पंजाब पहुंचे कृषि मंत्री MSP आंदोलन पर होगी चर्चा | जाने पूरी डिटेल्स
किसान साथियो संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने फरवरी 2024 से अपना आंदोलन जारी रखा है। उनकी मुख्य मांगें सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून और अन्य कृषि संबंधी मुद्दे हैं। इस आंदोलन के तहत आज किसानों और सरकार के बीच बातचीत होनी है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस महत्वपूर्ण बैठक के लिए पंजाब दौरे पर हैं। चंडीगढ़ में होने वाली यह बैठक बड़े नीतिगत फैसलों का आधार बन सकती है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल दो महीने से अधिक समय से आमरण अनशन पर हैं, जिससे सरकार पर भी किसानों की मांगों के समाधान के लिए दबाव बढ़ रहा है।
किसान और सरकार की आज चंडीगढ़ में बैठक
पंजाब और हरियाणा सीमा के खनौरी और शंभू पर किसान, सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी कानून सहित 12 अन्य मांगों को लेकर डेरा डाले हुए हैं। खनौरी सीमा पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं, जबकि शंभू सीमा पर सरवन सिंह पंढेर के नेतृत्व में किसान जमे हुए हैं। आज, 22 फरवरी 2025 को, केंद्र सरकार की ओर से शिवराज सिंह चौहान और किसान नेताओं के बीच चंडीगढ़ में बातचीत होने वाली है। इससे पहले, 14 फरवरी को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ किसानों की बैठक हुई थी, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला था। पिछले साल भी सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हुई थी, लेकिन दोनों पक्ष किसी समझौते पर नहीं पहुंच सके।
परसों से हो सकता है आंदोलन समाप्त
चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच होने वाली महत्वपूर्ण बैठक से ठीक पहले, शुक्रवार की शाम सोनीपत में किसानों की एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में, किसानों ने सरकार को स्पष्ट रूप से यह आश्वासन दिया कि यदि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून पर सहमति जताती है, तो वे आगामी कल से ही अपना आंदोलन समाप्त कर देंगे। किसानों का यह प्रस्ताव सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो इस मुद्दे के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकता है। पिछले वर्ष, जब पंजाब की सीमाओं से किसानों ने हरियाणा में प्रवेश करके दिल्ली की ओर कूच किया था, उस समय हरियाणा की सीमाओं पर किसानों और पुलिस के बीच एक दुखद संघर्ष हुआ था। इस संघर्ष में, युवा किसान शुभकरण को गोली लगी और उनकी मृत्यु हो गई। शुक्रवार को उनकी बरसी के अवसर पर, सोनीपत अनाज मंडी के किसान भवन में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए। यह घटना किसानों के संघर्ष और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों की गंभीरता को दर्शाती है।
MSP गारंटी कानून से कम कुछ भी नहीं चाहिए
किसानों का कहना है कि सरकार उनके नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन पर भी ध्यान नहीं दे रही है, जबकि चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को एमएसपी का आश्वासन दिया था। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है और वे अपने नेताओं से भी सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। सरकार के साथ होने वाली वार्ता को लेकर किसानों को उम्मीद है कि सरकार उनकी मांगों को स्वीकार करेगी और एमएसपी गारंटी कानून से कम पर समझौता नहीं होगा।
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।