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प्याज के भाव में हो सकता है बदलाव | जाने मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट

बदल रहा है मंडियों में प्याज़ का बाजार | जानिए मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट
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नमस्कार किसान साथियों और व्यापारी भाइयों , आज का दिन है 20 नवंबर 2024, बुधवार। आइए, जानते हैं आज दिल्ली के आजादपुर मंडी में प्याज का बाजार कैसा है, क्या हालात हैं, और किसानों को क्या फायदा या नुकसान हो रहा है। हम आपको बताने जा रहे हैं प्याज की आवक, कीमतों, और मांग की पूरी जानकारी।

प्याज की आवक और भाव

आजादपुर मंडी में खैरतल प्याज की आवक 28,500 कट्टे हुई है, जिसमें से 4,200 कट्टे फ्रेश प्याज हैं और बाकी माल पहले से पड़ा हुआ था, जिसे किसानों ने पिछले दिन नहीं बेचा था। वहीं, एक गाड़ी एमपी से, एक गाड़ी राजस्थान से, और एक गाड़ी नासिक से प्याज आई है। इस समय मंडी में बिक्री की स्थिति अच्छी है

अगर हम बात करें पुराने माल की, तो उसकी स्थिति थोड़ी खराब है। पुराने माल का जो रैंक आया था, वह लगभग 1,500 से 1,600 रुपये प्रति मन  था। हालांकि, उस माल की डिमांड कम हो गई है, क्योंकि बारिश से यह माल थोड़ा खराब हो गया है और कुछ दागी माल की शिकायत भी मिल रही है। फिर भी, किसानों को इसका फायदा मिल रहा है, क्योंकि इस साल प्याज की उपज अच्छी हुई है और बाजार में कीमतें भी सही हैं।

अब बात करते हैं नए प्याज की। एमपी और नासिक से दिसंबर के बाद प्याज की नई खेप आने की संभावना है। यह खेप अच्छी मात्रा में आएगी और लगभग 15 दिसंबर के बाद मार्केट में दिखने लगेगी। फिलहाल, जो प्याज मंडी में आ रहे हैं, वह सूखा हुआ माल है। गीले माल को लेकर किसानों को परेशानी हो रही है। अगर गीला माल लाया गया, तो नुकसान हो सकता है।

पिछले सालों के मुकाबले इस साल प्याज का उत्पादन और भाव दोनों सही हैं, जिससे किसानों की आमदनी भी बढ़ी है। इस समय, जिन क्षेत्रों से प्याज की आवक हो रही है, जैसे अलवर, नासिक, और एमपी, वहां पर भाव अच्छी स्थिति में हैं। वहीं, अलवर की मंडी में पुराने माल की स्थिति ठीक नहीं है, और वहां के प्याज की कीमतें भी 1,200 रुपए प्रति मन के आसपास हैं।

मंडी में चलने वाले प्याज के रेटों में इस समय काफी उतार-चढ़ाव है। आजकल मंडी में अधिकतर नया प्याज आ रहा है, जो राजस्थान के कैथल, अलवर और अन्य क्षेत्रों से आता है। इन दिनों इन क्षेत्रों से प्याज का काफी माल आ रहा है, और इनकी डिमांड भी बाजार में बढ़ी हुई है। इसके साथ ही, बिहार, आसाम, नागालैंड और अन्य राज्यों से प्याज की डिमांड भी बढ़ी है।

अब बात करते हैं प्याज के वर्तमान रेट की। इस समय, 40 किलो के पैक (मण) का प्याज मंडी में 1300 से 1800 रुपये तक बिक रहा है, और यह कीमत प्याज के आकार और गुणवत्ता पर निर्भर करती है। मीडियम साइज प्याज की कीमत 1200 से 1500 रुपये प्रति मण के बीच है, जबकि मोटे साइज वाले प्याज की कीमत 1500 से 1800 रुपये प्रति मण तक पहुँच गई है।

अलवर और खैरथल

खैरतल और अलवर के माल की स्थिति भी अब ठीक-ठाक है। खैरतल मंडी में 80,000 कट्टे की आवक हुई है, जबकि सोमवार को 2 लाख कट्टे आए थे। पिछले तीन दिन मंडी बंद थी, जिसके कारण प्याज की बिक्री बढ़ी है। फिलहाल, इस समय बाजार में प्याज की सप्लाई अच्छी हो रही है।

दिसंबर में प्याज की आवक कम होने की संभावना है। इसके बाद, प्याज की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, जनवरी तक गुजरात, नासिक और एमपी से प्याज की खेप आनी शुरू हो जाएगी, लेकिन अब जो बढ़ती हुई मांग है, उसकी वजह से कीमतों में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है।

बांग्लादेश में एक्सपोर्ट और भारतीय किसान

बांग्लादेश में प्याज का निर्यात बढ़ रहा है, और यह भारत के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। एक्सपोर्ट खुलने से किसानों को अधिक पैसे मिलेंगे। इस समय प्याज का निर्यात बढ़ने से प्याज की कीमतों में थोड़ा दबाव बन सकता है, लेकिन किसानों के लिए यह फायदेमंद साबित होगा।

महाराष्ट्र चुनाव और प्याज के भाव

जैसा कि कुछ खबरें आ रही थीं कि महाराष्ट्र चुनाव के कारण प्याज की कीमतों पर असर हो सकता है, तो ऐसी खबरें गलत साबित हुईं। भारत सरकार ने इस मामले में स्पष्ट निर्णय लिया है, जिससे किसानों को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।

बारिश का असर और सप्लाई चेन में बदलाव

बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में प्याज की फसल में खराबी आई थी, लेकिन खैरथल इलाके में यह असर नहीं पड़ा। इस बार किसानों को भारी बारिश का फायदा हुआ क्योंकि इससे प्याज की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इस समय, जो ताजे प्याज मंडी में आ रहे हैं, वे सूखे हुए हैं और उनकी गुणवत्ता भी बेहतर है। वहीं, गीले प्याज से किसानों को नुकसान हो सकता है, क्योंकि गीला माल बेचने पर उसे स्टोर करने में दिक्कतें आती हैं और उसका वजन भी बढ़ जाता है, जिससे व्यापारियों को कठिनाई होती है।

एमपी, नासिक और गुजरात जैसे क्षेत्रों से भी प्याज की आवक हो रही है, लेकिन इन राज्यों से आने वाला माल दिसंबर के बाद ही बड़े पैमाने पर बाजार में आएगा। इस समय, खैरथल, अलवर, और दिल्ली मंडी में प्याज की आवक बढ़ गई है। आगामी दिनों में जब गुजरात और नासिक से माल आएगा, तब इन राज्यों के व्यापारियों को फायदा होगा और प्याज के भाव में स्थिरता रहेगी।

आने वाले दिनों में प्याज का बाजार

अगले कुछ दिनों में प्याज के बाजार में क्या होने वाला है, जैसा कि हमने पहले देखा, प्याज की कीमत में उथल-पुथल हो रही है। लेकिन एक बात स्पष्ट है, अलवर की प्याज की डिमांड पूरे भारत में सबसे अधिक है। अलवर की प्याज की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है, और बिहार, बंगाल, आसाम जैसे राज्यों में इसकी भारी मांग रहती है। इसकी वजह से, अगले कुछ दिनों में प्याज के दाम में एक बार फिर से तेजी आने की संभावना है। जैसे ही नासिक और गुजरात के प्याज की आमद मंडी में बढ़ेगी, प्याज की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। इसलिए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने प्याज को सावधानीपूर्वक संभालें और अच्छे रंग और आकार वाले प्याज को ही बेचें, ताकि उन्हें अच्छा मूल्य मिल सके।

प्याज के भाव में आगामी बदलाव

अगले कुछ दिनों में प्याज के भाव में हल्की सी वृद्धि हो सकती है। यह इसलिए क्योंकि, दिसंबर के महीने में जब बाजार में प्याज की सप्लाई कम होगी, तब व्यापारी और ग्राहक दोनों ही प्याज को खरीदने के लिए ज्यादा इच्छुक होंगे। साथ ही, गुजरात और नासिक जैसे क्षेत्रों से माल आना शुरू होगा, और यह मांग को पूरा करने में मदद करेगा। हालांकि, इस समय भाव में ज्यादा उतार-चढ़ाव की उम्मीद नहीं है, क्योंकि जब तक नए माल की आवक बड़े पैमाने पर नहीं होगी, तब तक व्यापारी पुराने माल को अच्छे भाव में खरीदने के लिए तैयार नहीं होंगे।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।