धान के किसानों को सरकारी रेट के ऊपर मिलेगा 100 रुपये का बोनस | जाने पूरी डिटेल्स
किसान साथियों ,भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए धान किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। इस निर्णय का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और धान की खेती के प्रति उन्हें प्रोत्साहित करना है। इसके तहत सरकार ने धान की खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के अतिरिक्त 100 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देने का फैसला किया है। यह निर्णय शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। यह कदम किसानों के कल्याण और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
बोनस की राशि
सरकारी अधिकारी के अनुसार, इस निर्णय के तहत 60 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है, जो राज्य के धान किसानों के लिए एक राहतकारी उपाय साबित होगा। मंत्रिमंडल सचिव वंदना दादेल ने जानकारी देते हुए बताया, "मंत्रिमंडल ने धान पर केंद्र के MSP के अलावा 100 रुपये प्रति क्विंटल के बोनस को मंजूरी दी है और इसके लिए 60 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।" यह बोनस किसानों की आय में सुधार और उन्हें बेहतर आर्थिक स्थिरता प्रदान करने के उद्देश्य से घोषित किया गया है।
राज्य सरकार की धान खरीद
झारखंड सरकार ने इस सत्र में किसानों से 6 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य भी रखा है। इस वर्ष, केंद्र सरकार ने तेलंगाना में सामान्य धान की किस्म के लिए MSP 2,300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान की किस्म के लिए 2,320 रुपये प्रति क्विंटल का MSP तय किया है। तेलंगाना के किसानों को 500 रुपए के बोनस के साथ कुल 2820 रुपए प्रति क्विंटल का रेट मिलेगा।और झारखंड में साधारण धान का MSP 2400 रुपए और ग्रेड A धान के लिए 2420 रुपए मिलेगा। यह मूल्य निर्धारण धान किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने में सहायक साबित होगा, जिससे उन्हें अपने उत्पाद की बिक्री में लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
मंत्रिमंडल की बैठक में अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 36 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिनमें से एक प्रमुख प्रस्ताव राज्य की 29,604 'जल सहिया' (जो पेयजल सेवाओं में कार्यरत हैं) को 12,000 रुपये मूल्य के स्मार्टफोन प्रदान करना है। यह पहल जमीनी स्तर पर पेयजल सेवा को और अधिक सुदृढ़ और सुलभ बनाने की दिशा में एक कदम है। इस प्रकार, दोस्तों ये सरकार ने न केवल किसानों के हित में ,बल्कि सामाजिक सेवाओं को सुधारने के लिए भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
भारत में धान उत्पादन का परिदृश्य
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने 2023-24 फसल वर्ष के लिए प्रमुख कृषि फसलों के तीसरे अग्रिम अनुमान जारी किए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में धान उत्पादन का व्यापक स्तर पर विस्तार हो रहा है। भारत में धान उत्पादन के मामले में कुछ राज्यों का प्रभुत्व है। देश में धान की पैदावार में लगातार वृद्धि देखी गई है, और अनुमानों के अनुसार, इस साल भी धान उत्पादन में 9.45 लाख मीट्रिक टन की वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष 1357.55 लाख मीट्रिक टन (LMT) से बढ़कर 1367.00 LMT हो गई है।
इस उत्पादन में तेलंगाना सबसे आगे है, जिसकी धान की पैदावार 166.31 लाख मीट्रिक टन है। धान के उत्पादन में उत्तर प्रदेश भी 166.31 लाख मीट्रिक टन के साथ दूसरे स्थान पर है।और तीसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल 151.18 लाख मीट्रिक टन के साथ है, जबकि पंजाब और ओडिशा क्रमशः 143.90 लाख और 101.30 लाख मीट्रिक टन धान के उत्पादन के साथ चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।