Movie prime

बासमती के निर्यात में तगड़ा उछाल | बासमती धान में 5000 के रेट सम्भव | देखें बासमती तेजी मंदी रिपोर्ट

बासमती के निर्यात में तगड़ा उछाल | बासमती धान में 5000 के रेट सम्भव | देखें बासमती तेजी मंदी रिपोर्ट
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

किसान भाइयों पिछले दो साल से बासमती का बाजार फलफूल रहा है। इन सालों में किसानों को अच्छे उत्पादन के साथ साथ अच्छा भाव भी मिला है। यही कारण है कि बासमती की खेती पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और दिल्ली के अलावा मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी बासमती की खेती बढ़ने लगी है। बासमती के अच्छे उत्पादन और अच्छे भाव के कारण इस साल 2022-23 में बासमती चावल के निर्यात में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है

साथियो साल 2023 में विश्व भर में गैर बासमती चावल का उत्पादन घटा है। भारत में भी कुछ राज्यों में अच्छी बारिश ना होने के कारण मोटे चावल का उत्पादन घटा है। अनाज की कमी को देखते हुए हाल ही में सरकार ने गैर बासमती सफेद चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब देखने वाली बात यह है कि यह प्रतिबंध का बासमती चावल के भाव को किस प्रकार से प्रभावित करता है

क्या है मार्केट का माहौल
विशेषज्ञ का मानना है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा में इस वर्ष बासमती चावल का व्यापार अच्छा रहा है। चूंकि गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा है ऐसे में विदेशों में बासमती चावल की मांग बढ़ सकती है। इतना ही नहीं अमेरिका सहित अनेक देशों के स्थानीय लोगों में चावल खरीद को लेकर हड़कंप मचा हुआ है उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले वक्त में चावल की मांग बढ़ना स्वभाविक है

बासमती चावल का निर्यात कितना बढ़ा
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल बासमती चावल का निर्यात लगभग 26416 करोड़ का हुआ था वहीं इस साल यह व्यापार बढ़कर 38524 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2021 से  2022 में भारत में 39 लाख 48 हजार टन का बासमती चावल का निर्यात किया था जो इस बार लगभग बढ़कर 45 लाख 98 हजार टन से अधिक हो चुका है जो कि लगभग 6 लाख 5 हजार टन अधिक है

भारत में बासमती चावल की सबसे बड़े खरीदार इराक और सऊदी अरब हैं जो लगभग औसतन 2000000 टन की खरीद करते हैं इसके अलावा कुवैत, यमन, कतर, अमीरात, इराक, संयुक्त अरब, अमेरिकी, कनाडा, और हमारे पड़ोसी देश जैसे नेपाल, बांग्लादेश भी भारत से बासमती चावल आयात करते हैं

धान में 5000 के मिल सकते हैं भाव
किसान साथियों भारत सरकार द्वारा गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद से ही बासमती चावल के भाव में 10% तक की वृद्धि हो चुकी है। बासमती 1121 स्टीम जो कि कुछ दिन पहले 9000 से 9100 प्रति क्विंटल तक बिक रहा था अब वह 10600 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। जबकि बासमती 1718 स्टीम का रेट 8800 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 9900 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। चावल के इस भाव के देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आने वाले सीजन में किसानों को बासमती 1121 और 1718 धान के भाव 5000 के आसपास मिल सकते हैं। अन्य वैरायटी के भाव में भी इसी अनुपात में उछाल देखने को मिल सकता है।

WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट(Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।