प्राइवेट स्कूलों में फ्री में पढ़ सकेंगे आपके बच्चे | CM ने किया ऐलान | जाने योग्यता और शर्ते
दोस्तों हरियाणा सरकार ने गरीब परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। ‘मुख्यमंत्री हरियाणा समान शिक्षा राहत, सहायता एवं अनुदान’ योजना (चिराग योजना) के तहत, अब गरीब परिवारों के बच्चे निजी स्कूलों में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इस योजना के तहत, पात्र विद्यार्थियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे वे निजी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इस योजना की प्रक्रिया आगामी माह से शुरू होने जा रही है।
योजना की तिथियां और प्रक्रिया क्या ?
इस योजना के तहत इच्छुक निजी स्कूलों को 24 फरवरी से 7 मार्च के बीच पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके साथ ही, उन्हें अपनी कक्षाओं में उपलब्ध खाली सीटों का विवरण वेबसाइट पर अपलोड करने के साथ-साथ स्कूल के नोटिस बोर्ड पर भी प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। दोस्तों 15 मार्च से, पात्र विद्यार्थियों के लिए निजी स्कूलों में प्रवेश हेतु आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अभ्यर्थी 31 मार्च तक आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। यदि किसी स्कूल में उपलब्ध सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं, तो चयन प्रक्रिया ड्रॉ के माध्यम से की जाएगी। ड्रॉ की प्रक्रिया 1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक संपन्न होगी, जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी और अभिभावक उपस्थित रहेंगे। ड्रॉ में चयनित विद्यार्थियों को 15 अप्रैल तक अपने प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यदि चयनित विद्यार्थी प्रवेश नहीं लेते हैं, तो उनकी जगह प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) में शामिल विद्यार्थियों को मौका दिया जाएगा।
दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया 16 अप्रैल से 30 अप्रैल तक पूरी की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत केवल उन्हीं विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा, जिनके परिवार की वार्षिक आय 1,80,000 रुपये से कम है।
परिवार पहचान-पत्र (PPP) जरूरी
हरियाणा सरकार ने चिराग योजना के तहत परिवार पहचान-पत्र (PPP) को अनिवार्य कर दिया है। केवल उन्हीं विद्यार्थियों को इस योजना के तहत प्रवेश मिलेगा, जिनके अभिभावकों के पास परिवार पहचान-पत्र उपलब्ध होगा। इसी के आधार पर पात्रता सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, केवल उन्हीं निजी स्कूलों को सरकार द्वारा फीस प्रतिपूर्ति राशि प्राप्त होगी, जिन्होंने फार्म-6 में अपनी स्कूल फीस का विवरण चालू शैक्षणिक सत्र के लिए पोर्टल पर अपलोड किया होगा। दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों का पूरा विवरण एमआईएस (मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम) के तहत अपडेट किया जाएगा। साथ ही, चयनित विद्यार्थियों को अपने पुराने स्कूल से स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (SLC) लेना अनिवार्य होगा।
सरकारी स्कूलों से पढ़े बच्चों को ही मिलेगा लाभ
चिराग योजना के तहत, केवल उन्हीं विद्यार्थियों को निजी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा, जिन्होंने पिछले शैक्षणिक सत्र में सरकारी स्कूलों से अपनी पढ़ाई पूरी की हो। यदि कोई विद्यार्थी पहले से किसी निजी स्कूल में पढ़ रहा था, तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा, विद्यार्थी केवल उसी खंड (ब्लॉक) के निजी स्कूलों में आवेदन कर सकेंगे, जहां वे पहले सरकारी स्कूल में पढ़ रहे थे। हालांकि, वे एक से अधिक निजी स्कूलों में आवेदन कर सकते हैं।
क्या है इस योजना का उद्देश्य और लाभ
हरियाणा सरकार द्वारा लागू की गई चिराग योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। इस योजना से उन बच्चों को लाभ मिलेगा जो आर्थिक तंगी के कारण निजी स्कूलों में पढ़ने में असमर्थ होते हैं। सरकार की इस पहल से न केवल शिक्षा का स्तर ऊंचा उठेगा, बल्कि वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को समान अवसर भी प्राप्त होंगे। सरकार द्वारा यह योजना शिक्षा में समानता लाने और सरकारी व निजी शिक्षा प्रणाली के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना से निजी स्कूलों में पढ़ाई का सपना देखने वाले गरीब परिवारों के बच्चों को बड़ा लाभ मिलेगा और वे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सकेंगे।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।