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आज कैसा रहेगा सरसों का बाजार देखे सरसों की सबसे सटीक तेजी मंदी रिपोर्ट

mustard report

किसान साथियो चालू सीज़न में किसानों के पास काफी मात्रा में सरसों बचा हुआ है। यही वज़ह है कि हम सरसों को लेकर रोजाना रिपोर्टिंग कर रहे हैं। चाहे धान की फ़सल हो या सरसों की मंडी भाव टुडे का यही लक्ष्य रहा है कि किसानों को  सही समय पर सही जानकारी दी जाए ताकि आप सही समय पर सही निर्णय लें सके और आपको फसल के अच्छे भाव मिल सकें। मंडी भाव टुडे पर हम पिछले कई महीनों से बता रहे हैं कि सरसों में तेजी की उम्मीद कम है और आप हर उछाल पर अपना माल निकालते दें। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के भाव की तेजी मंदी को लेकर विस्तार से चर्चा करेंगे WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
पिछले हफ्ते में सरसों के भाव काफी गिर कर अपने न्यूनतम स्तर के आसपास घूम रहे थे। जहां जयपुर में 5150 का लेवल आ गया था वहीँ भरतपुर में 4800 की रेंज फिर से दिखने लगी थी। लेकिन सोमवार के बाद से ही नीचे दाम पर बिक्री कम होने से घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में सुधार देखने को मिल रहा है। सुधार कोई बड़ा नहीं है लेकिन गनीमत यही है कि और गिरावट नहीं हो रही है। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये तेज होकर दाम 5,225 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जबकि भरतपुर में  सरसों के भाव 4900 के उपर बंद हुए। निचले दाम पर बिकवाल कम नजर आए यही वज़ह है कि सरसों की दैनिक आवक घटकर 7.50 लाख बोरियों की ही हुई । व्यापारियों के अनुसार घरेलू बाजार में सुबह के सत्र में सरसों की कीमतों में हल्का सुधार आया था, लेकिन बढ़े दाम पर मिलों की मांग कमजोर होने के साथ ही विश्व बाजार में खाद्वय तेलों के भाव में गिरावट बढ़ने से शाम के सत्र में नरमी दर्ज की गई। ब्रांडेड तेल मिलों 'खरीद कीमतों में 25 ने सरसों की खरीद कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती कर दी।

हाल ही में तेल उद्योग ने सरसों के उत्पादन अनुमान में कमी की थी, लेकिन हाजिर मंडियों के व्यापारियों का मानना है कि उत्पादन ज्यादा ही है। पिछले साल सरसों के तेज भाव मिलने के कारण इस बार किसानों ने स्टॉक रोक लिया है, लेकिन अब किसान धीरे-धीरे अपना माल निकाल रहे हैं। यहीं कारण है कि उत्पादक मंडियों में अभी भी सरसों की दैनिक आवक बराबर बनी हुई है।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 4775 रायसिंहनगर में सरसों का भाव 4653 विजयनगर मंडी में सरसों का भाव 4715 गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 4618 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का भाव 4712 श्री करणपुर मंडी में सरसों का भाव 4742 संगरिया मंडी में सरसों का टॉप रेट 4900 पदमपुर मंडी में सरसों का भाव 4636 रुपए प्रति कुंतल तक रहा हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 4745 आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 4771 बरवाला मंडी में सरसों का भाव 4818 और सिरसा मंडी में सरसों का रेट ₹4745 प्रति क्विंटल तक रहा. अन्य मंडियों के ताजा भाव की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

विदेशी बाजारों में गिरावट
निर्यात मांग कमजोर होने के साथ ही उत्पादन अनुमान बढ़ने की उम्मीद से मलेशियाई पाम तेल वायदा मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में कमजोर होकर तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया। आयातक देशों की मांग ठण्डी पड़ने के कारण KLC ने अपनी शुरुआती बढ़त को गंवा दिया। बाजार में अफवाह है कि चीन के कुछ तेल सौदों को रद्द किया है जिसके बाद मलेशिया में यह गिरावट आयी है। बर्सा मलेशिया मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर अगस्त डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में 47 रिंगिट यानी 1.47 % की गिरावट आकर भाव 3,381 रिंगिट प्रति टन रह गए, जोकि जो 28 अप्रैल के बाद से सबसे नीचे का भाव है। अब पाम को लेकर 3280 के स्तर पर अगली सपोर्ट बतायी जा रहीं है। सोमवार के 3% के जम्प के बाद मंगलवार को शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड(CBOT) में सोया तेल की कीमतें 2 % कमजोर हुई। डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.6 % तक गिर गया, जबकि इसके में पाम तेल के वायदा अनुबंध में 0.4 % की गिरावट आई।

भारत ने कम किया पाम का आयात
जानकारों के अनुसार, मई में भारत में पाम तेल तेल का आयात 27 महीनों में सबसे कम हुआ है क्योंकि अन्य खाद्य तेलों की कीमतें नीचे होने के कारण आयातकों ने इस दौरान सोया तेल और सूरजमुखी के तेल के आयात सौदे ज्यादा किए। पाम तेल की कीमतों में अभी दबाव बना हुआ है, लेकिन अलनीनो एवं प्रतिकूल मौसम से दूसरी छमाही में पाम तेल का उत्पादन घटने की आशंका है, साथ ही वर्ष 2024 में भी उत्पादन प्रभावित होने का डर है।

खल और तेल रेट अपडेट
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को क्रमश - 986 रुपये और 976 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर बनी रही। इस दौरान सरसों खल के दाम 15 रुपये तेज होकर भाव 2520 पर पहुँच गए।

सरसों की आवक
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक मंगलवार को घटकर 7.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक आठ लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 4.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 75 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 65 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 60 हजार बोरी तथा गुजरात में 30 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 95 हजार बोरियों की आवक हुई।

सरसों में आगे क्या
किसान साथियो जैसा कि हमने अपनी पिछली कई रिपोर्टों में बताया है कि सरसों के भाव अपने न्यूनतम स्तरों के आसपास मंडरा रहे हैं। कोई बहुत बड़ा कारण ही सरसों के भाव को यहां से नीचे भेज सकता है। सरसों के भाव का पिछले दिनों बनाए न्यूनतम स्तर को तोड़ने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में अभी थोड़े दिन और इंतजार किया जा सकता है। हम मानते हैं कि सरसों में बड़ी तेजी एकदम से नहीं आ सकती क्योंकि भाव के बढ़ते ही बाजार में आवक का दबाव बढ़ने लग जाता है। इसलिए बाजार के रुख पर नजर बनाए रहे और हर 300-400 के उछाल पर माल निकालते रहें। व्यापार अपने विवेक से ही करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।