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एक दिन में 300 रुपये तेज हुई सरसों | सरसों की तेजी कितनी टिकाऊ | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

सरसों रिपोर्ट
किसान साथियो हमने कल की पोस्ट में ही बताया था कि सरसों का भाव किसी कंपनी के शेयर की तरह नहीं है जो लगातार घटता ही रहेगा किसी ना किसी स्तर पर इसे रुकना ही था। और कल ही यह खबर आ गई कि मंगलवार को बड़े तेल प्लांटों ने सरसों के भाव 300 रुपये तक बढ़ा दिए। इतनी बड़ी तेजी के पीछे क्या वज़ह रही ये अभी तक साफ़ नहीं हो पाया है। हो सकता है इस में कोई गोलमाल हो। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि यह तेजी केवल प्लांटों पर दिखाई दी है हाजिर मंडियों में इसका कोई असर नहीं दिखाई दिया। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के भाव में हुई घट बढ़ पर विस्तार से चर्चा करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
सरसों में 300 रुपये का उछाल
किसान साथियो नीचे दाम पर अच्छी खरीद के चलते और प्लांटों पर बढ़े हुए भाव को देखकर घरेलू बाजार में मंगलवार को सरसों की कीमतों में सुधार देखने को मिला है। हालांकि बड़ी तेजी केवल प्लांटों पर ही दिखी। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये के मामूली सुधार के बाद 5,525 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। भरतपुर में ठीक ठाक तेजी दिखी और भाव 100 रुपये प्रति क्विंटल तेज होकर 5315 पर पहुंच गए। इसके अलावा अन्य मंडियों में कुछ खास तेजी नहीं दिखी। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों का भाव 5450 पर स्थिर रहा जबकि निवाई और सौंख मंडी में 42 कंडीशन के भाव 5450 के रहे। बरवाला मंडी में सरसों 5255, होडल में 5201 रुपये बिकी। नरेला मंडी में सरसों 5200 और नजफगढ़ मंडी में 5400 तक बिकी। हाजिर मंडियों में भले ही बड़ा सुधार ना दिखा हो लेकिन ब्रांडेड तेल मिलों ने इसकी खरीद कीमतों में 300 रुपये प्रति क्विटल की बढ़ोतरी की।
प्लांटों पर क्या रहे भाव
किसान साथियों जैसा कि हमने बताया कि ब्रांडेड तेल मिलाने सरसों के भाव में अच्छी-खासी बढ़ोतरी की है। सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव ₹300 तेज होकर ₹6000 प्रति कुंटल तक हो गए। आगरा बीपी प्लांट पर  सरसों का भाव ₹100 तेज होकर 5700 पर पहुंच गया। जबकि शारदा प्लांट पर सरसों के भाव ₹100 की तेजी के बाद ₹5750 प्रति क्विंटल हो गए
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 5000 श्री गंगानगर में पुरानी सरसों का रेट 5249 और नई सरसों का टॉप रेट 5050 रुपए संगरिया मंडी में नई सरसों मात्र ₹4200 गोलूवाला मंडी में 39.32  लैब सरसों का भाव 4790, श्री विजयनगर मंडी में 42 लैब सरसों का भाव 4736 रायसिंहनगर मंडी में सरसों का टॉप भाव 4950 पदमपुर मंडी में सरसों का रेट 4900 सादुलशहर मंडी में सरसों का भाव 4790 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 5101 देवली अनाज मंडी में सरसों का टॉप भाव ₹5400 प्रति कुंटल तक दर्ज किया गया । हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 5184 जबकि नई सरसों का रेट 4400 आदमपुर मंडी में नई सरसों का भाव 4830 और पुरानी सरसों का भाव 5024 सिवानी मंडी में 40 लैब की सरसों ₹5300 तक बिकी है।
सरसों की आवक घटी
मंगलवार को सरसों की दैनिक आवक घटकर 9.25 लाख बोरियों की हुई। जबकि सोमवार को यह 9.80 लाख बोरी की हुई थी । राज्यवार सरसों की आवक को देखें तो राजस्थान में सरसों की आवक 385000 मध्यप्रदेश में 145000 उत्तर प्रदेश में सरसों की आवक 135000 हरियाणा और पंजाब में सरसों की आवक 25000 बोरी गुजरात में सरसों की आवक 105000 बोरी और अन्य राज्यों से 130000 बोरी सरसों की आवक देखने को मिली।
MSP के नीचे बिक रही सरसों
किसान साथियो घरेलू बाजार में सरसों के दाम घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी से नीचे आ गए हैं, जिस कारण उद्योग ने केंद्र सरकार से भाव में चल रही गिरावट को रोकने के लिए कदम उठाने की मांग की है। इसीलिए हाजिर बाजार में शाम के सत्र में तेल मिलों की खरीद से कीमतों में तेजी दर्ज की गई। उत्पादक राज्यों में मौसम साफ बना हुआ है जिस कारण सरसों की दैनिक आवक आगामी दिनों में और बढ़ेगी।
विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजार में आज खाद्य तेलों की कीमतों में मंगलवार को गिरावट का रुख रहा । कमजोर निर्यात और उत्पादन बढ़ने की संभावना के चलते मलेशियाई पाम तेल वायदा में मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर मई डिलीवरी पाम तेल वायदा अनुबंध शाम के सत्र में 89 रिंगिट यानि 2.11 प्रतिशत घटकर 4, 136 रिंगिट प्रति टन रह गया। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.5 प्रतिशत कमजोर हो गया, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध भी 0.5 प्रतिशत तक गिर गया । शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में भी सोया तेल की कीमतों में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
तेल और खल का रेट
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को 5-5 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1093 रुपये और 1083 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 2350 रुपये प्रति क्विटल के स्तर पर स्थिर रहीं।
सरसों में गिरावट रोकने की मांग
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने सरकारी खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग और वाणिज्य मंत्रालय को पत्र लिखकर सरसों की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सरसों के भाव एमएसपीसी नीचे चले गए हैं जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए गिरावट को रोकने के लिए पामोलिन तेल के आयात को तुरंत प्रतिबंधित श्रेणी में रखा जाना चाहिए या फिर पामोलीन के आयात को कम करने के लिए सीपीओ और पामोलिन के आयात शुल्क के अंतर को न्यूनतम 20 फ़ीसदी तक बढ़ाया जाना चाहिए। इसके अलावा सरकार से सरसों की MSP पर खरीद शुरू करने का निवेदन भी किया गया है।
सरसों में आगे क्या
किसान साथियों विदेशी बाजारों के रुझान मंगलवार को ज्यादा अच्छे नहीं रहे। इसके बावजूद ब्रांड तेल मिलों द्वारा सरसों के भाव को बढ़ाया जाना शंका पैदा करता है। इस तेजी को तेजी नहीं माना जा सकता है। सरकार ने अभी तक सरसों के किसान के हित में कोई भी फैसला नहीं लिया है। ना ही आयात शुल्क बढ़ाया है ना ही MSP पर सरसों खरीदने का कुछ ऐलान किया है। इसलिए कहीं से भी सहारा ना मिलने के कारण सरसों की इतनी दुर्गति हुई है। जब तक सरकार कोई बड़ा कदम नहीं उठाती हुआ या फिर MSP पर सरकारी खरीद शुरू नहीं होती है तब तक सरसों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। हालांकि की यहां से आगे बड़ी गिरावट की संभावना भी कम ही है। सरसों के भाव MSP के आसपास बने रह सकते हैं। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।