Movie prime

धान बेचने से पहले ये रिपोर्ट जरूर देख लें - बासमती निर्यात रिपोर्ट 06 Nov 22

धान का भाव

धान बेचने से पहले ये रिपोर्ट जरूर देख लें - बासमती निर्यात रिपोर्ट

बासमती निर्यात को लेकर क्या है रुझान
किसान साथियो इस साल बासमती चावल के निर्यातक निर्यात मांग को लेकर काफी उत्साहित हैं। यही वज़ह है कि इस सीज़न में किसानो को मंडियों में बासमती धान के 12 से 24% अधिक भाव मिल रहे हैं। निर्यात को लेकर भी अच्छी खबरें बाजार में चल रही हैं। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के निर्यात को देखें तो अभी तक बासमती चावल के निर्यात में 11% की वृद्धि देखने को मिली है।  बासमती का सीजन अभी चल ही रहा है। किसान भर भर कर बासमती धान मंडियों में लेकर आ रहे हैं। ऐसे में किसान साथी जरूर जानना चाह रहे होंगे कि बासमती की डिमांड, सप्लाई और निर्यात का क्या स्टैटस है। इस रिपोर्ट में हम बासमती किसानों के लिए बासमती के बाजार में चल रही खबरों पर चर्चा करेंगे  WhatsApp पे भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों अगर शनिवार के बाजार को देखें तो बासमती की कीमतों में मिला जुला रुझान देखने को मिला। कुरुक्षेत्र मंडी में बासमती 30 नंबर के भाव 5221 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गए जबकि 1121 में भी मिला जुला बाजार देखने को मिला। पंजाब की फतेहगढ़ मंडी में 1121 धान का टॉप भाव ₹4330 प्रति कुंटल तक पहुंच गया। हरियाणा की ज्यादातर मंडियों में 1121 के भाव 4000 से लेकर ₹4250 प्रति क्विंटल की रेंज में रहे। सभी मंडियों के भाव जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

बढ़ती आवक का कितना असर
किसान साथियो अभी तक आवक को देखें तो इस सीज़न में अभी तक की धान की आवक पिछले साल के मुकाबले 20% तक ज्यादा है। अच्छी विदेशी डिमांड के चलते धान की आवक बढ़ने के बावजूद, मंडियों में खरीदारों में उन्माद देखा जा रहा है। कृषि मंत्रालय, एगमार्कनेट के अनुसार के पोर्टल के अनुसार अक्टूबर महीने में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश (जो देश के बासमती उत्पादन का 97 प्रतिशत हिस्सा रखते है) की मंडियों में बासमती धान की आवक  बढ़कर 13.51 लाख टन हो चुकी है जो पिछले वर्ष समान अवधि में 11.23 लाख टन थी। हरियाणा में आवक में तीन गुना से अधिक 2.65 लाख टन की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश में आवक 31% बढ़कर 8.72 लाख टन हो चुकी है । हालांकि पंजाब में 43 प्रतिशत की कमी के साथ 2.13 लाख की रही है। आम तौर पर, अधिक आपूर्ति के कारण कीमतों में गिरावट आती है, लेकिन इस बार बासमती में पिछले वर्ष की तुलना में 23.5 प्रतिशत अधिक भाव मिल रहे हैं। हालांकि नवंबर महीने में भावों में थोड़ी नरमी जरूर देखने को मिली है लेकिन डिमांड को देखते हुए बड़ी गिरावट की उम्मीद कम है। यह भी पढ़ें : क्या 5000 के ऊपर जायेंगे बासमती 1121 के भाव

निर्यात भाव में तेजी
एक निर्यातक के अनुसार, बासमती का निर्यात अब पुराने बड़े खिलाड़ियों तक सीमित नहीं रह गया है। क्योंकि कई नए लोग व्यापार में आ गए हैं और थोड़ा थोड़ा करके निर्यात कर रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले निर्यातक समझदारी दिखा रहे है इसलिए उधार की शर्तों को कड़ा किया गया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल कुछ देशों में खरीदारों द्वारा 2022 में भुगतान में चूक की गई थी। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) की सबसे हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बासमती चावल का निर्यात एक साल पहले के 19.46 लाख टन से बढ़कर 21.57 लाख टन हो गया। जबकि शिपमेंट का मूल्य 1.66 अरब डॉलर से 37 फीसदी बढ़कर 2.28 अरब डॉलर हो गया है। रुपये की गिरती कीमतों के कारण निर्यात डिमांड को सहारा मिला है। इसलिए बासमती चावल निर्यात प्राप्ति पिछले वर्ष के 853 डॉलर प्रति टन से बढ़कर इस वित्तीय वर्ष में बढ़कर 1,057 डॉलर प्रति टन हो गई है। यह भी पढ़ें : सरसों गेहूं ग्वार कपास आदि के ताजा भाव

रूपए की गिरती कीमत का सहारा
मुद्रास्फीति चक्र ने भी बासमती चावल निर्यात कीमतों को बहुत सहारा दिया है। जैसा कि आप सबको पता है कि मिडल ईस्ट के तेल उत्पादक देश प्रमुख बासमती चावल आयातक हैं। और फिलहाल उनकी अर्थव्यवस्थाएं अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। जब तक कोई अप्रत्याशित राजनीतिक गड़बड़ी नहीं हो या किसी प्रकार की टैरिफ बाधा को लागू नहीं किया जाए तब तक उम्मीद है कि बासमती का बाजार और परवान चढ़ सकता है। सरकार का कहना है कि वह उचित योजनाओं के साथ तैयार है और असामान्य घटनाओं के प्रभाव को कम करने के लिए प्रयासरत है।

धान रोके या बेचें
किसान साथियो बासमती का बाजार अनिश्चितता से भरा हुआ है। कोई भी राजनीतिक घटना बासमती के भाव को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में फिलहाल के भाव को देखा जाए तो बासमती में अच्छे भाव मिल रहे हैं। जिन किसान भाइयों के पास स्टॉक करने की अच्छी सुविधा नहीं है वह इन भावों पर अपना माल निकाल सकते हैं। लेकिन जो समृद्ध किसान रिस्क लेना चाह रहे हैं वह माल को स्टॉक करके रख सकते हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बासमती को लेकर फिलहाल अच्छा सेंटीमेंट बना हुआ है। हो सकता है कि कुछ दिनों तक मंडियों में धान की आवक का प्रेशर दिखाई दे लेकिन लंबे समय में अच्छे भाव मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सब कुछ अच्छा रहने की स्थिति में 1121 के भाव ₹4500 प्रति क्विंटल के पार जा सकते हैं । व्यापार अपने विवेक से करें।

हमें पूरी उम्मीद है कि इस रिपोर्ट में आपको 2022 में धान का रेट क्या रहेगा? यूपी में धान का भाव क्या है? भारत में धान का रेट कितना है? 1121 धान का भाव क्या है? आदि  सवालों के जवाब मिल गए होंगे इसके अलावा 1718 धान का भाव today 2022, धान का भाव Today 2022, Taj धान का भाव Today 2022, 1121 धान का भाव today 2022, 1718 धान का भाव today 2022 dabra, 1718 धान का भाव today 2022 aligarh, 1692 धान का भाव Today 2022, 1509 धान का भाव today 2022 की जानकारी के लिए mandibhavtoday.net पर जाएँ