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टमाटर के भाव ने लगाया शतक | क्या और बढ़ेंगे भाव | जाने इस रिपोर्ट में

Tomato price hits century
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किसान साथियों जब प्याज ,आलू, लहसुन सभी महगाई की रेश मे दौड़ रहे तो फिर टमाटर कैसे पीछे रहेगा | हाल ही में टमाटर के दामों में भी तेज़ी देखने को मिली है। अंडमान मे तो टमाटर रिकार्ड  ही तोड़ रहा है भाव 130 को भी पार कर रहा है  और खेरची बाजार में टमाटर के दाम 80 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं,  जो कि 10-12 दिन पहले के मुकाबले दोगुने हो चुके हैं। थोक मंडी में टमाटर के भाव 50 रुपये प्रति किलो से अधिक हो गए हैं, और आसार हैं कि जुलाई के अंत तक ये दाम 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकते हैं।
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर सहित कई शहरों में टमाटर के दामों में बढ़ोतरी की जानकारी दी गई है। पिछले दस दिनों में दामों में 35 रुपये से ऊपर की वृद्धि हो चुकी है, और इसका अनुमान है कि इसे महीने के अंत तक 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है। इस बढ़ोतरी की मुख्य वजह टमाटरों की कमी है, जो कि बाजार में उपलब्धता को कम कर रही है। हालांकि टमाटर की आवक बढ़ी , लेकिन दामों में कोई कमी नहीं आई। कुछ थोक कारोबारी के अनुसार, अच्छे क्वालिटी का टमाटर 1100 से 1200 रुपये प्रति क्रेट के दाम पर बिक रहा है। मौसम में बदलाव और बरसात के शुरू होने के साथ ही स्थानीय खेतों में टमाटर की फसल समाप्त हो गई है, जिसके कारण स्थानीय उपज कम हो रही है।
यह स्थिति किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण है। एक ओर जहां किसानों को फसल की कम उपज से नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं को उच्च कीमतों का सामना करना पड़ रहा है। इसका समाधान खोजने के लिए सरकार और संबंधित एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।

क्यू बढ़ रहे टमाटर के भाव
टमाटर की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई कारक हैं, जिनमें आपूर्ति में कमी और गुणवत्ता संबंधी मुद्दे शामिल हैं। वर्तमान में, इंदौर की थोक मंडी में अधिकांश टमाटर की आपूर्ति राजस्थान से हो रही है। थोक कारोबार करने वालों के अनुसार, राजस्थान से आने वाले टमाटर का छिलका पतला होता है, जिसके कारण वह जल्दी खराब हो जाता है। इस वजह से अच्छे क्वालिटी के टमाटरों की कमी हो जाती है और इसके चलते दामों में वृद्धि हो रही है।
महाराष्ट्र से भी टमाटर की आपूर्ति हो रही है, लेकिन यह मात्रा बहुत कम है। स्थानीय फसल की समाप्ति और मौसम के बदलाव के कारण स्थानीय उपज में कमी आई है। इसके परिणामस्वरूप, बाजार में उपलब्ध अच्छे क्वालिटी के टमाटरों की मांग अधिक हो गई है, जिससे उनकी कीमतें बढ़ गई हैं।

क्या और बढ़ेंगे टमाटर के भाव

टमाटर के दामों में वृद्धि को लेकर थोक कारोबारी अनुमान लगा रहे हैं कि आने वाले एक-डेढ़ महीने तक यह समस्या बनी रहेगी। देशभर की तमाम मंडियों में टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं और फिलहाल कोई ठोस राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। हालांकि, एक सप्ताह में आवक बढ़ने की संभावना है, जिससे दामों में थोड़ी नरमी आ सकती है। लेकिन जुलाई के अंत तक बाहर से आने वाला टमाटर भी कम हो जाएगा, जिससे कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिल सकता है।  

हिमाचल में जबरदस्त बारिश होने के कारण एक तरफ जहां खेती खराब हुई है वही दूसरी तरफ वहाँ से दिल्ली की तरफ आने वाले टमाटर की सप्लाई लाइन भी प्रभावित हुई है। मौसम विभाग ने कहा है 7 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। इसे देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि दिल्ली NCR में जल्दी ही टमाटर के भाव कम होने वाले हैं। हालांकि सप्लाई चेन के दुरुस्त होने के बाद इसमें थोड़ी गिरावट बन सकती है

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।