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ईंट खऱीदने जा रहे हैं तो ये रिपोर्ट जरूर देख लें | जाने कैसे करें बढ़िया ईंट की पहचान

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दोस्तों, घर हर किसी का सपना होता है। इसे बनाने में इंसान अपनी जिंदगीभर की कमाई लगा देता है। घर बनाने के लिए ईंट एक बहुत योगदान होता है. पहले के समय में घर बनाने के लिए मिट्टी की पकी हुई ईंटों का ही इस्तेमाल किया जाता था, जिन्हें भट्ठों में पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता था। ईंटों की गुणवत्ता जांचने के लिए लोग उन्हें आपस में टकराकर देखते थे—अगर साफ़ आवाज़ आती और ईंट नहीं टूटती, तो उसे मजबूत माना जाता था। इसके अलावा, ईंट को पानी में भिगोकर उसकी जल-अवशोषण क्षमता भी जांची जाती थी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह बारिश और नमी को सह सके। घरों की नींव पत्थर और चूने से बनाई जाती थी, और दीवारों को जोड़ने के लिए गारा (मिट्टी और चूना मिश्रण) का उपयोग किया जाता था। मोटी दीवारें और ऊँची छतें घर को गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म बनाए रखती थीं। घरों की डिज़ाइन में आंगन, बरामदे और हवादार खिड़कियां होती थीं, जिससे प्राकृतिक रोशनी और हवा का प्रवाह बना रहता था, जिससे बिजली की जरूरत कम पड़ती थी। परंतु अब फ्लाई ऐश (Fly Ash) और सीमेंट की ईंटें से घर बन रहे है दोस्तों घर की मजबूती और टिकाऊपन इस बात पर निर्भर करता है कि इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री कैसी है। ईंट (Bricks) किसी भी मकान की नींव होती है, और अगर ईंट सही नहीं चुनी गई तो मकान लंबे समय तक टिक नहीं सकता। लेकिन बाजार में कई तरह की ईंटें मौजूद हैं, ऐसे में सबसे अच्छी ईंट कैसे चुनें? हमने इस बारे में आर्किटेक्ट डॉ. सोमा मिश्रा से बात की, जिन्होंने बताया कि सही ईंट कैसे पहचानें और कौन-सी ईंट सबसे बेहतर होती है।

सीमेंट की ईंट पर अभी भरोसेमंद नहीं

आजकल फ्लाई ऐश (Fly Ash) और सीमेंट की ईंटें बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन इनकी मजबूती और दीर्घकालिक टिकाऊपन को लेकर अभी भी संदेह बना हुआ है। आर्किटेक्ट डॉ. सोमा मिश्रा के अनुसार, मिट्टी की ईंटें (Clay Bricks) अधिक भरोसेमंद होती हैं, क्योंकि ये वर्षों से इस्तेमाल हो रही हैं और अपनी मजबूती साबित कर चुकी हैं। फ्लाई ऐश की ईंटें नई टेक्नोलॉजी से बनाई जाती हैं, लेकिन इनकी असली ताकत का सही अंदाजा तभी लगेगा जब ये लंबे समय तक घरों में उपयोग की जाएँगी। सीमेंट की ईंटों में कुछ प्रमुख कमजोरियाँ होती हैं, जैसे कि ये जल्दी कमजोर हो सकती हैं, खासकर भूकंप या आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं में। इसके अलावा, इनका निर्माण पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इसमें केमिकल्स और औद्योगिक कचरे (industrial waste) का उपयोग किया जाता है, जिससे प्रदूषण की समस्या बढ़ती है। साथ ही, इन ईंटों का थर्मल इंसुलेशन (Thermal Insulation) कमज़ोर होता है, जिससे घर के अंदर का तापमान जल्दी प्रभावित होता है—गर्मियों में यह ज्यादा गरम और सर्दियों में ज्यादा ठंडा हो सकता है।

मिट्टी की ईंट क्यों है सबसे बेहतर?

मिट्टी की ईंटें प्राचीन काल से घर बनाने के लिए उपयोग की जाती रही हैं, और इनकी मजबूती तथा टिकाऊपन की परख समय के साथ हो चुकी है। आर्किटेक्ट डॉ. सोमा मिश्रा का मानना है कि मिट्टी की ईंटें प्राकृतिक और भरोसेमंद होती हैं, जो किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य के लिए उपयुक्त होती हैं। इनका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये ज्यादा मजबूत और टिकाऊ होती हैं। इन ईंटों का संरचना (Structure) बेहतर होता है, जिससे घर की नींव और दीवारें मजबूत बनी रहती हैं, और लंबे समय तक इनकी क्वालिटी बनी रहती है। इसके अलावा, थर्मल इंसुलेशन (Thermal Insulation) में मिट्टी की ईंटें बेहतरीन मानी जाती हैं, क्योंकि ये गर्मी और ठंड को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। गर्मियों में ये घर को ठंडा और सर्दियों में गर्म बनाए रखती हैं,

इनका एक और प्रमुख लाभ यह है कि ये हवादार होती हैं और प्राकृतिक वेंटिलेशन (Ventilation) को बनाए रखती हैं, जिससे घर के अंदर ताजगी बनी रहती है और सीलन (Dampness) की समस्या नहीं होती। मिट्टी की ईंटें हवा को आसानी से अंदर-बाहर आने जाने देती हैं, जिससे घर के अंदर नमी संतुलित रहती है और दीवारें सूखी रहती हैं। इसके अलावा, ये पर्यावरण के अनुकूल (Eco-Friendly) होती हैं, क्योंकि इन्हें प्राकृतिक संसाधनों से बनाया जाता है और इनमें किसी भी तरह के हानिकारक केमिकल्स (Chemicals) का उपयोग नहीं होता। इसलिए, यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित विकल्प है।

निर्माण के लिहाज से भी मिट्टी की ईंटें बेहद आसान और किफायती (Affordable) होती हैं। ये छोटे-बड़े सभी तरह के निर्माण कार्यों में आसानी से इस्तेमाल की जा सकती हैं, और यदि समय के साथ मरम्मत (Repair) की जरूरत पड़े तो इसे बिना किसी अतिरिक्त लागत के आसानी से ठीक किया जा सकता है। मिट्टी की ईंटों से बना घर प्राकृतिक रूप से ठोस, मजबूत, और आरामदायक होता है, जिससे यह एक बेहतरीन और पारंपरिक विकल्प बनता है। अगर आप लंबे समय तक टिकाऊ और सुरक्षित मकान बनाना चाहते हैं, तो मिट्टी की ईंटों का इस्तेमाल सबसे बेहतर रहेगा।

सही ईंट चुनाव कैसे करे

दोस्तों अगर आप घर बनाने के लिए मिट्टी की ईंटें खरीद रहे हैं, तो उनकी गुणवत्ता की जांच करना बहुत जरूरी है, क्योंकि खराब क्वालिटी की ईंटें घर की मजबूती पर असर डाल सकती हैं। सबसे पहले ईंट का साउंड टेस्ट करें, इसके लिए दो ईंटों को आपस में टकराएं, अगर इनसे तेज और स्पष्ट (Sharp) आवाज आती है, तो इसका मतलब है कि ईंट अच्छी क्वालिटी की है। अगर आवाज भारी या ठंडी लगे, तो यह संकेत है कि ईंट कमजोर है और इसे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। दूसरा महत्वपूर्ण परीक्षण पानी अवशोषण टेस्ट (Water Absorption Test) है। एक ईंट को 24 घंटे तक पानी में डुबोकर रखें, अगर यह 15-20% से ज्यादा पानी सोख ले, तो यह कमजोर मानी जाती है और निर्माण के लिए सही नहीं है, क्योंकि ज्यादा पानी अवशोषित करने वाली ईंटें बारिश और नमी से जल्दी खराब हो सकती हैं।

इसके अलावा, ईंट के रंग पर भी ध्यान दे । गहरी लाल या तांबे जैसी ईंटें सबसे अच्छी मानी जाती हैं, क्योंकि ये सही तापमान पर पकी होती हैं और उनकी मजबूती बेहतर होती है। वहीं, हल्की पीली या सफेद रंग की ईंटें आमतौर पर अधपकी या कम तापमान पर बनी होती हैं, जो कमजोर हो सकती हैं। आकार और सतह की जांच करते समय यह देखना जरूरी है कि ईंटें एक समान आकार (Uniform Shape) की होनी चाहिए और उनकी सतह स्मूथ एवं दरार-मुक्त (Crack-Free) होनी चाहिए। असमान आकार वाली या दरारों वाली ईंटें निर्माण कार्य में परेशानी पैदा कर सकती हैं और दीवारों की मजबूती कम कर सकती हैं

अंत में, ईंट का भार और ताकत भी जांचना चाहिए। एक अच्छी ईंट को ऊंचाई से गिराने पर नहीं टूटना चाहिए। यह संकेत देता है कि ईंट मजबूत और टिकाऊ है। हालांकि, ईंट बहुत ज्यादा भारी भी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह दीवारों पर अनावश्यक दबाव डाल सकती है

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।