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2025 में सोयाबीन में कब तक मिलेगा 5000 का रेट | जाने सोयाबीन की तेजी मंदी रिपोर्ट में

2025 में सोयाबीन में कब तक मिलेगा 5000 का रेट | जाने सोयाबीन की तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियों सोया तेल का बाजार धीरे-धीरे सुधार की ओर बढ़ रहा है। कांडला में सोया तेल का भाव 1180 रुपये के स्तर पर स्थिर रहने की संभावना है, जबकि 1250 रुपये के स्तर पर इसमें तेजी आ सकती है। हालांकि, फिलहाल खुदरा बाजार में मांग कम है, लेकिन उम्मीद है कि जनवरी के पहले सप्ताह से इसमें सुधार होगा। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोया तेल के भाव में आने वाले बदलाव अमेरिका में जैव ईंधन नीतियों पर निर्भर करेंगे। ये नीतियां आने वाले महीनों में सोया तेल के भाव को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं। सोया तेल की कीमतों में आने वाले समय में स्थिरता देखने को मिल सकती है। वर्तमान में, कीमतों में 3-4 रुपये प्रति किलो से अधिक की गिरावट की संभावना कम ही दिख रही है। हालांकि, यदि हम लंबे समय के दृष्टिकोण को देखें तो जनवरी महीने में कीमतों में 7-8 रुपये प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा, निकट भविष्य में 4-5 रुपये प्रति किलो की मामूली बढ़ोतरी की भी उम्मीद की जा रही है।

घरेलू बाजारों से क्या है अपडेट
भारतीय बाजार इस समय एक अनूठी स्थिति में है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में क्या हो रहा है, इसका भारतीय बाजार पर बहुत कम प्रभाव पड़ रहा है। कंपनियां अपनी मर्जी से कीमतें बढ़ा रही हैं। इसके बावजूद, बी-40 कार्यक्रम के समय पर शुरू होने और जनवरी में मांग में सुधार की उम्मीद के चलते बाजार की भावना सकारात्मक बनी हुई है। त्योहारी सीजन की मांग और सरकार की खरीदारी से भी बाजार को मजबूती मिल रही है।

कितनी है डिमांड और कितनी हो रही है सप्लाई
फिलहाल, सोयामील की मांग में कोई खास तेजी नहीं देखी जा रही है। बावजूद इसके, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोया तेल के दामों में मजबूती के कारण भारतीय बाजार को मजबूती मिल रही है। मौसम संबंधी चिंताओं और अंतरराष्ट्रीय मांग में सुधार के चलते, बाजार में शॉर्ट कवरिंग की स्थिति बन सकती है। हालांकि, मलेशिया में पाम तेल के दामों में कमजोरी के कारण सोया तेल वायदा में कुछ गिरावट देखी जा सकती है। इस समय बाजार छुट्टियों के मूड में है, इसलिए किसी बड़े उतार-चढ़ाव की उम्मीद कम है।

कीर्ति प्लांट पर क्या चल रहे है भाव
कीर्ति प्लांट की कीमतों में तेजी आने की उम्मीद है। अगर यह 4580 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को पार कर जाता है, तो अगले लक्ष्य के रूप में 4700-4800 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को छुआ जा सकता है। हालांकि, कीमतों में गिरावट की संभावना भी है, जो 100-150 रुपये प्रति क्विंटल तक सीमित रह सकती है। सरकारी एजेंसी नाफेड ने अब तक 6.69 लाख टन कीर्ति प्लांट की खरीद कर ली है, जिससे बाजार में स्थिरता बनी हुई है। यह संकेत मिलता है कि सरकार आने वाले समय में भी बाजार को समर्थन देती रहेगी। नाफेड की खरीद से किसानों को उचित मूल्य मिलने की उम्मीद है और बाजार में अस्थिरता को कम करने में मदद मिलेगी।

बाजारों में क्या लग रहे है सोयाबीन के भाव
सोयाबीन रेट अपडेट: कीर्ति प्लांट में सोलापुर, लातूर, नांदेड़ और हिंगोली का सोयाबीन भाव ₹ 4500 पर तेज़ी ₹ 20 रही। राजकोट मंडी में सोयाबीन भाव ₹ 4000/4100 और आवक 1500 बोरी रही। जूनागढ़ मंडी में सोयाबीन भाव ₹ 3750/4125 और आवक 1500 बोरी रही। गोयल कोटा में सोयाबीन भाव ₹ 4400 पर स्थिर रहा। राज्यवार सोया इंडिया आवक में मध्य प्रदेश की आवक 1,10,000 बोरी, महाराष्ट्र की आवक 1,50,000 बोरी, राजस्थान की आवक 20,000 बोरी और अन्य राज्यों की आवक 20,000 बोरी रही। कुल आवक 3,00,000 बोरी रही।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों से क्या है अपडेट
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अर्जेंटीना में सूखे की स्थिति बनी रहने की भविष्यवाणी के कारण सोयाबीन बाजार में तेजी देखने को मिल रही है। मौसम एजेंसियों के अनुसार, अर्जेंटीना के कुछ हिस्सों में सूखा पड़ने की संभावना है, जिससे सोयाबीन की फसल पर असर पड़ सकता है। इसी वजह से सीबीओटी सोयामील की कीमतों में पिछले दिन 4% की बढ़ोतरी देखी गई है। इस वृद्धि के कारण भारतीय बाजार में भी सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सोया तेल वायदा में गिरावट देखने को मिली है। दूसरी ओर, ब्राजील के कुछ हिस्सों में अगले सप्ताह सामान्य बारिश की उम्मीद है, लेकिन अर्जेंटीना के दक्षिणी हिस्से में सूखे की स्थिति और गंभीर होने की संभावना है। इस सूखे के कारण निवेशक सोयाबीन की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद में शॉर्ट कवरिंग कर सकते हैं, जिससे कीमतें और मजबूत हो सकती हैं।

अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निर्यात के क्या है आंकड़े
ब्राजील से दिसंबर महीने में सोयाबीन का निर्यात 1.62 मिलियन मीट्रिक टन रहने का अनुमान है, जो पिछले सप्ताह के अनुमान के बराबर है। कनाडा में नवंबर महीने में कैनोला का क्रशिंग 1.019 मिलियन मीट्रिक टन रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.2% अधिक है। अमेरिका में सोयाबीन की बिक्री के अनुमानों के अनुसार, 2024/25 सीजन में 10 से 18 लाख टन सोयाबीन की बिक्री होने की उम्मीद है। इसके अलावा, 2025/26 सीजन के लिए 70,000 से 1.25 लाख टन सोयाबीन की बिक्री का अनुमान लगाया गया है। साथ ही, सोयामील की बिक्री 2 से 4.5 लाख टन और सोया तेल की बिक्री 5,000 से 15,000 टन के बीच रहने की संभावना है।

आगे क्या रह सकता है सोयाबीन में
जनवरी महीने में त्योहारों के मौसम के कारण तेलों की मांग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। जनवरी के पहले सप्ताह के बाद मांग में तेजी आयेगी। सरसों के अलावा बाकी तेल तिलहन में तेजी बन सकती है क्योकि फरवरी में नयी सरसों आती है इसलिए सरसों में आगे तेजी नहीं आयेगी |। इसके अलावा, अर्जेंटीना और ब्राजील में मौसम संबंधी अनिश्चितताएं अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमतों को बढ़ावा दे रही हैं, जिसका सकारात्मक प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है। हालांकि, स्थानीय स्तर पर खुदरा मांग अभी कमजोर बनी हुई है। लेकिन उम्मीद है कि जनवरी के पहले सप्ताह से मांग में तेजी आएगी, जिससे कीमतें और मजबूत हो सकती हैं। इस समय बाजार में मिला-जुला रुख है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों के सकारात्मक संकेतों के बावजूद, स्थानीय स्तर पर मांग की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। ऐसे में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार के उतार-चढ़ाव पर नजर रखते हुए निर्णय लेने चाहिए। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।