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2025 में कहाँ तक जा सकता है गेहूं का भाव | जाने गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट में

2025 में कहाँ तक जा सकता है गेहूं का भाव | जाने गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियो भारत के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में दिसंबर 2024 के अंत में गेहूं के दामों में थोड़ी तेजी देखने को मिली है दिल्ली मंडी में तो गेहूं का भाव 3100 पर पहुंच गया है। लेकिन मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में गेहूं का औसत भाव 2800 से 2900 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास रहा है, जबकि कुछ मंडियों में यह 3100 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। पिछले महीने के मुकाबले इसमें मामूली 0.07% की गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 12.01% की वृद्धि हुई है। अब, जब 2025 की फसल की कटाई शुरू होने वाली है और बाजार में नई आवक होगी, तो कृषि विशेषज्ञ गेहूं के भावों के बारे में नए अनुमान लगा रहे हैं।

एमपी में क्या है गेहूं का औसतन भाव
मध्य प्रदेश, भारत का एक प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य है। दिसंबर 2024 में राज्य में गेहूं का औसत भाव ₹2826 प्रति क्विंटल रहा, जो नवंबर महीने के मुकाबले लगभग स्थिर है। हालांकि, पिछले साल के इसी महीने की तुलना में इसमें 12.01% की वृद्धि देखी गई है। यह वृद्धि गेहूं की अच्छी गुणवत्ता और बाजार में मजबूत मांग को दर्शाती है। मध्य प्रदेश में गेहूं के भाव स्थिर रहने का मुख्य कारण राज्य की मंडियों में आपूर्ति और मांग का संतुलन है। 2025 में जब नई फसल की कटाई होगी, तब राज्य में गेहूं का भाव ₹2700 से ₹2850 प्रति क्विंटल के बीच रहने का अनुमान है। कटाई के बाद मंडियों में आवक बढ़ने के बावजूद, राज्य में गेहूं का औसत भाव राष्ट्रीय औसत के बराबर या उससे अधिक रहने की संभावना है।

किसान लगाए बैठे 3000 रूपये भाव पहुंचने की उम्मीद
मध्य प्रदेश के किसान, विशेष रूप से मालवा और निमाड़ क्षेत्र के उत्पादक, 2025 में बेहतर बाजार भाव की उम्मीद कर रहे हैं। किसानों का मानना है कि इस बार मौसम अनुकूल रहा है, जिससे फसल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि ₹3000 प्रति क्विंटल से अधिक का भाव मिलेगा, खासकर उन किसानों को जिन्होंने गेहूं की प्रीमियम किस्मों की खेती की है। हालांकि, मंडियों में अधिक आवक और सरकारी खरीद नीतियों में बदलाव उनकी कमाई पर असर डाल सकते हैं। किसानों का यह भी कहना है कि फसल कटाई के दौरान मंडी प्रबंधन और परिवहन सुविधाओं में सुधार से उनके खर्चे कम हो सकते हैं, जिससे वे बेहतर मुनाफा कमा सकेंगे।

अन्य राज्यों में गेंहू का भाव क्या चल रहा है
दिसंबर 2024 में विभिन्न राज्यों में गेहूं के भाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। बिहार में गेहूं का भाव ₹2892 प्रति क्विंटल रहा, जो पिछले महीने और पिछले साल की तुलना में क्रमशः 3.84% और 13.1% अधिक है। बिहार के किसानों को फसल कटाई के बाद मंडी में अच्छे दाम मिलने की उम्मीद है। हरियाणा में गेहूं का भाव नवंबर की तुलना में 6.92% घटकर ₹2610 प्रति क्विंटल पर आ गया, लेकिन सालाना आधार पर इसमें 16% की वृद्धि हुई है। गुजरात और राजस्थान में भाव लगभग स्थिर रहे, जहां मामूली गिरावट के बावजूद वार्षिक वृद्धि क्रमशः 9.04% और 12.88% रही। महाराष्ट्र में गेहूं का भाव ₹3766 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया, जो दिसंबर 2023 की तुलना में 26.59% अधिक है। यह सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। पंजाब में भाव ₹2990 प्रति क्विंटल रहे, जो नवंबर से 28.82% अधिक हैं। इस वृद्धि का कारण सरकारी खरीद में कमी और निजी खरीद में वृद्धि माना जा रहा है। कुल मिलाकर, देश के विभिन्न राज्यों में गेहूं के भाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। कुछ राज्यों में भाव में वृद्धि हुई है, जबकि कुछ में गिरावट आई है। यह वृद्धि और गिरावट कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि उत्पादन, मांग, सरकारी नीतियां और अंतरराष्ट्रीय बाजार।

देश में गेहूं की बुवाई का क्या रहा आंकड़ा
देश में रबी फसलों की बुवाई का काम तेजी से चल रहा है। इस वर्ष अब तक 558.80 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 2.13 लाख हेक्टेयर अधिक है। विशेष रूप से, गेहूं की बुवाई में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस वर्ष गेहूं की बुवाई 293.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के 284.17 लाख हेक्टेयर से अधिक है। देश में दलहनी फसलों की बुवाई भी अच्छी गति से चल रही है। अब तक 176.27 लाख हेक्टेयर में दलहनी फसलें बोई जा चुकी हैं। इनमें से चना की बुवाई 86 लाख हेक्टेयर में हुई है। इसके अलावा, तिलहनों की बुवाई भी बढ़ी है। इस वर्ष अब तक 91.60 लाख हेक्टेयर में तिलहन की बुवाई हो चुकी है। प्रमुख तिलहनी फसलों जैसे सरसों की बुवाई 85.56 लाख हेक्टेयर में हुई है। मोटे अनाजों की खेती में भी वृद्धि देखी जा रही है। देश में मोटे अनाजों की बुवाई 38.75 लाख हेक्टेयर में हुई है। इनमें से ज्वार की बुवाई 19 लाख हेक्टेयर और मक्का की बुवाई 12.10 लाख हेक्टेयर में हुई है। कुल मिलाकर, इस वर्ष रबी फसलों की बुवाई पिछले वर्ष की तुलना में अधिक क्षेत्र में हुई है। यह देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होने की उम्मीद है।

2025 में क्या रहेगा गेंहू का रेट
किसानों को 2025 में गेहूं की खेती से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए बाजार के उतार-चढ़ाव पर लगातार नजर रखनी चाहिए। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि या सरकारी खरीद नीतियों में बदलाव जैसे कारक किसानों को स्थिरता प्रदान कर सकते हैं। साथ ही, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक बाजार की मांग भी गेहूं की कीमतों को प्रभावित करेगी। हालांकि, कुल मिलाकर, 2025 में गेहूं का बाजार स्थिर रहने और किसानों को अच्छा मुनाफा देने की उम्मीद है। किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिए एक रणनीतिक समय तय करना चाहिए और बाजार के रुझानों के अनुसार अपनी योजनाओं को बनाना चाहिए। आगामी वर्ष 2025 में गेहूं की फसल की कटाई के साथ ही मंडियों में गेहूं की आवक में वृद्धि होने की उम्मीद है। इस बढ़ती आवक के कारण, शुरुआत में गेहूं के भाव में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है। अनुमान है कि फरवरी और मार्च जैसे महीनों में, जब कटाई का सीजन अपने चरम पर होगा, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में गेहूं का भाव 2600 से 2900 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रह सकता है। हालांकि, वर्ष के मध्य तक, मांग में सुधार होने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गेहूं के निर्यात में बढ़ोतरी की संभावना के कारण, गेहूं के भाव में फिर से तेजी आ सकती है। अनुमान है कि गेहूं का भाव 3000 से 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है। विशेष रूप से, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में उच्च गुणवत्ता वाले गेहूं की फसल होने के कारण, इन राज्यों में गेहूं के भाव में और भी अधिक वृद्धि हो सकती है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।