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क्या गेहूं के भाव में बन सकती है जोरदार तेजी | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में

क्या गेहूं के भाव में बन सकती है जोरदार तेजी | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
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किसान साथियो गेहूं की कीमतों में सोमवार से लगातार वृद्धि देखी जा रही है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद गेहूं के दामों में गिरावट नहीं आ रही है। इसके चलते आटे की कीमतों पर भी असर पड़ रहा है। मौजूदा समय में गेहूं के दामों में 25 से 30 रूपये तक की तेजी देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की कीमतों में यह तेजी संभवतः नई फसल आने तक जारी रह सकती है। बाजार में इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं, जिनमें उत्पादन की कमी और मांग का बढ़ना शामिल है।

गेहूं के भाव में फिर से आई तेजी
दिसंबर महीने की शुरुआत से गेहूं के दामों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। गेहूं की बढ़ती कीमतों ने आम जनता की जेब पर काफी असर डाला है। रोटी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे आम लोगों का बजट बिगड़ रहा है। सरकार ने गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद भी कीमतें काबू से बाहर हैं। गेहूं के दामों में बढ़ोतरी से किसानों को लाभ तो हो रहा है, लेकिन आम जनता के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई है। यह स्थिति एक तरह से किसानों और आम जनता के बीच एक विरोधाभासी स्थिति पैदा कर रही है।

MSP से भी ऊपर चल रहे है गेहूं के भाव
देश में गेहूं की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है। यह कीमतें अब सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से भी काफी ऊपर पहुंच गई हैं। गेहूं के दामों में इतनी तेजी आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि मांग में बढ़ोतरी, आपूर्ति में कमी, या फिर अन्य आर्थिक कारक। गेहूं की कीमतों में यह तेजी किसानों के लिए फायदेमंद तो है, लेकिन इससे उपभोक्ताओं पर महंगाई का बोझ बढ़ सकता है। कई जगहों पर गेहूं के दाम 4000 रुपये प्रति क्विंटल के पार पहुंच गए हैं, जबकि सरकार द्वारा घोषित MSP केवल 2275 रुपये प्रति क्विंटल है।

क्या मिल रहे है गेहूं के भाव
कल दिल्ली मंडी में गेहूं का रेट 15 रूपये की तेजी के साथ 3080 पर खुला था और शाम होते होते भाव 5 रूपये और तेज होकर भाव 3085 पर पहुंच गया | नोहर मंडी में गेहूं का रेट 2837 का दर्ज किया गया, जयपुर और खन्ना मंडियों में गेहूं का नेट भाव ₹ 3050 दर्ज किया गया। इटावा मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2800/2810 रहा और आवक 400/500 बोरी की हुई, जबकि औरैया मंडी में भाव ₹ 2820 रहा और आवक 1000/1100 बोरी रही। बहराइच मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2840 दर्ज किया गया और आवक 1000 बोरी की रही। ललितपुर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2775/2825 रहा और आवक 700/800 बोरी की हुई। कौशाम्बी मंडी में भाव ₹ 2900 रहा और आवक 1000/1100 बोरी रही। बुलंदशहर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2890 रहा और आवक 1200/1300 बोरी की हुई। तिलहर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2700 रहा और आवक 200 बोरी की हुई। मथुरा मंडी में भाव ₹ 2825 रहा और आवक 400 बोरी दर्ज की गई।

आटे के भाव में आई तेजी
देशभर में गेहूं के दाम लगातार एमएसपी से ऊपर बने हुए हैं। अलग-अलग मंडियों में गेहूं की कीमतों में अंतर देखने को मिल रहा है। गेहूं की बढ़ती कीमतों का सीधा असर आटे के दामों पर भी पड़ रहा है। कई स्थानों पर आटे की कीमत ₹50 प्रति किलोग्राम से लेकर ₹60 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। बढ़ती कीमतों ने आम उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है, जिससे खाद्य पदार्थों की महंगाई बढ़ने की आशंका और भी बढ़ गई है।

क्या गेहूं के भाव में तेजी आ सकती है
सरकार ने किसानों के हित में गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। यह निर्णय किसानों के लिए लाभकारी साबित होगा। हालांकि, नई गेहूं की फसल आने से पहले तक गेहूं के दामों में लगातार बढ़ोतरी होने की संभावना है। जो व्यापारी पहले से ही कम दामों पर गेहूं खरीद चुके हैं, वे इस समय बढ़ती कीमतों का लाभ उठाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले तीन से चार महीनों तक गेहूं के दाम इसी तरह बढ़ते रह सकते हैं। जब तक मंडी में नई गेहूं की आवक नहीं होती है, तब तक कीमतों को नियंत्रित करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। सरकार ने खुले बाजार में गेहूं की बिक्री बढ़ाने के लिए पिछले सप्ताह दिल्ली में गेहूं के साप्ताहिक टेंडर में 500 टन की कमी की थी। हालांकि, स्टॉकिस्ट अभी भी गेहूं बेचने के लिए उत्सुक नहीं दिख रहे हैं। इसकी वजह से गेहूं के दामों में 20-30 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई थी। लेकिन सप्ताहांत में बाजार में फिर से तेजी देखने को मिली। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की जो मात्रा बेची जा रही है, वह बाजार की मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। जब तक सरकार द्वारा बेची जाने वाली गेहूं की मात्रा नहीं बढ़ाई जाएगी और जमाखोरी पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक गेहूं के दामों में स्थिरता लाना मुश्किल होगा। वर्तमान में मिल क्वालिटी का गेहूं 3090-3100 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।