सरसों को बेचें या स्टॉक करें | जाने क्या कहते हैं एक्सपर्ट
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, सरसों के बाजार में पिछले कुछ हफ्तों से जबरदस्त तेजी रही है और वर्तमान में सरसों के भाव अपने ऑल टाइम हाई स्तर पर पहुंच चुके हैं। जयपुर पहुंच में 42% कंडीशन वाली सरसों ₹6650 प्रति क्विंटल तक बिक चुकी है, जबकि पिछले साल इसी समय भाव ₹6200 के आसपास थे। मार्च और अप्रैल 2025 के महीने में सरसों के भाव 6300 से लेकर 6400 की रेंज में अगर जम गए थे। एक समय ऐसा लगा था कि पिछले साल मई के महीने में जिस तरह की तेजी आयी थी इस साल नहीं आएगी लेकिन सरसों की आवक घटने और उत्पादन में पोल होने के कारण लगातार सरसों का भाव बढ़ता जा रहा है। हालांकि शनिवार शाम को ऊंचे भावों पर थोड़ा ठहराव देखने को मिला था जिसका मंडी मीडिया मार्केट ने अपनी पहले की रिपोर्टों में पहले ही संकेत दे दिया था। सरसों के बाजार में आगे क्या कुछ हो सकता है आज की रिपोर्ट में हम इसी को लेकर चर्चा करने वाले हैं।
*घटती आवक ने बढ़ाई तेजी*
साथियो 1 मई से 24 मई 2025 के बीच देशभर की मंडियों में कुल सरसों आवक 90 लाख बोरी रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 21% कम है (पिछले साल: 108 लाख बोरी)। हालांकि अप्रैल माह में आवक लगभग स्थिर रही और 1 से 30 अप्रैल 2025 के दौरान कुल 188.5 लाख बोरी सरसों दर्ज की गई जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 188 लाख बोरी के करीब है। साथियो मई महीने में घटती आवक के चलते बाजार को सपोर्ट मिला है, खासकर हाजिर मंडियों में आवक का दबाव कम हुआ है। राजस्थान के निवाई, टोंक, भरतपुर, कोटा, जयपुर, सुमेरपुर, डीडवाना जैसी मंडियों में औसत दैनिक आवक घटकर 4 लाख बोरी तक सिमट गई है जबकि पिछले साल यह 6.25 लाख बोरी थी।
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*हाजिर मंडियों के ताजा भाव*
जयपुर पहुंच (42% कंडीशन): ₹6600 प्रति क्विंटल, भरतपुर मंडी: ₹6300, हाजिर मंडियों के ताजा सरसों भाव को देखें तो: संगरिया ₹ 5912 से ₹ 6291 (लेब 41.90%, नमी 5.11), रावला ₹ 5750 से ₹ 6160, पदमपुर ₹ 5860 से ₹ 6192 (औसत ₹ 6078), गोलूवाला ₹ 6085 से ₹ 6214 (लेब अनुसार ₹ 2150 से ₹ 2201), पीली सरसों ₹ 7050, रावतसर ₹ 5500 से ₹ 6300, पीली सरसों ₹ 6200 से ₹ 7200, सिरसा ₹ 5800 से ₹ 6325, ऐलनाबाद ₹ 5900 से ₹ 6200, आदमपुर ₹ 6440 (लेब 42.64%, नमी 5.26), नोहर ₹ 5800 से ₹ 6275 रहे।
*घट सकता है सरसों उत्पादन अनुमान*
साथियो अलग-अलग एजेंसियों ने इस साल का वास्तविक उत्पादन पहले के अनुमान 110 लाख मीट्रिक टन दिया था। जब कि घटकर अब 105 लाख मीट्रिक टन रहने का अनुमान है। गुजरात में उत्पादन 2 लाख टन कम आंका गया है, वहीं मध्य प्रदेश में भी अनुमान से 3 लाख टन कम उत्पादन दर्ज हुआ है।
*हरियाणा से खरीद की स्थिति*
सरसों की सरकारी खरीद की बात करें तो हरियाणा में 7.78 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई, जिसमें से 7.64 लाख टन का उठान हो चुका है। भिवानी जिले में सबसे ज्यादा खरीद हुई है, जहां हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन ने 2.36 लाख मीट्रिक टन सरसों खरीदी और 95.78% का उठान पूरा किया गया।
*तेल और खल के निर्यात आंकड़े*
अप्रैल 2025 में भारत से कुल ऑयलमील निर्यात 4.65 लाख टन रहा, जो अप्रैल 2024 की तुलना में थोड़ा अधिक है। हालांकि पूरे साल के आंकड़ों को देखें तो रेपसीड (सरसों) खल का निर्यात घटकर 9.11 लाख टन ही हुआ है, जबकि पिछले साल यह 9.30 लाख टन था। वर्तमान में भारतीय रेपसीड खल कांडला FAS पर केवल $202/टन में उपलब्ध है, जबकि हैम्बर्ग एक्स-वर्क्स कीमत $308/टन है। यदि चीन अपनी सख्त आयात शर्तों में ढील देता है, तो भारत रेपसीड खल का बड़ा आपूर्तिकर्ता बन सकता है। कनाडा के कैनोला उत्पादों पर 100% आयात शुल्क के कारण चीन भारत की ओर रुख कर सकता है, जिससे भारत के लिए बड़ा निर्यात अवसर बन सकता है। खल के भाव को देखें तो इस समय जयपुर में सरसों खल का रेट 2280 गंगापुर में 2400 अलवर में 2240 भरतपुर में 2300 कोटा में 2280 खैरथल में 2240 निवाई में 2220 टोंक में 2220 और चरखी दादरी में 2240 रुपए प्रति क्विंटल तक चल रहा है मंडी मार्केट मीडिया का मानना अभी सरसों खल में 100-150 की औऱ तेजी की गुंजाईश है।
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*खाद्य तेल स्टॉक और मांग*
भारतीय बंदरगाहों पर खाद्य तेलों का स्टॉक अप्रैल अंत तक घटकर 13.51 लाख टन रह गया, जो पिछले वर्षों की तुलना में न्यूनतम स्तर पर है। इससे सरसों तेल की मांग बढ़ी है और यह मांग कीमतों को स्थायित्व दे रही है।
*सरसों में आगे क्या*
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों जैसा कि हमने पूरी रिपोर्ट में बताया कि सरसों के बाजार में पिछले सप्ताह ₹150-200 तक की तेजी देखने को मिली है सरसों के साथ-साथ सरसों तेल के भाव लगभग 30 रुपए प्रति 10 किलो और खल के भाव ₹50 क्विंटल तक बढ़े हैं। साथियों सरसों की आवक फिलहाल 5 लाख बोली से कम चल रही है और हमारा मानना है कि अगर आवक लगातार 5 लाख बोरी के नीचे बनी रहती है तो सरसों के बाजार में अभी और तेजी की गुंजाइश बची हुई है । सरसों खल का बाजार भी ठीक-ठाक चल रहा है और चीन से डिमांड निकलने की उम्मीद में यहां से आगे 100 से लेकर 150 रुपए की तेजी की और संभावना नजर आती है। आवक में गिरावट, उत्पादन अनुमान घटने और विदेशी तेलों की आपूर्ति में सुस्ती के चलते बाजार को मजबूती मिलती रही है। साथियों ओवर ऑल पिक्चर यह है कि सरसों फिलहाल मजबूत है और आगे भी इसके मजबूत रहने की संभावना है अगर ऊंचे भावों पर मुनाफा वसूली आती है तो भी 100-150 की गिरावट से डरने की जरूरत नहीं दिखती। जब तक नाफेड द्वारा सरसों की बिकवाली शुरू नहीं होती तब तक बाजार मजबूत रहेगा। जयपुर में सरसों का भाव फिलहाल 6600 के ऊपर चल रहा है और इसके 6850 तक जाने की उम्मीद है जहां पर फिर से एक ठहराव देखने को मिल सकता है। नीचे की बात करें तो यहां पर 6400 का एक मजबूत सपोर्ट है। अगर विदेशी बाजारों में कोई बड़ी गिरावट होती है तो भी जयपुर बाजार 6400 के पार आकर रुक जाना चाहिए। सरसों के मजबूत फंडामेंटल को देखते हुए किसान साथी और व्यापारी भाई चाहे तो कुछ दिन तक सरसों को होल्ड कर सकते हैं उम्मीद है कि आगे चलकर 7000 तक के भाव जयपुर में दिख सकते हैं। व्यापार अपने विवेक से ही करें
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।