गेहूं के उत्पादन को लेकर क्या है क्न्फ़ुजन | जानिए बाजार की क्या रह सकती है स्थिति
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, हर साल सरकार और गेहूं प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के उत्पादन अनुमानों में 50-80 लाख टन का अंतर रहता है। इस बार की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है । आइए जानते हैं कि पिछले सरकारी अनुमान क्या रहे और बाजार किस तरह से प्रभावित हुआ। 2021-22 में हीटवेव के कारण गेहूं उत्पादन प्रभावित हुआ था। सरकार ने उत्पादन 1,077 लाख टन बताया था, लेकिन व्यापारियों और मिलर्स का अनुमान इससे काफी कम था। इस साल सरकार का अनुमान 1,154 लाख टन का है, जबकि मिलर्स का कहना है कि असल उत्पादन 1,100 लाख टन ही रहेगा। यानी, इस बार भी दोनों के आंकड़ों में 50 लाख टन का फर्क है।
निर्यात पर रोक से घरेलू बाजार में फायदा
साल 2022 में भारत सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी, ताकि देश में सप्लाई बनी रहे और कीमतें काबू में रहें। इस फैसले से घरेलू स्टॉक मजबूत हुआ और दाम अनाप शनाप नहीं बढ़े। सरकार के इस फैसले से गेहूं की कीमते फिलहाल काबू में है मंडियों में गेहूं का भाव इस समय 2800 से 2900 तक चल रहे है गेहूं की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे |
गेहूं की कटाई का क्या है स्टेटस?
गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है। उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में कटाई कुछ हफ्तों में शुरू होगी। सरकार को इस बार अच्छी फसल की उम्मीद है, जिससे देश में गेहूं की कोई कमी नहीं होगी।
सरकार की खरीद और स्टॉक की स्थिति
इस साल सरकार 310 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य लेकर चल रही है, ताकि स्टॉक मजबूत रहे और दाम स्थिर रहें। FCI ने अब तक 30 लाख टन गेहूं बेचा है, जिससे बाजार में स्थिरता बनी रहे। 15 मार्च तक सरकारी गोदामों में 124 लाख टन गेहूं का भंडार था, जबकि अप्रैल के लिए बफर स्टॉक की जरूरत सिर्फ 74.6 लाख टन होती है। यानी इस बार भंडार भी ज्यादा है।
आगे गेहूं के भाव बढ़ेंगे या गिरेंगे?
पिछले 2-3 दिनों में दिल्ली मंडी में गेहूं का भाव 30 रूपये तक बढ़ गया है आज की बात करे तो मंडी में गेहूं का भाव 10 रूपये की तेजी के साथ 2850 पर खुला है बात करे आगे गेहूं के भाव बढ़ेंगे या गिरेंगे तो सरकार और व्यापारियों के अनुमान अलग-अलग हैं, लेकिन अच्छी फसल और मजबूत सरकारी खरीद के कारण दाम ज्यादा नहीं बढ़ेंगे। निर्यात पर पाबंदी से घरेलू सप्लाई बनी रहेगी, जिससे कीमतों में स्थिरता रहेगी। नई फसल की आवक से अगले कुछ महीनों में बाजार में संतुलन बना रहेगा। कुल मिलाकर इस साल गेहूं की भरपूर उपलब्धता और सरकार की मजबूत खरीद से बाजार स्थिर रहेगा। गेहूं की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | किसान अपनी फसल के सही दाम पाने के लिए सरकारी खरीद केंद्रों पर बेचने की योजना बना सकते हैं, जबकि व्यापारियों को स्टॉक और कीमतों पर नज़र रखनी होगी। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चलता रहा, तो गेहूं की कीमतें इस साल ज्यादा नहीं बढ़ेंगी। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।