देश में गेहूँ की खरीद 20 मिलियन टन के करीब, बाजार की चाल कैसी रहेगी?
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, इस साल देशभर में गेहूँ की सरकारी खरीद जोरों पर है और 24 अप्रैल 2025 तक कुल खरीद 19.86 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुँच चुकी है, जो पिछले साल की तुलना में 46% अधिक है। हालांकि, पंजाब और हरियाणा में अनाज के ढेर के कारण मंडियों में भीड़ बढ़ गई है, जिससे खरीद की गति थोड़ी धीमी हुई है। 24 अप्रैल को दैनिक खरीद 1.47 मिलियन टन रही, जो पिछले साल के मुकाबले 11.5% कम है।
पंजाब में निजी खरीद हावी
इस बार पंजाब में निजी व्यापारियों की भागीदारी बढ़ गई है। अब तक खरीदे गए 46.49 लाख टन गेहूँ में से 4.68 लाख टन निजी व्यापारियों ने खरीदा है। निजी प्लेयर्स किसानो को 2630-2640 रुपये/क्विंटल तक का भाव ऑफर कर रहे हैं, जो एमएसपी (2425 रुपये) से अधिक है। इससे मंडियों में हल्की तेजी बनी हुई है।
मिलर्स ने यूपी छोड़ पंजाब को चुना
पंजाब में इस साल मिलर्स ने यूपी और राजस्थान की मंडियों के बजाय गेहूँ खरीदने को तरजीह दी है। यूपी में सरकारी खरीद मजबूत होने और ट्रांसपोर्ट खर्च ज्यादा होने के कारण मिलर्स पंजाब से सीधी खरीद कर रहे हैं। राजस्थान सरकार द्वारा 150 रु बोनस देने से भी व्यापारी पंजाब की ओर झुक रहे हैं।
सिर्फ ₹ 500 में 6 महीने तक रोज़ाना धान, चावल, सरसों, सोयाबीन और चना के लाइव भाव पाएँ। सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540* ध्यान दें दोस्तों सिर्फ भाव पूछने के लिए कॉल/मैसेज न करें। धन्यवाद 🙏😊
पशु आहार कंपनियों और बीज कंपनियों की खरीद
डी-हियस इंडिया जैसी पशु आहार कंपनियां और कई बीज कंपनियां भी इस बार पंजाब की मंडियों से बड़ी मात्रा में गेहूँ खरीद रही हैं। वहीं, कुछ कमीशन एजेंट और किसान भंडारण कर एमएसपी से ऊपर बेचने की रणनीति अपना रहे हैं।
पंजाब और हरियाणा में सरकारी खरीद
पंजाब में अब तक 6.84 मिलियन टन गेहूँ खरीदा जा चुका है, जो पिछले साल के 4.58 मिलियन टन से काफी अधिक है। हरियाणा में भी सरकारी खरीद बढ़कर 5.89 मिलियन टन तक पहुँच गई है।
सरकारी खरीद लक्ष्य
सरकार ने इस साल 31.27 मिलियन टन गेहूँ खरीदने का लक्ष्य रखा है। इसमें पंजाब से 12.4 मिलियन टन, हरियाणा से 7.5 मिलियन टन, मध्य प्रदेश से 6 मिलियन टन, उत्तर प्रदेश से 3 मिलियन टन, राजस्थान से 2 मिलियन टन, बिहार से 0.2 मिलियन टन और गुजरात से 0.1 मिलियन टन का लक्ष्य शामिल है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान का प्रदर्शन
मध्य प्रदेश में अब तक 5.65 मिलियन टन गेहूँ की खरीद हो चुकी है, जो पिछले साल से बेहतर है। राजस्थान में एफएक्यू मानकों में ढील देने और बोनस योजना के कारण खरीद बढ़कर 0.88 मिलियन टन तक पहुँच गई है, जो पिछले साल से कहीं अधिक है।
सिर्फ ₹ 500 में 6 महीने तक रोज़ाना धान, चावल, सरसों, सोयाबीन और चना के लाइव भाव पाएँ। सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540* ध्यान दें दोस्तों सिर्फ भाव पूछने के लिए कॉल/मैसेज न करें। धन्यवाद 🙏😊
उत्तर प्रदेश में चुनौतियाँ
यूपी में सरकारी खरीद अपेक्षा के अनुरूप तेज नहीं हुई है। प्रमुख मंडियों में निजी व्यापारी बढ़िया गेहूं में 2600-2650 रुपये/क्विंटल भाव देकर किसानों से गेहूँ खरीद रहे हैं, जिससे सरकारी खरीद पर असर पड़ा है। और अच्छा माल सरकारी खरीद में नहीं जा रहा।
ताजा मंडी भाव
दिल्ली में गेहूँ का भाव पिछले सप्ताह में 20-25 रुपये बढ़कर ₹2655/क्विंटल हो गया है। अन्य मंडियों के ताजा भाव को देखें तो बहजोई मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2425 तेजी ₹ 15, इंदौर मंडी में गेहूं का रेट 2550, पंजाब की खन्ना में 2600, मैनपुरी में 2411, मथुरा में 2440, बारां में 2400 से लेकर 2681,बिल्सी मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2435 तेजी ₹ 5, इटावा मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2400, औरैया मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2420, अलीगढ़ मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2435 तेजी ₹ 5, बहराइच मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2390, कौशाम्बी मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2500 मंदी ₹ 20, आगरा मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2560, और किच्छा मंडी में गेहूं का रेट ₹ 2645 तक दर्ज किया गया।
आगे का अनुमान
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों मंडी मार्केट मीडिया ने दिल्ली में गेहूँ के भाव के 2550-2775 के नीचे नहीं जाने की संभावना जतायी थी। हमने बहुत पहले यह अनुमान दिया था कि गेहूं के भाव में गिरावट होगी लेकिन ₹2550 के स्तर से यह किसी भी सूरत में नीचे नहीं जाएगी। गेहूं के बढ़िया उत्पादन और अंतर्राष्ट्रीय संकेतों के आधार पर हमने यह बात कही थी। आपने देखा कि इस सीज़न में गेहूं के भाव 2600 के स्तर पर आने के बाद फिर से उपर उठ गए। आज की डेट में भाव 2660 के चल रहे हैं। गेहूं का उत्पादन इस साल बढ़िया हुआ है। सरकारी पूर्वानुमान और अलग अलग एजेंसियों की रिपोर्टों से इस बात की पुष्टि हो जाती है। इसके अलावा सरकारी खऱीद के बढ़िया रूझान भी उत्पादन बढ़ने का संकेत से रहे हैं। सरकारी खऱीद के साथ साथ निजी कंपनियों की अच्छी डिमांड देखने को मिल रही है। साथियो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अप्रैल का महीने खत्म होते ही मंडियों से गेहूं की आवक समाप्त हो जाएगी। प्राइवेट खऱीद के रूझान को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अब गेहूं में किसी बड़े मंदे जैसे कि 100-200 रुपये के मंदे की गुंजाईश नहीं है। मंडियों में बढ़ती खरीदी को देखते हुए आने वाले समय में 50-75 रुपये तक की हल्की रिकवरी संभव है। व्यापार अपने विवेक से करें।
👉 चावल के रियल टाइम में भाव और चावल व्यापार के लिए एप डाउनलोड करें
👉 सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540*
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।