क्या जयपुर में 7000 के पार हो जाएंगे सरसों के रेट | देखें सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट में
सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट 22 जून 2025
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों, मंडी मार्केट मीडिया पर हम सरसों को लेकर कई सालों से रिपोर्टिंग कर रहे हैं। हमारी रिपोर्ट 99% तक सटीक साबित हुई है। साथियों, हमने 2 महीने पहले ही जयपुर में 6850 का टारगेट दिया था, और कल शाम को बाजार ने यह टारगेट अचीव कर लिया। साथियो, बड़ी बात यह भी है कि शनिवार को सप्ताह के अंतिम दिन की तेजी के बाद सरसों बाजार सीजन के सबसे ऊंचे रेट पर पहुंच गया है। जयपुर में बाजार 6850 पर बंद हुआ, जो कि इस सीजन का सबसे ऊंचा रेट है। इसी तरह से सलोनी प्लांट पर भी सरसों के भाव में 7500 का लेवल दिखाया गया, जो कि इस सीजन का सबसे ऊंचा रेट है। साथियो, इसी तरह से अन्य मंडियों और बड़े प्लांटों ने भी सीजन के सबसे ऊंचे रेट दिखाए हैं।
साथियों, अब सवाल अगला जो उठता है वह यह है कि सरसों यहां से आगे कितनी तेज़ हो सकती है। हमने पहले भी कहा है कि तेजी के माहौल में सब तेजी-तेजी चलते हैं और जब मंदी आती है तो फिर कोने में छुप जाते हैं। लेकिन हमेशा बाजार के फंडामेंटल्स के ऊपर अपनी राय दी है। तुरंत की तेजी पर हमने कभी कोई कमेंट नहीं किया है।
इस समय जो बाजार की स्थिति है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि फिलहाल बाजार और थोड़ा बहुत तेज़ हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालात बिगड़े हुए हैं, आज अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, जिसकी जवाबी कार्रवाई ईरान कर सकता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माहौल और बिगाड़ सकता है। इस माहौल के बिगड़ने के कारण जहाज की आवाजाही प्रभावित हो सकती है, और भारत जो कि बहुत बड़ा आयातक है खाद्य तेलों का, उसके आयात पर भी फर्क पड़ सकता है। सिर्फ 600 रुपये में 6 महीने तक Whatsapp पर रिपोर्ट पाने के लिए 9729757540 पर मैसेज करें
साथियो, अगर घरेलू बाजार में सरसों की चाल का अध्ययन करें तो साफ़ दिखता है कि भाव तेज़ होने के बाद बीच-बीच में ₹50 से ₹100 की कमजोरी दिखती है, लेकिन यह कमजोरी टिकाऊ नहीं रह पाती और बाजार ब्रेक के बाद फिर से ऊपर की तरफ चलने लगते हैं। सरसों की कमजोर आवक, विदेशी बाजारों में बढ़िया तेजी, और उत्पादन में पोल होने के कारण बाजार को लगातार सपोर्ट मिल रहा है।
मंडियों की बात करें तो भरतपुर ₹6430 प्रति क्विंटल ₹25 की तेजी के साथ, चरखी दादरी ₹6550, भिवानी ₹6425 और सिरसा ₹6350 प्रति क्विंटल के भाव पर बंद हुई। दिल्ली नजफगढ़ मंडी में 39% लैब वाली सरसों ढेरी ₹6350 प्रति क्विंटल तक बिकी।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, तेलों की मांग बढ़ने और आपूर्ति बाधित होने के कारण सरसों की कीमतों में आगे और तेजी आने की संभावना है। मुंबई और कांडला पोर्ट पर इंडोनेशिया से आने वाले क्रूड पाम ऑयल से भरे आठ जहाज (1.57 लाख टन) खाली होने की प्रतीक्षा में हैं और पांच जहाज (1.59 लाख टन) अभी रास्ते में हैं, जिससे आपूर्ति श्रृंखला बाधित है और देरी के कारण डैमेज शुल्क भी लगेगा, जिससे आयात महंगा हो रहा है। SEA ने सरकार को पत्र लिखकर चिंता जाहिर की है। इससे घरेलू तेल बाजार में कमी और महंगाई की आशंका बनी हुई है, जो सरसों में और तेजी को समर्थन दे सकती है।
इसके अलावा, इराक-इज़राइल युद्ध का खाद्य पदार्थों पर असर पड़ने की आशंका भी बाजार की धारणा को प्रभावित कर सकती है। मंडी मार्केट मीडिया का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालात नहीं सुधरते हैं, तो जल्दी ही आपको जयपुर में 7000 के भाव दिखाई देंगे। व्यापार अपने विवेक से ही करें।
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