Movie prime

क्या कहती है मलेशियाई पाम तेल की चाल ? खाद्य तेलों के भाव बढ़ेंगे या घटेंगे

खाद्य तेलों के भाव बढ़ेंगे या घटेंगे
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

दोस्तों, दुनिया के बड़े-बड़े ट्रेडर अपने मॉनिटर पर पाम ऑयल वायदा की हर टिक-टिक देख रहे होते हैं। मलेशिया, जो पूरी दुनिया के पाम तेल व्यापार का सबसे बड़ा खिलाड़ी है, वहां के वायदा बाज़ार में हल्की-सी भी हलचल हो जाए तो उसका असर भारत से लेकर यूरोप और अमेरिका तक महसूस होता है। खासतौर पर तब जब क्रूड ऑयल, सोया ऑयल या मुद्राओं की विनिमय दरें बदल रही हों।आपको बता दें कि जहां एक तरफ डालियान में खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ रही थीं,30 मई 2025 को मलेशिया के पाम तेल बाजार में कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।  बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (BMD) पर क्रूड पाम ऑयल (CPO) वायदा कीमतें लगभग 2% गिरकर MYR 3,870 प्रति टन से नीचे आ गईं, जिससे पांच दिनों की तेजी का सिलसिला टूट गया। मलेशिया पाम तेल में बन रहे इस उतार चढ़ाव के पीछे कई कारक  जिम्मेवार होते हैं जैसे कि अमेरिका की क्रूड पॉलिसी में बदलाव, यूरोपीय संघ के आयात डेटा, और मलेशियाई मुद्रा रिंगिट की चाल – वे सब एक जटिल लेकिन दिलचस्प जाल बुनते हैं, जिसमें हर देश की नीति, मौसम, राजनीति और खपत का गहरा असर होता है। इस रिपोर्ट में हम इन्हीं हर पहलू को गहराई से समझेंगे। तो चलिए इन पहलुओं को विस्तार से समझने के लिए पढ़ते हैं यह रिपोर्ट।

मलेशियाई पाम तेल वायदा में मंदी

बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर अगस्त महीने के लिए पाम तेल वायदा अनुबंध 12 रिंगिट या 0.31% बढ़कर 3,880 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच गया था। यह वृद्धि डालियान के खाद्य तेलों और क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी के कारण हुई, लेकिन अगर आज की बात करें तो  बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (BMD) पर क्रूड पाम ऑयल (CPO) वायदा कीमतें लगभग 2% गिरकर MYR 3,870 प्रति टन से नीचे आ गईं। जिसका कारण  शिकागो के सोया तेल में आई मंदी को भी बताया जा रहा है । अगर मलेशिया पाम तेल बाजार (KLC) भाव की बात करें तो जून भाव RM 3888, मंदी RM 41 (−1.04%),जुलाई भाव RM 3891, मंदी RM 51 (−1.29%),अगस्त भाव RM 3878, मंदी RM 54 (−1.37%),सितंबर भाव RM 3870, मंदी RM 51 (−1.30%) देखे जा सकते हैं

क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी

क्रूड ऑयल वायदा में तेजी आई, जिससे बायोडीजल उत्पादन के लिए पाम तेल का आकर्षण बढ़ गया। क्योंकि अमेरिका ने शेवरॉन को निर्यात से अलग कर दिया है, जिससे आपूर्ति में कमी की आशंका है। इसके अलावा, अमेरिकी क्रूड ऑयल स्टॉकपाइल्स में गिरावट और गैसोलीन की मांग में वृद्धि ने भी पाम तेल की कीमतों को समर्थन दिया। हालांकि मलेशियाई रिंगिट अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 0.26% कमजोर हुआ, जिससे विदेशी मुद्राओं में खरीद करने वालों के लिए पाम तेल अपेक्षाकृत सस्ता हो गया। यह विदेशी खरीदारों के लिए एक अवसर प्रस्तुत करता है, जिससे निर्यात में वृद्धि की संभावना है।

🔥💥 सिर्फ ₹ 500 में 6 महीने तक रोज़ाना धान, चावल, सरसों, सोयाबीन और चना के लाइव भाव पाएँ। सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540* ध्यान दें दोस्तों सिर्फ भाव पूछने के लिए कॉल/मैसेज न करें। धन्यवाद 🙏😊 

यूरोप में पाम तेल आयात में गिरावट

दोस्तों, यूरोपीय बाज़ार में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पाम तेल, जो कभी रसोई से लेकर फैक्ट्री तक का सुपरस्टार माना जाता था, अब यूरोप में धीरे-धीरे अपनी चमक खो रहा है। यूरोपीय आयोग (European Commission) की ताज़ा रिपोर्ट कहती है कि जुलाई 2024 से मई 2025 तक यूरोप का पाम तेल आयात 19% घटकर सिर्फ 2.57 मिलियन टन रह गया है। क्योंकि यूरोपीय आयोग द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार बीते जुलाई महीने से शुरू हुए सीज़न 2024–25 की 25 मई तक की अवधि में यूरोप का सोयाबीन आयात 1.269 करोड़ टन पर पहुंच गया है।

संभावित मूल्य सीमा

एक तकनीकी विश्लेषक के अनुसार, पाम तेल वायदा 3,814 से 3,838 रिंगिट प्रति टन के दायरे में आ सकता है, क्योंकि इसने 3,878 रिंगिट के अवरोध का सामना किया है। यह दर्शाता है कि बाजार में स्थिरता है, लेकिन आगे की चाल वैश्विक कारकों पर निर्भर करेगी। इस प्रकार, मलेशियाई पाम तेल वायदा बाजार में हालिया मंदी विभिन्न वैश्विक कारकों जैसे डालियान और क्रूड ऑयल की कीमतों, रिंगिट की कमजोरी, और यूरोपीय आयात प्रवृत्तियों के कारण हुई है। हालांकि, शिकागो के सोया तेल में मंदी और तकनीकी अवरोधों ने भी इस मंदी में अपने भूमिका निभाई है। डालियन एक्सचेंज और शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोयाबीन तेल और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट ने पाम तेल बाजार पर दबाव डाला। इसके अलावा चीन और भारत जैसे प्रमुख उपभोक्ता देशों से मांग में कमी आई, जिससे कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। साथ ही मौसमी कारणों से पाम तेल उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है, जिससे आपूर्ति बढ़ेगीजिससे कीमतों पर दबाव और बढ़ सकता है। वर्तमान में मलेशियाई पाम तेल बाजार में मंदी का रुख है, लेकिन उत्पादन में संभावित वृद्धि और वैश्विक मांग में उतार-चढ़ाव के कारण कीमतों में और गिरावट की संभावना बनी हुई है।  निवेशकों और व्यापारियों को इन कारकों पर नजर रखनी चाहिए और अपने निर्णयों में सतर्कता बरतनी चाहिए।

🔥💥 सिर्फ ₹ 500 में 6 महीने तक रोज़ाना धान, चावल, सरसों, सोयाबीन और चना के लाइव भाव पाएँ। सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540* ध्यान दें दोस्तों सिर्फ भाव पूछने के लिए कॉल/मैसेज न करें। धन्यवाद 🙏😊 
👉व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े

👉 चावल के रियल टाइम में भाव और चावल व्यापार के लिए एप डाउनलोड करें

👉 सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540*

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।