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सोयाबीन के बाजार पर क्या है अपडेट | जाने इस रिपोर्ट में

सोयाबीन के बाजार पर क्या है अपडेट | जाने इस रिपोर्ट में
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किसान साथियों हाल के दिनों में सोयाबीन के भाव में लगातार गिरावट ने किसानों के लिए नई समस्याएं खड़ी कर दी हैं। पिछले साल के मुकाबले, इस साल सोयाबीन के बाजार भाव में भारी गिरावट आई है,   पिछले साल नवंबर में सोयाबीन के भाव ₹5500 से ₹5800 प्रति क्विंटल तक थे, लेकिन इस साल यह घटकर ₹4000 से ₹4500 प्रति क्विंटल तक आ गए हैं। यह गिरावट सीधे तौर पर किसानों को प्रभावित कर रही है। इस गिरावट के मुख्य कारणों में पाम ऑयल की प्रतिस्पर्धा, मांग और आपूर्ति में असंतुलन और निर्यात की चुनौतियां शामिल हैं। पाम ऑयल का आयात सस्ता होने के कारण सोयाबीन तेल की मांग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। साथ ही, वैश्विक बाजार में DOC (De-oiled Cake) की कम प्रतिस्पर्धात्मकता ने भी भावों पर दबाव बनाया है।

किसानों को उत्पादन लागत भी निकालने में कठिनाई हो रही है, जिससे किसानो पर बुरा असर पड़ा है। कई किसान मंडियों में अपने उत्पाद को लाने से बच रहे हैं, जिससे उनके लिए भंडारण की समस्या बढ़ गई है। इसके अलावा, कम आय के कारण वे कर्ज का सामना कर रहे हैं।

सरकारी प्रयास

सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें पाम ऑयल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को 27.5% तक बढ़ाना शामिल है, जिससे घरेलू बाजार में सोयाबीन तेल को बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को ₹4892 प्रति क्विंटल तय किया है। महाराष्ट्र सरकार को भी MSP पर सोयाबीन की खरीदी की अनुमति दी गई है। खास बात यह है कि 15% तक नमी वाले सोयाबीन को भी MSP पर खरीदा जा रहा है। इन उपायों से मंडियों में भाव में ₹200 से ₹300 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी देखी रही है।

आने वाले समय में सोयाबीन के भाव में सुधार की उम्मीद है। शादी के सीजन और त्योहारों के बाद सोया तेल की खपत बढ़ने से मांग में इजाफा होगा। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजार में DOC की मांग भी भावों को मजबूती देगी। यदि सरकार द्वारा MSP पर खरीदी में तेजी लाई गई तो नवंबर के अंत तक भाव ₹5000 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं।

किसानों को इस समय धैर्य रखने और अपने उत्पाद को सुरक्षित भंडारित करने की जरूरत है। किसानों को सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए और उचित समय पर अपने उत्पाद को बेचने की रणनीति अपनानी चाहिए। उन्नत खेती तकनीकों और कम लागत वाले तरीकों का उपयोग करके वे अपने मुनाफे को बढ़ा सकते हैं।

सोयाबीन के गिरते भावों ने किसानों के सामने बड़ी चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। हालांकि, सरकारी प्रयास और बाजार की स्थितियों में सुधार की संभावना ने उम्मीदों को जीवित रखा है। किसानों को जागरूक होकर सरकार और बाजार से मिलने वाले हर सहयोग का पूरा लाभ उठाना चाहिए। आने वाले समय में बाजार स्थिर होगा और भावों में तेजी भी देखी जा सकती है

सोयाबीन मंडियों का ताजा अपडेट

दोस्तों हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो कल महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के भाव और आवक की स्थिति में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। वाशिम मंडी में सोयाबीन के भाव ₹4100 से ₹4500 प्रति क्विंटल हैं और यहां 8000 बोरियों की आवक हुई है। वहीं, जालना मंडी में भाव ₹4200 से ₹4250 प्रति क्विंटल पर स्थिर हैं और आवक 15000 बोरियों तक पहुंच गई है।

मध्य प्रदेश की मंदसौर मंडी में सोयाबीन के भाव अन्य मंडियों के मुकाबले काफी ऊंचे हैं, जो ₹5700 से ₹6100 प्रति क्विंटल हैं, लेकिन आवक केवल 400 बोरियां रही। इसके विपरीत, देवास मंडी में भाव ₹5100 से ₹5500 प्रति क्विंटल के बीच रहे और आवक मात्र 10 बोरियां हुई। नीमच मंडी भी उच्च भावों के लिए जानी जा रही है, जहां सोयाबीन के भाव ₹5800 से ₹5850 प्रति क्विंटल रहे और आवक 600 बोरियां दर्ज की गई।

गुजरात की वेरावल मंडी में सोयाबीन के भाव ₹4000 से ₹4300 प्रति क्विंटल के बीच रहे और आवक 1800 बोरियां रही। विदिशा मंडी में भाव ₹3200 से ₹4480 प्रति क्विंटल तक रहे और यहां 4000 बोरियां आईं। गदरवाड़ा मंडी में सोयाबीन के भाव ₹3900 से ₹4300 प्रति क्विंटल पर रहे, जबकि आवक 2000 बोरियों की हुई।

मध्य प्रदेश की अन्य मंडियों में भी सोयाबीन के भाव और आवक में भिन्नता देखी गई। खुरई मंडी में भाव ₹3700 से ₹4300 प्रति क्विंटल रहे और आवक 5000 बोरियां दर्ज की गई। खातेगांव मंडी में भाव ₹4000 से ₹4300 प्रति क्विंटल रहे और आवक 8000 बोरियां हुई। सागर मंडी में भी भाव ₹4000 से ₹4300 प्रति क्विंटल पर रहे और आवक 5000 बोरियों की हुई।

कुछ मंडियों में हल्की मंदी देखी गई। उज्जैन मंडी में भाव ₹3950 से ₹4390 प्रति क्विंटल पर आए, जहां ₹160 प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई और आवक 12000 बोरियां रही। अकोला मंडी में भी मंदी देखी गई, जहां भाव ₹3900 से ₹4420 प्रति क्विंटल रहे और आवक 10000 बोरियां हुई। इसी तरह, नागपुर मंडी में ₹300 प्रति क्विंटल की गिरावट के साथ भाव ₹3500 से ₹4100 प्रति क्विंटल पर रहे और आवक 3000 बोरियां दर्ज की गई।

महाराष्ट्र की लातूर मंडी में हल्की तेजी देखी गई, जहां भाव ₹4200 से ₹4350 प्रति क्विंटल पर रहे और आवक 50000 बोरियां दर्ज हुई। वहीं, अमरावती मंडी में भाव ₹3200 से ₹4300 प्रति क्विंटल रहे और आवक 15000 बोरियां हुई। हिंगणघाट मंडी में मंदी के चलते भाव ₹3600 से ₹4300 प्रति क्विंटल पर आ गए और आवक 3700 बोरियां रही।

अंत में, नांदेड़ मंडी में सोयाबीन के भाव ₹4000 से ₹4200 प्रति क्विंटल रहे और यहां आवक 1100 बोरियों की हुई।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।