सुबह को तेज शाम को मंदा, सरसों में अब आगे क्या? देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो सरसों के बाजार में इन दिनों भारी उठापटक चल रही है। एक ही दिन के कारोबार में आप भाव में तेजी और मंदी दोनों के रूझान देख सकते हैं। ओवर ऑल देखा जाए तो इसे ट्रेंड नहीं कहा जा सकता या फिर यूँ कहें कि बाजार नान ट्रेडिंग है। ऐसे में मार्केट की दिशा दशा को समझना काफी मुश्किल होता जा रहा है। सोमवार को विदेश में खाद्य तेलों के दाम घटने के बावजूद भी घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में सुधार देखने को मिला। सुबह के बाजार के मुकाबले शाम को बाजार हल्का कमजोर रहा। WhatsApp पे भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
ताजा मार्केट अपडेट
जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव लगातार दूसरे दिन हल्के से सुधरे थे, लेकिन सुबह का सुधार शाम तक होल्ड नहीं हो पाया। सुबह में सरसों के रेट 25 रुपये तेज होकर 7,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे , लेकिन शाम के सत्र में बढ़े भाव में ग्राहकी कमजोर देखी गई। और अंतिम भाव 6975 पर आकर स्थिर हो गए। घरेलू बाजारों की मजबूती को विदेशी बाजारों की कमजोरी ने लील लिया। सलोनी प्लान्ट पर भाव 50 रुपये तेज होकर 7550 तक गए थे लेकिन शाम को फिर से 50 कमजोर होकर 7500 पर बंद हुए। अन्य प्लांटों पर भी लगभग समान रुझान देखने को मिला है। जहां तक आवक का सवाल है सरसों की दैनिक आवक 3 लाख बोरी से बढ़कर 3.50 लाख बोरियों की हुई।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के भाव की बात करें तो हरियाणा की ऐलनाबाद सरसों का भाव 6475, भट्टू मंडी में सरसों रेट 6495, सिरसा मंडी सरसों का भाव 6425 और आदमपुर मंडी में सरसों का टॉप भाव 6680 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा । राजस्थान की मंडियों मे गजसिंहपुर में सरसों भाव 6371, अनूपगढ़ में सरसों का भाव 6466, रावला मंडी सरसों का रेट 6295, सादुलशहर सरसों भाव 6305, नोहर मंडी सरसों रेट 6500, गोलूवाला मंडी सरसों का प्राइस 6220, संगरिया में सरसों का भाव 5930, रायसिंहनगर में रायडा का भाव 6377, श्रीगंगानगर में सरसों का भाव 6536 और देवली मंडी में सरसों का रेट 6650 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। यह भी पढ़ें अन्य मंडियों के ताजा भाव
बाजार के जानकारों के अनुसार घरेलू बाजार में सुबह के सत्र में सरसों की कीमतों में सुधार आया था, लेकिन बढ़े भाव में शाम को ग्राहकी कमजोर हो गई । किसान साथियो विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी का रुख चल रहा है। जिससे जिसकी वज़ह से आयातित खाद्य तेल सस्ते हुए हैं। उधर चीन में भी कोविड 19 के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिस कारण लॉकडाउन का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में विदेशी में खाद्य तेलों की कीमतों में दो चार दिन तक बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
विदेशी बाजारों से अपडेट
विदेशी बाजारों की बात करें तो बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज BMD पर, फरवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के भाव 0.03 रिंगिट बढ़कर 3,851 रिगिट प्रति टन पर बंद हुए। उधर डालियान के सबसे सक्रिय सोया तेल अनुबंध में भी 1.28 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। जबकि इसके पाम तेल अनुबंध में 0.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि शाम को मार्केट में सुधार जरूर दिखा था। दोपहर के समय में इनमें क्रमशः 2 प्रतिशत और 2.38 प्रतिशत तक कमजोर हुए थे। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में भी सोया तेल की रेट में में 0.34 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। बासमती धान के ताजा भाव | Basmati Paddy Rate Today 21 November 22
घरेलू बाजार अपडेट
घरेलू बाजार की बात करें तो जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें तेज रही। सोमवार को कच्ची घानी एवं एक्सपेलर के भाव 7-7 रुपये तेज होकर भाव क्रमशः 1435 रुपये और 1425 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गए । सरसों तेल में उतार-चढ़ाव जारी है। किसान साथियो जैसा कि आप सबको पता है कि विदेशी तेलों में गिरावट बढ़ने के कारण सरसों तेल पर भी दबाव आता ही है। लेकिन जब जब भी अधिक स्टॉक न होने और सर्दी की मांग निकलने से बाजार सुधरने की कोशिश करता है, तभी उसे विदेशी बाजारों की कमजोरी नीचे खींच लेती है। सोमवार को चरखी दादरी लाइन पर सरसों तेल में स्थिर भाव पर कारोबार हुआ। हालांकि सरसों खल में मामूली मंदा रहा और भाव 10 रुपये कमजोर होकर 2640 रुपये प्रति क्विटल के स्तर पर आ गए। Aaj Ka Narma Ka bhav नरमा और कपास के ताजा मंडी भाव 21 november 2022
सरसों की आवक
सोमवार को सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि शनिवार को इसकी आवक तीन लाख बोरियों की हो हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 1.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 35 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 60 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 35 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 80 हजार बोरियों की आवक हुई
सरसो में आगे क्या
किसान साथियो कमजोर विदेशी संकेतो के अलावा सरसों की बढ़ती आवक से भी भाव पर दबाव बन रहा है। मंडी भाव टुडे का मानना है कि इस महीने के समाप्त होते होते आवक गिर सकती है। जिसके बाद बाजार थोड़ा उठ सकते हैं। लेकिन मोटे तौर पर सरसों में तेजी मन्दी विदेशी बाजारों की तेजी मंदी के हिसाब से ही चलने की उम्मीद है। बहुत बड़ी मंदी की संभावना सरसों में कम है व्यापार अपने विवेक से करें