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जीरा के भाव घूमते रहेंगे सिमित दायरे में | देखे आज की जीरा की तेजी मंदी रिपोर्ट

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जीरा के भाव घूमते रहेंगे सिमित दायरे में | देखे आज की जीरा की तेजी मंदी रिपोर्ट

बीता हुए अगस्त महीना में गुजरात में ऐतिहासिक तौर पर शुष्क साबित हुआ है। जिसमे भारतीय मौसम विभाग ने पूरे महीने में कम बारिश होने की जानकारी दी थी गुजरात में आम तोर से 21 प्रतिशत अगस्त महीने में भारतीय राज्य में करीब 120 सालों की सबसे कम बारिश हुई है। अगर दूसरी ओर देखे तो हाल ही में आई तेजी के बाद आवक भी कमजोर बन गई है। आने वाले दिनों में जीरा के भाव सीमित दायरे में घूमते रहने के आसार दिखाई दे रहे हैं। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे 

बिता हुए जुलाई महीने में दक्षिणी गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश होने और बाढ़ आने के बाद भी बाईट हुए अगस्त महीना में ऐतिहासिक तौर पर सबसे कम बरसाती महीना साबित हुआ है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि गुजरात में अभी के समय मानसून सीजन के आरंभ से लेकर अभी तक करीब 21 प्रतिशत बारिश कम हुई है हालांकि अगस्त महीने में राज्य, विशेषकर उत्तरी गुजरात, में करीब 120 सालों की सबसे कम बारिश हुई है। आने वाले दशहरे के त्यौहार के आसपास भारतीय राज्य में जीरे की नई फसल की बुआई शुरू होगी है।

इस बार कम बारिश होने की वजह से अभी से जीरे कि नई फसल की बिजाई प्रभावित होने और कमी आने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। लेकिन जीरे में हाल ही में बनी तेजी के बाद किसानों की बिकवाली सीमित ही बनी हुई है। यही कारण है कि ऊंझा मेंड़ी में जीरे की किसानी आवक फिलहाल करीब 2500 से 3000 बोरियों की ही हो रही है। इसके बाद भी ऊंझा में जीरे की कीमत हाल ही में 800 से 1000 रुपए तेज होकर फिलहाल 11,750/12,200 रुपए प्रति 20 किलोग्राम पर बनी हुई है। इसी प्रकार, स्थानीय थोक किराना बाजार में भी लिवाली बढ़ने से जीरा आम तौर पर 2 हजार रुपए तेज होकर फिलहाल 63000 से 64000 रुपए प्रति क्विंटल पर बना हुआ है। इससे पूर्व इसमें इतनी ही मंदी आई थी।
 
जीरा की कीमत में आई इस मंदी के कारण किसान अपनी जीरा की फसल की बिक्री रोक-रोक कर रहे हैं । फिलहाल आवक तुलनात्मक रूप से कम बनी होने की प्रमुख वजह यही है कि बीते हुए मार्च के महीने में हुई बारिश के कारण खासकर राजस्थान में जीरे की फसल को हानि पहुंची थी। इसके अलावा बंगलादेश समेत अन्य परम्परागत आयातक देशों की ऊंझा मंडी में जीरे में सक्रियता बनी हुई है। हालांकि कीमते आम भाव से ऊंची होने के वजह से उनकी खरीद सामान्य से कमजोर बताई जा रही है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

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