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DAP की जगह किसान इस खाद का बढ़ा रहे उपयोग | जाने क्या है फायदे

DAP की जगह किसान इस खाद का बढ़ा रहे उपयोग | जाने क्या है फायदे
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किसान साथियो देश में फसलों की लागत कम करने और रासायनिक खादों पर निर्भरता घटाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश में डीएपी खाद की खपत में काफी कमी आई है। डीएपी खाद की कम खपत से न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत होगा बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने और एनपीके तथा लिक्विड नैनो यूरिया जैसे वैकल्पिक खादों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने हाल ही में सोयाबीन उपार्जन, खाद उपलब्धता और वितरण को लेकर एक समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य के किसानों को रबी सीजन में विभिन्न खादों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री का मानना है कि प्राकृतिक खेती और वैकल्पिक खादों का उपयोग करने से किसानों की आय बढ़ेगी और साथ ही मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहेगी। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

किसानों ने कोनसे खाद का सबसे ज्यादा उपयोग किया है 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में किसानों को डीएपी की जगह एनपीके और लिक्विड नैनो यूरिया का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाए, ताकि किसानों को इन उर्वरकों के फायदों की जानकारी मिले और देश की अन्य देशों पर निर्भरता कम हो सके। उन्होंने खरीफ 2024 के दौरान एनपीके के 45 प्रतिशत उपयोग पर खुशी जाहिर की, जबकि 2023-24 में इसका उपयोग केवल 26 प्रतिशत था। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले वर्ष खरीफ 2023 के दौरान 1.99 लाख मीट्रिक टन एनपीके का उपयोग हुआ था, जो इस साल खरीफ 2024 में बढ़कर 5.49 लाख मीट्रिक टन हो गया है। वहीं, पिछले वर्ष खरीफ 2023 में किसानों ने 8.57 लाख मीट्रिक टन डीएपी का इस्तेमाल किया था, जो इस साल खरीफ 2024 में घटकर 4.54 लाख मीट्रिक टन रह गया है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

मुख्यमंत्री ने उर्वरक की कालाबाजारी पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बैठक में उर्वरक की बढ़ती मांग के मद्देनजर कालाबाजारी, अवैध भंडारण और नकली उर्वरक निर्माण की संभावना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पुलिस का सहयोग लेकर उर्वरक की जांच और निरीक्षण को बढ़ाएं। कालाबाजारी करने वालों, मिलावट करने वालों, नकली उर्वरक बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उर्वरक के अवैध परिवहन को रोकने के लिए एक जिले से दूसरे जिले में उर्वरक के आवागमन पर लगातार नजर रखी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कालाबाजारी और अवैध कारोबारियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) जैसी सख्त कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और एनपीके तथा लिक्विड नैनो यूरिया के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने मालवा क्षेत्र में खाद की मांग को पूरा करने के लिए अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद के वितरण को सुचारू बनाने के लिए डबल लॉक केंद्रों पर अतिरिक्त बिक्री काउंटर खोलने के भी निर्देश दिए हैं।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।