Movie prime

Wheat Price Rport Today : बढ़ती आवक के दौरान गेहूं के बाजार में क्या हो रहा है बदलाव | देखें गेहूं के बाजार की हर खबर और तेजी मंदी रिपोर्ट

Wheat Price Rport Today : बढ़ती आवक के दौरान गेहूं के बाजार में क्या हो रहा है बदलाव | देखें गेहूं के बाजार की हर खबर और तेजी मंदी रिपोर्ट
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

किसान साथियो, पिछले कुछ दिनों से आटा, रवा और मैदा की मांग में सुधार हुआ है, जो कीमतों की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, मिलर्स, जो अब तक नए गेहूं की आवक का इंतजार कर रहे थे, अब खरीद में रुचि दिखा रहे हैं। हालांकि, मार्च की क्लोजिंग के कारण मिलर्स की सक्रियता थोड़ी सीमित है। लेकिन, 1 अप्रैल से मार्च की क्लोजिंग की समाप्ति के साथ, ज्यादातर मिलें रखरखाव से भी निकल जाएंगी, जिससे आने वाले दिनों में मिलर्स की खरीद बढ़ सकती है। आईटीसी, ब्रिटानिया और अडानी जैसी बड़ी कंपनियां भी धीरे-धीरे खरीद में सक्रिय हो रही हैं, और अगले महीने से पूरी क्षमता के साथ खरीद शुरू कर सकती हैं। पिछले सप्ताह गेहूं के भाव में 25 रुपये तक की तेजी दर्ज की गई है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट और रोजाना के भाव संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।

बढ़ रहा है आवक का दबाव
भारत के प्रमुख गेहूं उत्पादक क्षेत्रों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में नई फसल की आवक शुरू हो गई है, और अगले 10-15 दिनों में और अधिक आवक की उम्मीद है। प्रमुख मंडियों में नई आवक का दबाव बढ़ रहा है, जिसके कारण गेहूं की कीमतों में तेज वृद्धि नहीं हो पा रही है और भाव 2800 से 2850 के बीच ही चल रहे हैं। इसके अतिरिक्त, अगले महीने के पहले या दूसरे सप्ताह तक गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों में भी नई आवक शुरू हो जाएगी, जिससे दबाव और बढ़ेगा। अच्छी मांग और बढ़ती आवक के दबाव के बीच, पिछले सप्ताह गेहूं की कीमतों में मामूली सुधार या स्थिरता देखी गई है। लेकिन आने वाले समय में गिरावट देखने को मिल सकती है।

कैसी चल रही है गेहूं की सरकारी खरीदी
राजस्थान में खरीद शुरू होने के साथ ही केंद्र ने आधिकारिक तौर पर लगभग 900 टन गेहूं खरीदा है। सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश में 15 मार्च को खरीद शुरू होने के बाद से लगभग 17,000 टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जबकि राजस्थान में 10 मार्च को शुरू होने के बाद से 3,000 टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि दोनों राज्य सरकारों ने ₹2,425 प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अतिरिक्त बोनस की घोषणा की है। इन राज्यों में खरीद का लक्ष्य क्रमशः 60 लाख टन और 20 लाख टन निर्धारित किया गया है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट और रोजाना के भाव संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।गेहूं खरीद का आधिकारिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू होने वाला है। लेकिन, जिन क्षेत्रों में गेहूं की फसल जल्दी तैयार हो गई है, वहाँ खरीद की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है। आंकड़ों के अनुसार, 10 मार्च तक देश की मंडियों में गेहूं की कुल आवक 9.74 लाख टन दर्ज की गई है। इसमें मध्य प्रदेश में 6.62 लाख टन और राजस्थान में लगभग 70,000 टन गेहूं शामिल है।

सरकार ने गुणवत्ता के मानदंडों में दी ढील
केंद्र सरकार ने 20 मार्च को राजस्थान में गेहूं की गुणवत्ता के मानकों में ढील दी है। राजस्थान सरकार ने देश भर से 312.7 लाख टन के लक्ष्य के अनुसार सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के लिए ऐसा करने का अनुरोध किया था। यह छूट तब लागू हुई है, जब उत्पादक राज्यों में अच्छी फसल की खबरें थीं। लेकिन संभावित उपज में गिरावट के कारण उत्पादन में कमी की अटकलों की खबरें आने लगी हैं। राजस्थान में ढील दिए गए मानदंडों के तहत, सिकुड़े और टूटे हुए अनाज की सीमा 6% की मौजूदा सीमा के मुकाबले 20% तक होगी, लेकिन क्षतिग्रस्त और थोड़ा क्षतिग्रस्त अनाज दोनों कुल मिलाकर 6% से अधिक नहीं होंगे। गेहूं में चमक की कमी को 10% तक कम किया गया है।

गेहूं उत्पादन के अनुमानों में 5-8 मिलियन टन का आ रहा है अंतर
कृषि मंत्रालय और प्रसंस्करण उद्योग द्वारा गेहूं उत्पादन के अनुमानों में इस बार 5 मिलियन टन से अधिक का अंतर है। व्यापारियों के अनुसार, इस तरह के बड़े अंतर से बाजार में अटकलें लग सकती हैं, जिससे कीमतों में वृद्धि हो सकती है। पिछले तीन वर्षों से, आटा मिलों द्वारा अनुमानित आंकड़ों की तुलना में सरकार के अनुमान 5-8 मिलियन टन अधिक रहे हैं। 2024-25 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए, कृषि मंत्रालय ने रिकॉर्ड 115.4 मिलियन मीट्रिक टन और प्रसंस्करण उद्योग ने 110 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है।

सरकार का क्या है गेहूं खरीदी लक्ष्य और कितना बचा हुआ है स्टॉक
खबरों के अनुसार, इस वर्ष फसल अच्छी होने की उम्मीद है, जिससे बफर स्टॉक में बढ़ोतरी होगी। सरकार ने 2025-26 रबी विपणन सत्र (अप्रैल-जून) के लिए किसानों से 31 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार तक 12.42 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक है, जबकि 1 अप्रैल के लिए 7.46 मिलियन मीट्रिक टन का बफर स्टॉक निर्धारित है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने चालू वित्त वर्ष में खुले बाजार में साप्ताहिक नीलामी के माध्यम से लगभग 3 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं बेचा है।

गेहूं में आगे का अनुमान
साथियो, पिछले एक सप्ताह में दिल्ली में गेहूं की कीमतों में 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है, जिससे यह 2825 रुपये प्रति क्विंटल पर शनिवार को बाजार बंद हुआ था। व्यापारियों का मानना है कि प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में नई आवक के दबाव के कारण कीमतों में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है, और बड़ी तेजी की उम्मीद कम है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट और रोजाना के भाव संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।हालांकि, यदि कंपनियां और मिलें सक्रिय रूप से गेहूं की खरीद करती रहती हैं, तो कीमतों में हल्की वृद्धि और देखी जा सकती है। इस सप्ताह की बात करें तो सोमवार को दिल्ली मंडी में गेहूं का भाव 25 रुपये की तेजी के साथ 2840 पर खुला था और आज मंगलवार की बात करें तो आज 30 रुपये की गिरावट के साथ 2810 रुपये पर खुला है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।