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दिल्ली में बढ़िया प्याज का 4700 तक मिल रहा रेट | जाने मुख्य मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट

दिल्ली में बढ़िया प्याज का 4700 तक मिल रहा रेट | जाने मुख्य मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट
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नमस्कार दोस्तों, भाइयों, और प्यारे किसान साथियों, आप सभी का मंडी भाव टुडे रिपोर्ट पर स्वागत है। आज तारीख हो चुकी है 28 अगस्त 2024 और दिन है बुधवार। आइए जानते हैं कि आज दिल्ली की आजादपुर मंडी में प्याज का क्या हाल है, बाजार में क्या कुछ चल रहा है, और मौजूदा परिस्थितियों में कैसे बदलाव आ रहे हैं।

दिल्ली की आजादपुर मंडी में प्याज की ताजा स्थिति

आज दिल्ली की सबसे बड़ी मंडी, आजादपुर में प्याज की आवक और बिक्री के आंकड़ों के बारे में बताया जा रहा है। आज कुल 106 गाड़ियाँ प्याज से भरी हुई थीं, जिनमें से 42 गाड़ियाँ ताजा माल लेकर आई थीं। राजस्थान से 22 गाड़ियाँ, मध्य प्रदेश से 33 गाड़ियाँ, और नासिक से 14 गाड़ियाँ  सात गाड़ी पुना की | एमपी की सबसे ज्यादा 3 गाड़ी और 106 गाड़ी सेल जिसमे  42 गाड़ी मात्र ताजी है प्याज लेकर आई थीं। विशेष रूप से मध्य प्रदेश से आए प्याज का बाजार में प्रमुखता से कारोबार हुआ, जहां इनका भाव 1600 से 1700 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहा।

एमपी के प्याज की कीमतें 1600 से 1700 रुपये प्रति मन के बीच चल रही हैं, जिसमें अधिकतर प्याज 1600  रुपये प्रति मन  में बिक रही है।

नासिक की पोजीशन भी 1600 रुपये के आसपास है और इसकी गुणवत्ता भी अच्छी है।

राजस्थान के प्याज में भी अच्छी क्वालिटी वाला प्याज 1600 से 1700 रुपये प्रति मन  में बिक रहा है, जबकि एवरेज क्वालिटी का प्याज 1500 से 1500 रुपये प्रति मन तक में मिल रहा है।

बहादुरगढ़ की मांग अधिक है, जहां का प्याज 1600 से 1700 रुपये प्रति मन  में बिक रहा है, और इसके साइज और चमक की वजह से इसे अधिक पसंद किया जा रहा है।
अजमेर की भी अच्छी डिमांड बनी हुई है।

पुणे का गुल्टा प्याज लगभग 41 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है, और मीडियम साइज की प्याज 1650 से 1700 रुपये के बीच बिक रही है।

पुणे का मोटा प्याज 1700 से 1720 रुपये प्रति मन तक बिक रहा है, जिसमें कुछ प्याज 1780 रुपये प्रति मन  तक भी बिके हैं।

नासिक की मंडियों में भी 35 से 40 रुपये प्रति किलो की रेंज में प्याज बिक रही है।

कुल मिलकर प्याज के रेट इस समय 40 से 47 रुपये प्रति किलो के बीच हैं। सामान्य प्याज का रेट 40-44 रुपये प्रति किलो है, जबकि एक्स्ट्रा सुपर क्वालिटी का रेट 45-47 रुपये प्रति किलो हो सकता है।

बारिश की स्थिति का भी प्याज के बाजार पर सीधा असर पड़ रहा है। हालांकि अभी बारिश रुक गई है, फिर भी अगर बारिशें लगातार जारी रहती हैं, तो प्याज की गुणवत्ता और मात्रा पर असर पड़ सकता है, जिससे बाजार में और भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।

साउथ की फसलें:
दक्षिण भारत में फसलें बारिश के कारण देरी से आ रही हैं। अगर बारिश जारी रहती है, तो फसलों को और नुकसान हो सकता है, जिससे बाजार में प्याज की कीमतों में उछाल हो सकता है। आमतौर पर, साउथ की प्याज की फसल 10 सितंबर के आसपास आ जाती है, लेकिन इस बार यह 15-20 दिन की देरी से आ सकती है।साथ ही राजस्थान के अलवर में प्याज की फसल 15 दिनों की देरी से आने की संभावना है, जिससे अक्टूबर के बजाय नवंबर में फसल आने की उम्मीद है। यह देरी बाजार में प्याज की कीमतों पर प्रभाव डाल सकती है, जिससे भाव में वृद्धि हो सकती है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार और सरकारी हस्तक्षेप:
बांग्लादेश में प्याज का भाव 100 से 105 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है, जिससे स्पष्ट है कि दक्षिण की फसलें देर से आने पर अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी असर पड़ सकता है। अलवर की स्थिति भी चिंता का विषय बनी हुई है, क्योंकि वहां की फसलें भी देरी से आ सकती हैं।

सरकारी योजनाओं का भी मंडी पर असर पड़ने वाला है। नेफेड और एनसीसीएफ के टेंडर्स के बाद सितंबर के पहले सप्ताह में सरकारी खरीद शुरू होने की संभावना है, जो बाजार में स्थिरता लाने में मदद कर सकती है। इस सरकारी हस्तक्षेप से बाजार में प्याज की कीमतों पर नियंत्रण बनाए रखने में सहायता मिलेगी।

व्यापारियों और किसानों की चुनौतियां:
प्याज की कीमतें नए माल के आने पर निर्भर करेंगी। अगर नया कर्नाटका का प्याज अच्छा आया तो रेट स्थिर रह सकते हैं, लेकिन यदि नए माल की क्वालिटी खराब रही तो पुराने माल की कीमतें बढ़ सकती हैं।
मध्य प्रदेश की मंडियों में प्याज की आवक सीमित हो रही है, जिससे भाव स्थिर बने रहने की उम्मीद है। हालांकि, 40,000 कट्टों की आवक के बावजूद बाजार में भाव में कोई खास बदलाव नहीं देखा जा रहा है। इस समय व्यापारी अपने माल को जल्दी निकालने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उन्हें भुगतान मिल सके। अक्सर व्यापारी अपनी पूंजी को निकालने के लिए पुराने भाव पर भी माल बेचते हैं।

भविष्य की संभावनाएं और संभावित जोखिम:
अलवर और अन्य जगहों के किसान भाइयों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने माल का भुगतान हाथों-हाथ लेकर जाएं। अगर समय पर भुगतान नहीं लेते, तो उन्हें आगे चलकर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय मंडी में प्रतिदिन औसतन 40 से 50 गाड़ियाँ बिक रही हैं। अगर यह संख्या बढ़ती है, तो भाव में वृद्धि की संभावना बनी रहती है, जबकि अगर गाड़ियों की संख्या कम होती है, तो भाव में गिरावट आ सकती है।


इंदौर मंडी की ताज़ा स्थिति (28 अगस्त 2024):
 
आवक: आज इंदौर चौतरा मंडी में 55 से 60 कट्टे प्याज की आवक देखने को मिली है। गेट 6:30 से 9 बजे तक खुला रहता है, जिससे आवक में वृद्धि देखी गई है।

मंडी भाव:
सुपर क्वालिटी प्याज: ₹33 से ₹36 प्रति किलो।
अच्छी क्वालिटी प्याज: ₹37 से ₹38 प्रति किलो।
मीडियम क्वालिटी प्याज: ₹22 से ₹25 प्रति किलो।

मंडी की स्थिति:
आज की स्थिति: मंडी में आज कुछ नरमी देखी गई है। पिछले दिनों की तुलना में आज प्याज के भाव में कमी आई है, जो ₹1 से ₹4 तक हो सकती है।
मार्केट में हल्के माल की आवक: आज हल्के माल की आवक ज्यादा देखी गई है। दागी प्याज की कीमतें ₹35-40 प्रति किलो के बीच रही हैं।

प्याज की क्वालिटी:

सुपर क्वालिटी: ₹38-40 प्रति किलो, जिसमें रंग और पत्तियां अच्छी हैं।
अच्छी क्वालिटी: ₹33-36 प्रति किलो, जिसमें हल्की समस्याएं हो सकती हैं लेकिन कुल मिलाकर गुणवत्ता ठीक है।
मीडियम क्वालिटी: ₹22-25 प्रति किलो, जिसमें कुछ हल्की समस्याएं जैसे मिस्सी समस्या देखने को मिलती है।
निष्कर्ष:
मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में मौसम, सरकारी योजनाओं और फसल की स्थिति का बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। व्यापारी और किसान दोनों को ही अपने निर्णय सोच-समझकर लेने की जरूरत है, ताकि उन्हें अच्छे परिणाम मिल सकें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।