क्या नरमा और कपास के भाव में तेजी लौटेगी | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो भारतीय कपास निगम (CCI) ने 2024-25 सीजन में किसानों से 94 लाख गांठ से अधिक कपास की खरीद की है और मिलों को बिक्री शुरू कर दी है। हालांकि, बाजार में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमत होने के कारण पहले दिन मिलों ने खरीद में कम रुचि दिखाई। मिलर्स कपास की गुणवत्ता पर भी ध्यान दे रहे हैं, जिससे निगम को स्टॉक बिक्री में कठिनाई हो सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि निगम ने तेलंगाना सहित कई स्थानों पर अधिक नमी वाले कपास की खरीद की है। निगम ने खरीदे गए कपास की बिक्री शुरू कर दी है, लेकिन पहले दिन की बिक्री धीमी रही। मिलर्स और व्यापारी सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले कपास खरीदने के प्रति सतर्क हैं, क्योंकि निगम का बिक्री मूल्य मौजूदा बाजार मूल्य से अधिक है। इसलिए, मिलर्स उच्च कीमत देने के बजाय सर्वोत्तम कपास खरीदने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिससे पहले दिन की बिक्री अपेक्षा से धीमी रही। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे |
मिलों को निगम कितनी में गांठें बेच सका है
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, निगम ने कपास के लिए 54,000-55,500 रुपये प्रति कैंडी (356 किलोग्राम) का न्यूनतम बिक्री मूल्य तय किया था, जबकि बाजार में इसकी कीमत 52,500-54,000 रुपये प्रति कैंडी के बीच थी। सूत्रों के अनुसार, निगम ने बुधवार को कुल 6,02,300 गांठें (170 किलोग्राम प्रति गांठ) बिक्री के लिए पेश कीं, जिनमें नई और पुरानी दोनों प्रकार की कपास शामिल थी। हालांकि, मिलें केवल 6,800 गांठें खरीदने में सफल रहीं, जबकि व्यापारियों ने केवल 300 गांठें ही खरीदीं। इससे पता चलता है कि निगम द्वारा निर्धारित मूल्य बाजार मूल्य से अधिक होने के कारण कपास की बिक्री में कमी आई।
एमएसपी से भी नीचे बिक रही है कपास
कपास निगम ने किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। निगम ने 7,521 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 94 लाख गांठ से अधिक कच्चे कपास की खरीद की है। यह खरीद किसानों को उनकी उपज का सही दाम सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। हालांकि, बाजार में कम मांग के कारण कीमतें अभी भी एमएसपी स्तर से नीचे बनी हुई हैं, जिससे किसानों को कुछ चिंता हो सकती है। कपास निगम ने विभिन्न राज्यों में खरीद केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें तेलंगाना में 40 लाख गांठ से अधिक, महाराष्ट्र में 28 लाख गांठ से अधिक और गुजरात में 11 लाख गांठ से अधिक की खरीद शामिल है। यह खरीद किसानों को उनकी फसल बेचने के लिए एक विश्वसनीय विकल्प प्रदान करती है, खासकर जब बाजार की कीमतें अस्थिर होती हैं। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
मंडियों में क्या मिल रहे है भाव
अनूपगढ़ मंडी में नरमा भाव ₹ 7220 रहा। बरवाला मंडी में ₹ 7151, श्रीविजयनगर मंडी में ₹ 7070/7095, फतेहाबाद मंडी में ₹ 7070, कलावाली मंडी में ₹ 7050, हनुमानगढ़ मंडी में ₹ 6850/7055, सिरसा मंडी में ₹ 7000/7160, आदमपुर मंडी में ₹ 7000/7060, संगरिया मंडी में ₹ 7000, भूना मंडी में ₹ 6900, जुलाना मंडी में ₹ 6850 रहा। कपास का भाव राजकोट मंडी में ₹ 6000/7370, अमरावती मंडी में ₹ 7000/7325, अहमदनगर मंडी में ₹ 7100, सिरसा मंडी में ₹ 6800/6850, फतेहाबाद मंडी में ₹ 6900 रहा। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे |
आगे क्या रहा सकता है भाव
भारतीय कपास निगम (CCI) के पास वर्तमान में कपास का सबसे बड़ा भंडार है। 2024-25 के विपणन सत्र के लिए कुल बाजार आवक 219 लाख गांठों को पार कर गई है, जबकि कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CAI) ने 2024-25 की फसल का आकार 301.75 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया है। निगम के लिए मौजूदा बाजार दरों पर इस स्टॉक को बेचना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि खरीदार कपास की गुणवत्ता और कीमतों के बारे में सतर्क हैं। अगर नरमा और कपास का ट्रैंड देखे तो दिन प्रति दिन भाव घटता ही जा रहा है क्योकि मिलर्स खरीदने में कम रूचि दिखा रहे है जिससे भाव डाउन होता जा रहा है जब तक कोई डिमांड नहीं आएगी तब तक भाव बढ़ने की उम्मीद कम नजर आ रही है बाकि व्यापार अपने विवेक से करे
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।