Movie prime

MP के इस इलाके में बिछेगी ये नई रेलवे लाइन | 40 गांवों की करोड़ों में खरीदी जाएगी ज़मीन

MP के इस इलाके में बिछेगी ये नई रेलवे लाइन | 40 गांवों की करोड़ों में खरीदी जाएगी ज़मीन
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

साथियों, मध्य प्रदेश में रेल यातायात के क्षेत्र में एक बड़े बदलाव की शुरुआत हो चुकी है। राज्य सरकार ने इटारसी और नागपुर के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट शुरू किया है, जो न केवल यात्रियों के लिए राहत देगा, बल्कि मालवाहन ट्रेनों के संचालन में भी सुधार करेगा। इस रेल लाइन के निर्माण के लिए मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की तीन तहसीलों के 40 गांवों से 16 हेक्टेयर से ज्यादा ज़मीन अधिग्रहित की गई है। इस प्रक्रिया में प्रभावित 290 किसानों को मुआवजा भी दिया जा रहा है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश में रेलवे नेटवर्क की क्षमता को बढ़ाना है। राज्य में जैसे-जैसे यात्री और मालवाहन ट्रेनों की संख्या बढ़ती जा रही है, इस प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार आवश्यक हो जाते हैं। ऐसे में रेलवे का विकास राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायक साबित होगा। इसके अलावा, इस परियोजना से क्षेत्रीय परिवहन और कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी, जिससे लोगों को यात्रा करने में कम समय लगेगा और व्यापारियों को उनके सामान की आपूर्ति में सहूलियत होगी। उम्मीद की जा रही है कि मध्य प्रदेश सरकार की इस योजना से राज्य का विकास नई ऊँचाइयों तक पहुँचने के रास्ते पर है, और यह परियोजना न केवल रेलवे की प्रणाली को आधुनिक बनाएगी, बल्कि राज्य की समग्र प्रगति में भी अहम भूमिका निभाएगी। तो चलिए, मध्य प्रदेश की इस नई और महत्वपूर्ण रेल परियोजना की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानते हैं इस रिपोर्ट में।

267 किमी लंबी रेल लाइन का महत्व

साथियों, इटारसी-आमला के बीच तीसरी रेल लाइन का निर्माण राज्य के रेल नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना के तहत 267 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, जो विभिन्न छोटे और बड़े शहरों को जोड़ने का काम करेगी। इटारसी और आमला के बीच यह नया मार्ग पहले से चली आ रही ट्रेनों की गति और संख्या को बढ़ाने में सहायक होगा। साथ ही, यह रेल लाइन दोनों शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी, जो व्यापार और यात्री ट्रैफिक को बढ़ावा देगी।

ज़मीन अधिग्रहण

दोस्तों, इस परियोजना के लिए बैतूल जिले के 40 गांवों से ज़मीन का अधिग्रहण किया गया है, और इसके लिए किसानों से मिली सहमति के तहत 16.036 हेक्टेयर भूमि ली जा रही है। यह कदम इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेलवे विकास को सुनिश्चित करेगा। इन परियोजनाओं से प्रभावित होने वाले किसानों को सरकार ने उचित मुआवजा और पुनर्वास की व्यवस्था की है, ताकि उनकी आजीविका पर कोई बुरा असर न पड़े। हालांकि, यह प्रक्रिया कई महीनों से चल रही थी, और ज़मीन अधिग्रहण में कुछ समय भी लग गया था। लेकिन अब इस परियोजना के मार्ग में कोई भी बाधा नहीं है क्योंकि अधिकारियों ने किसानों के साथ मिलकर इस समस्या को सुलझा लिया है।

सुरंगों और पुलों का निर्माण

दोस्तों, आपको बता दें कि इस रेलवे रूट पर चार प्रमुख घाट सेक्शन हैं, जिनमें से तीन घाट क्षेत्र में 1.40 किलोमीटर लंबी सुरंगें बनाई जाएंगी। यह सुरंगें न केवल ट्रेनों की सुगमता से आवाजाही को सुनिश्चित करेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में प्राकृतिक बाधाओं का सामना करने के लिए भी एक स्थायी समाधान प्रस्तुत करेंगी। इसके अलावा, इस परियोजना के तहत 361 पुलों और पुलियों का निर्माण भी किया जाएगा, जो रेलवे ट्रेनों के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक हैं। ये सुरंगें और पुलों के निर्माण से यह सुनिश्चित होगा कि ट्रेनों का संचालन बिना किसी रुकावट के हो सके, भले ही इलाके में भू-गर्भीय चुनौतियां हों।

रेल लाइन का निर्माण

साथियों, यह रेल लाइन न केवल यात्री ट्रेनों के लिए उपयोगी होगी, बल्कि मालवाहन ट्रेनों के संचालन में भी सुधार लाएगी। वर्तमान में, नागपुर-इटारसी सेक्शन में केवल दो रेल लाइनें हैं, जिनसे दोनों प्रकार की ट्रेनें – यात्री और मालवाहन – चलती हैं। इसका नतीजा यह होता है कि मालवाहन ट्रेनों को कई बार यात्री ट्रेनों की वजह से लंबा समय रोकना पड़ता है, जिससे मालवाहन की गति धीमी हो जाती है और व्यापारिक गतिविधियों में भी रुकावट आती है। तीसरी लाइन के निर्माण से यह समस्या हल हो जाएगी, क्योंकि मालवाहन और यात्री ट्रेनों के बीच कोई टकराव नहीं होगा। इटारसी से नागपुर तक तीसरी रेल लाइन के निर्माण से मध्य प्रदेश का रेलवे नेटवर्क पूरी तरह से आधुनिक होगा। इस लाइन के बनने से ना सिर्फ यात्रा की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास में भी योगदान देगा। नया नेटवर्क कनेक्टिविटी को बढ़ाकर व्यापार, पर्यटन और अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा। इस परियोजना में निवेश होने से राज्य में रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे, और इससे राज्य के समग्र विकास में मदद मिलेगी।

आवश्यकता और लागत

साथियों, इस परियोजना पर आने वाले खर्च की यदि बात करें तो यह तीसरी रेल लाइन परियोजना 2525 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी। यह रेल लाइन पुराने मार्ग के समानांतर बनाई जाएगी, जिससे ट्रेनों के संचालन में कोई रुकावट न आए और यात्री बिना किसी समस्या के अपनी मंजिल तक पहुँच सकें। इसके साथ ही, रेलवे प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि निर्माण कार्य में कोई देरी न हो, और यह परियोजना जल्द से जल्द पूरी हो ताकि जनता को इसका लाभ मिल सके।

👉 चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

News Hub