक एसिड के फायदे
किसान भाइयों, अगर इसके फायदों की बात करें तो ह्यूमिक एसिड का असर फसल पर तुरंत दिखना शुरू हो जाता है। इसका सबसे बड़ा गुण यह है कि यह जड़ों को मजबूत और सक्रिय बनाता है। यह मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश जैसे पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाता है और मिट्टी को हेल्दी और बैलेंस बनाए रखता है। यह पौधों की रोग और कीट के प्रति प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। ह्यूमिक एसिड पौधों में विटामिन और खनिज सामग्री को बढ़ाता है। साथ ही यह बीजों के अंकुरण और व्यवहार्यता में वृद्धि करता है। इसके अलावा यह मिट्टी की गहराई और जल धारण क्षमता को बढ़ाता है। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आप इसकी प्रीमियम क्वालिटी का ही उपयोग करें। अगर प्रीमियम क्वालिटी का उपयोग न किया जाए, तो रिजल्ट उतना अच्छा नहीं मिलेगा।
माइको राजा और ह्यूमिक एसिड में अंतर
किसान भाइयों, अगर इन दोनों में अंतर की बात करें तो दोनों में ज्यादा बड़ा अंतर दिखाई नहीं देता। फसल में माइको राजा का असर 25-30 दिनों में दिखता है, जबकि ह्यूमिक एसिड 1-2 दिनों में। इसके अलावा माइको राजा लंबी अवधि की फसलों के लिए उपयुक्त है, जबकि ह्यूमिक एसिड कम अवधि की फसलों के लिए। अगर इन दोनों के कार्य की बात करें तो माइको राजा जड़ों के पोषण में मदद करता है, जबकि ह्यूमिक एसिड पौधों में तेज विकास सुनिश्चित करता है। ह्यूमिक एसिड रोग प्रतिरोधकता को तेजी से सुधारता है। क्योंकि इसमें रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है।अतः हम कह सकते हैं कि इन दोनों का चुनाव आपको फसल की अवधि और फसल के प्रकार को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए। फसलों में अपनी-अपनी जगह पर इन दोनों का ही योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप अपनी फसल की आवश्यकता के अनुसार इन दोनों उत्पादों का चयन कर सकते हैं।
नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।