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सोयाबीन के बाजार में क्या हो रही है हलचल | देखें बाजार का पूरा विशलेषण

सोयाबीन के बाजार में क्या हो रही है हलचल | देखें बाजार का पूरा विशलेषण
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयों पिछले कुछ समय से सोयाबीन के बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है। भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से ₹800 तक कम चल रहे हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है । मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान की मंडियों में सोयाबीन के दाम ₹4000 से लेकर ₹4350 प्रति क्विंटल के दायरे में बने हुए थे। आज फिर से खाद्य तेलों के बाजार में कमजोरी का रुझान दिख रहा है। साथियो पिछले एक हफ्ते के रूझान को देखें तो शुरुआत में कीर्ति प्लांट 4290 रुपये पर खुला था, और पूरे सप्ताह के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सप्ताह के मध्य में मंदी के कारण यह 4280 रुपये तक गिर गया, लेकिन अंत में हल्की रिकवरी लेते हुए शनिवार को कीर्ति सोलापुर प्लांट 4330 रुपये पर बंद हुआ। आवक की बात करें तो, सप्ताह की शुरुआत में देशभर में 2,70,000 बोरियों की आवक थी, जो अंतिम कारोबारी दिन तक घटकर 1,60,000 बोरियों तक सिमट गई। यह संकेत देता है कि बाजार में सोयाबीन की उपलब्धता सीमित होती जा रही है। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |

बाजार को प्रभावित करने वाले प्रमुख घटक
1. सरकार द्वारा ड्यूटी बढ़ाने की संभावनाएं:

सरकार वनस्पति तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने पर विचार कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर यह फैसला लिया जाता है, तो इससे घरेलू तेल बाजार को समर्थन मिलेगा और खाद्य तेलों के भाव में 50-60 रुपये प्रति 10 किलो की तेजी बन सकती है। अगर ऐसा होता है तो सोयाबीन के भाव में रिकवरी आ सकती है। हालांकि, आयात शुल्क पर अब तक कोई आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है।

2. विदेशी बाजारों में उतार-चढ़ाव:
मलेशिया पाम तेल बाजार (KLC) आज सोमवार को पाम तेल. का अप्रेल वायदा 72 रिंगिट प्रति टन की कमजोरी के साथ 4690 कारोबार कर रहा है   शिकागो बाजार में सोया तेल 0.53% तक कमजोर हुआ। चीन के डालियान बाजार में पाम तेल 188  युआन और सोया तेल 30 युआन कमजोर है । इंडोनेशिया के B40 प्रोग्राम की देरी से पाम तेल की पिछले दिनों आयी तेजी पर असर पड़ सकता है।

3. विदेशी बाजारों की खबरे
ब्राजील में रिकॉर्ड उत्पादन होने के कारण, अमेरिकी सोयाबीन की मांग में गिरावट आई है। ब्राजील में पराना गुआ बंदरगाह पर सोयाबीन का FOB ऑफर मूल्य 417 डॉलर प्रति टन तक गिर चुका है। अमेरिका द्वारा चीन और मैक्सिको पर आयात शुल्क लगाने से अमेरिकी सोयाबीन निर्यात और प्रभावित हो सकता है। मलेशिया पाम तेल बाजार में पिछले हफ्ते की तेजी के बाद आज कमजोरी बनी हुई है,  इंडोनेशिया के B40 कार्यक्रम की देरी से बाजार प्रभावित हो सकता है। अर्जेंटीना में सोया तेल स्टॉक 50% तक घट गया, जिससे इसकी मांग बढ़ रही है।

इस समय घरेलू बाजार में क्या है सेंटिमेंट
घटी कीमत पर भी सोयाबीन की बिक्री सुस्त ही बनी हुई है। सरसों के लगातार तेज होने के बाबजूद जलगांव में सोयाबीन 4050 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर ही अपरिवर्तित बना रहा। हाल ही में इसमें 50 रुपए की मंदी आई थी। अंतर्राष्ट्रीय खाद्य तेल वायदा में  निवेशकों की लिवाली कमजोर पड़ने से पाम तेल में 72 रिंगिट प्रति टन की कमजोरी चल रही है जबकि शिकागो के सक्रिय तिमाही सेाया तेल 'वायदा में 45 सैंट प्रति पौंड की मंदी का कारोबार हुआ  आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में सोयाबीन में तेजी की आस नजर नहीं आ रही है। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |

ताजा भाव और बाजार ट्रेंड
मध्य प्रदेश मंडियां: ₹4000 - ₹4350 प्रति क्विंटल
महाराष्ट्र मंडियां: ₹4000 - ₹4275 प्रति क्विंटल
राजस्थान मंडियां: ₹4000 - ₹4300 प्रति क्विंटल
कीर्ति प्लांट: लातूर ₹ 4300, सोलापुर ₹ 4330, कुशनूर ₹ 4330, हिंगोली ₹ 4330

तेलों में क्या हुई हलचल
घरेलू बाजार में पिछले हफ्ते सोया तेल 5-15 रुपये प्रति 10 किलो तक बढ़कर अमरावती में 1330 रुपये तक पहुंच गया। जब कि कांडला बंदरगाह पर सीपीओ पाम तेल 10 रुपये कमजोर होकर 1323 रुपये पर बंद हुआ। कांडला में सोया रिफाइंड तेल 1325 रुपये दर्ज हुआ, जो इस सीजन में पहली बार सीपीओ से महंगा हुआ।

आगे का बाजार अनुमान
सरकार द्वारा ड्यूटी बढ़ाने की घोषणा बाजार को मजबूती दे सकती है। 31 मार्च को सरकार वायदा कारोबार और इंपोर्ट ड्यूटी पर कुछ महत्वपूर्ण फैसले ले सकती है, जो बाजार को सीधे प्रभावित करेंगे। यदि सरकार तेलों के आयात शुल्क में बढ़ोतरी करती है, तो सोयाबीन की कीमतों में सुधार देखने को मिलेगा। लेकिन यदि यह फैसला नहीं लिया जाता है, तो बाजार में कोई बड़ी तेजी की संभावना नहीं दिख रही है। इसके अलावा त्योहारों और शादियों की डिमांड से बाजार में सपोर्ट मिल सकता है। सोया खली की डिमांड में वृद्धि बाजार को स्थिरता दे सकती है। विदेशी बाजारों में अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।