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इस देश के पास है दुनिया में सबसे अधिक सोना | जानें भारत का कौन सा है नंबर

इस देश के पास है दुनिया में सबसे अधिक सोना | जानें भारत का कौन सा है नंबर
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इस देश के पास है दुनिया में सबसे अधिक सोना | जानें भारत का कौन सा है नंबर

दोस्तों दुनिया भर के देशों में आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने के लिए गोल्ड रिजर्व (Gold Reserves) को बढ़ाना एक आम रणनीति बन चुका है। सोना, जिसे सैकड़ों सालों से एक मजबूत आर्थिक संपत्ति के रूप में माना जाता है, आज भी देशों की वित्तीय सुरक्षा का एक अहम हिस्सा है। खासकर जब बात हो मुद्रास्फीति (Inflation) या वैश्विक आर्थिक संकट की, तो सोना कई देशों के लिए एक बचाव कवच जैसा काम करता है। इसके अलावा, कई देश अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए भी सोने का भंडार बढ़ा रहे हैं। अब, आइए जानते हैं कि दुनिया में सबसे अधिक गोल्ड रिजर्व किसके पास है और भारत इस लिस्ट में किस नंबर पर है। तो चलिए सबसे अधिक सोने के 10 देश के बारे में विस्तार से जानते हैं इस रिपोर्ट में।

अमेरिका
साथियों अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) है, जो लगभग 8,133.46 टन है। इसका मूल्य करीब $6.09 बिलियन है। अमेरिका के पास इतना विशाल गोल्ड रिजर्व इस बात का प्रतीक है कि उसकी अर्थव्यवस्था कितनी मजबूत है। डॉलर लंबे समय से वैश्विक मुद्रा के रूप में इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन अमेरिका ने सोने को भी अपनी आर्थिक स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा बना रखा है। अमेरिका के पास सोने का इतना बड़ा भंडार इस बात को साबित करता है कि यह किसी भी आर्थिक संकट के समय अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने में सक्षम है। अमेरिका का सोना मुख्य रूप से फोर्ट नॉक्स (Fort Knox) और अन्य सरकारी तिजोरियों में रखा जाता है।

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जर्मनी
दोस्तों अगर दुनिया में सबसे अधिक सोना रखने वाले देशों की बात करें दो जर्मनी इसमें दूसरे नंबर पर आता है आपको बता दें कि जर्मनी का गोल्ड रिजर्व 3,351.53 टन है, जिसका मूल्य लगभग $2.51 बिलियन है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी ने अपने स्वर्ण भंडार को धीरे-धीरे बढ़ाया और अब यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व रखने वाला देश बन चुका है। जर्मनी का सोना बुंडेसबैंक (Bundesbank) की तिजोरियों में और कुछ गोल्ड विदेशों में रखा गया है। जर्मनी की रणनीति है कि वह अपने गोल्ड रिजर्व को लगातार बढ़ाता रहे ताकि वह किसी भी वैश्विक संकट या आर्थिक मंदी का सामना कर सके।

इटली
साथियों इस मामले में इटली विश्व में तीसरे स्थान पर आता है क्योंकि इटली हमेशा से यूरोप में व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। इसकी स्थिति को देखते हुए इटली ने समय-समय पर अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ाया है। इटली के पास 2,451.84 टन गोल्ड है, जिसका मूल्य करीब $1.82 बिलियन है। यह गोल्ड भंडार मुख्य रूप से यूरोपीय सेंट्रल बैंक के नियंत्रण में रहता है। इस गोल्ड रिजर्व से इटली की अर्थव्यवस्था को एक मजबूत आधार मिलता है, जो उसे वैश्विक बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रखता है।

फ्रांस
साथियों फ्रांस यूरोप की एक और महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति है और उसके पास भी विशाल गोल्ड रिजर्व है। सबसे अधिक गोल्ड वाले देशों में फ्रांस का नाम चौथे नंबर पर आता है फ्रांस के पास 2,436.97 टन सोना है, जिसका मूल्य $1.83 बिलियन है। फ्रांस हमेशा से ही अपने गोल्ड रिजर्व को उच्च स्तर पर बनाए रखने की कोशिश करता है, ताकि किसी भी संकट के समय उसकी अर्थव्यवस्था स्थिर बनी रहे। यह सोना बैंक ऑफ फ्रांस में सुरक्षित रखा जाता है और फ्रांस के लिए एक मजबूत आर्थिक सुरक्षा कवच का काम करता है।

रूस
दोस्तों रूस भी गोल्ड के मामले में पीछे नहीं है रूस ने अपनी विदेशी मुद्रा भंडार को विविध बनाने के लिए काफी बड़े पैमाने पर सोना खरीदा है। रूस का गोल्ड रिजर्व 2,335.85 टन है, जिसका मूल्य $1.83 बिलियन है। यूक्रेन के साथ युद्ध के बाद, रूस ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर और यूरो की बजाय सोने को प्राथमिकता दी। इसका मुख्य कारण था कि अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस के विदेशी मुद्रा भंडार को जब्त कर लिया। अब, रूस का सोना उसकी आर्थिक नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है और वह सोने के भंडार को बढ़ाकर अपने संकटों का सामना कर रहा है।

चीन
साथियों चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है और वह लगातार अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ा रहा है। चीन के पास 2,264.32 टन सोना है, जिसका मूल्य लगभग $1.69 बिलियन है। चीन का यह प्रयास है कि वह अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता को कम करे और अपनी मुद्रा युआन को मजबूती दे। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के पास यह गोल्ड सुरक्षित रखा जाता है। पिछले कुछ सालों में चीन ने अपने गोल्ड रिजर्व को तेजी से बढ़ाया है और यह सोना चीन की आर्थिक सुरक्षा का अहम हिस्सा है। गोल्ड रिजर्व के मामले में चीन दुनिया का छठा देश है जिसके पास सबसे अधिक सोना है।

जापान
साथियों विश्व में सबसे अधिक सोने के मामले में जापान सातवें नंबर पर आता है जापान के पास भी एक बड़ा गोल्ड रिजर्व है, जो 845.97 टन है, जिसका मूल्य $633 मिलियन है। आपको बता दें कि जापान की अर्थव्यवस्था बहुत बड़ी है, लेकिन उस पर विदेशी कर्ज भी काफी ज्यादा है। बीबीसी की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, जापान पर 9.2 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है, जो उसके जीडीपी से 266% ज्यादा है। इस आर्थिक स्थिति को देखते हुए, जापान ने गोल्ड रिजर्व को बढ़ाया है ताकि वह किसी भी वैश्विक आर्थिक संकट से सुरक्षित रह सके। बैंक ऑफ जापान में यह गोल्ड सुरक्षित रखा जाता है और यह जापान के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक स्थिरता का स्रोत है।

भारत
दोस्तों भारत के पास गोल्ड रिजर्व के मामले में दुनिया में आठवां स्थान है। भारत का गोल्ड रिजर्व 840.76 टन है, जिसका मूल्य करीब $630 मिलियन है। भारत में सोना न केवल वित्तीय संपत्ति के रूप में महत्व रखता है, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारतीय महिलाओं के पास गोल्ड का सबसे बड़ा भंडार है और यह भारत की आर्थिक सुरक्षा का एक अहम हिस्सा है। भारत भी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए तेजी से सोना खरीद रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) में यह गोल्ड सुरक्षित रखा जाता है और यह भारत की आर्थिक स्थिरता को मजबूत बनाता है।

नीदरलैंड्स
साथियों नीदरलैंड्स ने भी अपनी आर्थिक स्थिरता के लिए गोल्ड का बड़ा भंडार जमा किया है। यह भंडार उसे गोल्ड रिजर्व में दुनिया में नवे स्थान पर काबिज करता है नीदरलैंड्स के पास 612.45 टन गोल्ड है, जिसका मूल्य $458 मिलियन है। नीदरलैंड्स, जीडीपी के हिसाब से यूरोप का पांचवां सबसे बड़ा और दुनिया का 18वां सबसे बड़ा देश है। उसका गोल्ड रिजर्व उसके आर्थिक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है और यह देश को वैश्विक आर्थिक संकटों से बचने में मदद करता है। डच सेंट्रल बैंक में यह गोल्ड रखा जाता है।

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तुर्किए
साथियों दुनिया के 10 सबसे बड़े गोदरेजेरो देश में तुरकिया ने भी अपना नाम बना रखा है तुर्किए ने हाल के वर्षों में अपने गोल्ड रिजर्व को तेजी से बढ़ाया है। इसके पास 584.93 टन सोना है, जिसका मूल्य $438 मिलियन है। तुर्किए ने यह कदम वैश्विक अनिश्चितताओं से निपटने के लिए उठाया है। तुर्किए के केंद्रीय बैंक में यह सोना सुरक्षित रखा जाता है और यह देश के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सुरक्षा का स्रोत बन चुका है।

क्या सोने में निवेश करना सही रहेगा

दोस्तों दुनिया के सभी देश अपनी आर्थिक व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए लगातार सोने का रिजर्व बढ़ाने की कोशिश में लगे रहते हैं क्योंकि संकट के समय सोना हर किसी देश के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच बन सकता है इसके अलावा सोना निवेशकों के लिए महंगाई से सुरक्षा का एक अच्छा साधन हो सकता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो आर्थिक संकट या मुद्रास्फीति से बचने के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं। इसके अलावा, सोना बाजार संकट के समय भी एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, क्योंकि यह अक्सर शेयर मार्केट की गिरावट के समय पोर्टफोलियो को बचाता है। लंबी अवधि में सोने का मूल्य सामान्यत: बढ़ता है, इसलिए यह एक अच्छा दीर्घकालिक निवेश विकल्प हो सकता है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

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