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सरसों किसानों को सीज़न का टॉप रेट दिला सकती है ये रिपोर्ट | एक क्लिक में पढ़ें

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किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर हम पिछले कई साल से तेल तिलहन की मुख्य फ़सल सरसों को लेकर रिपोर्ट लाते रहते हैं। बाजार में चाहे तेजी हो या मंदी लेकिन हमारी यही कोशिश रही है कि आपको आपकी फ़सल का टॉप भाव मिले। जिस तरह से पिछले दो सालों से सरसों के बाजार की चाल रही है उसे देखते हुए नहीं लगता कि इन भावों को देखकर किसानों को किसी किस्म का संतोष मिला होगा। हालांकि अगर आपने सही समय पर सही निर्णय लिया होगा तो जरूर आपको थोड़ा बहुत लाभ मिला होगा। मंडी भाव टुडे ने जब सरसों के भाव अपने टॉप पर थे तभी,बता दिया था कि सरसों को निकालने का इससे बढ़िया समय नहीं हो सकता। बहरहाल हम यह भी जानते हैं कि बहुत सारे किसान उस समय अपना माल नहीं निकाल पाए थे। साथियों अब जो किसान साथी अपना माल नहीं निकाल पाए थे हम चाहते हैं कि उन्हें भी आगे चलकर कम से कम नुकसान हो इसीलिए हम यह रिपोर्ट आपके सामने लेकर आए हैं। अगर आपने अपनी सरसों को नहीं निकाला है या फिर आपने नई सरसों की कटाई का काम पूरा कर लिया है तो यह रिपोर्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों अगर बाजार के ताजा माहौल की बात करें तो शनिवार को बाजार में मंदी का माहौल ही देखने को मिला। एक तरफ जहां जयपुर में सरसों के भाव 25 रुपये तक टूटे वहीं भरतपुर में लगभग 50 रुपए की कमजोरी देखने को मिली। जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव 5625 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। इसी तरह से भरतपुर में सरसों के भाव 5255 रुपए प्रति क्विंटल रह गए । दिल्ली में लॉरेंस रोड और चरखी दादरी में कंडीशन सरसों के भाव क्रमशः 5475 और 5425 रुपए प्रति क्विंटल तक बोले गए । रेवाड़ी में 40 लैब सरसों के भाव 5200 और भिवानी में 5250 के रेट रहे। शनिवार होने के कारण सरसों की आवक में मामूली गिरावट दर्ज की गई शनिवार को सरसों की कुल आवक 2 लाख 65 हजार बोरी की रही जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में यह 2 लाख 85 हज़ार बोरी दर्ज की गई थी।

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प्लांटों ने 100 रुपये तक गिराए भाव
किसान साथियों अगर ब्रांडेड तेल मिलो के भाव को देखें तो सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव 50 रुपये टूटकर 6025 रुपये प्रति क्विंटल रह गए । गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों 100 और सोयाबीन दोनों 100 रुपये तक टूटी । आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों के रेट 75 रुपये टूटकर 5750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। रुचि प्लान्ट ने भी सरसों के भाव 100 रुपये तक गिराए हैं।

विदेशी बाजारों में क्या हुआ रूझान
किसान साथियों अगर विदेशी बाजारों की रुझान की बात करें तो यहां पर मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां मलेशिया में पाम तेल का वायदा बाजार पिछले दो महीने के बाद 4000 रिंगिट के पार हुआ है वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के शिकागो में CBOT पर सोया तेल के भाव में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा। मलेशिया में सुधार होने के कुछ खास कारणों में लाल सागर का विवाद, और उत्पादन में सम्भावित कमी को शामिल किया जा सकता है। चीन की डिमांड भी पाम तेल के बाजार को सपोर्ट कर रही है। USDA ने अपनी जनवरी रिपोर्ट में दुनिया भर में सोया का उत्पादन 3990 लाख टन होने का अनुमान दिया है। यह पिछले साल से लगभग 6% ज्यादा है । इसका मतलब यही है कि भारत के आयात के लिए पर्याप्त सोयाबीन उपलब्ध रहेगी। जो कि भारत में तेलों पर दबाव बना सकती है।

क्या कहता है पिछले एक हफ्ते का ट्रेंड
किसान साथियों भले ही मलेशिया में पाम तेल का बाजार बड़े दिनों बाद 4000 रिंगित के पार चला गया है। लेकिन अभी तक भारतीय बाजार इसे फोलो करते नहीं दिख रहे हैं। आपने गौर किया ही होगा कि भरतपुर का बाजार जब बढ़ता है तो 10-20 रुपये करके बढ़ता है लेकिन जब गिरता है तो सीधा 50 रुपये गिर जाता है। यह सीधा संकेत है कि बाजार में कमजोरी है। इसी तरह से जयपुर में भी भाव 5700 के पार नहीं जा पा रहे हैं। यह भी कोई बहुत बढ़िया संकेत नहीं है। पिछले साल की बात करें तो जयपुर आज ही के दिन सरसों के भाव 6200 के थे और सरसों की कुल आवक 1 लाख 40 हज़ार बोरी की थी। लेकिन आज की डेट में आवक दुगुनी है और भाव 600 रुपये कम। पिछले साल भी फ़रवरी महीने के बाद सरसों में जबरदस्त गिरावट हुई थी और जयपुर के भाव 5000 के नीचे फिसल गए थे। ट्रेंड को देखते हुए ऐसा लगता नहीं की कोई ऐसा फैक्टर है जो इस साल सरसों में गिरावट को रोक सकता है।

रोके या बेचे
किसान साथियो जैसा कि हमने ऊपर बताया कि इस साल सरसों की बड़ी फसल आनी है और पिछले साल का स्टॉक अभी तक खपा नहीं है। यही वजह है कि इस समय सरसों की आवक पिछले साल के मुकाबले दुगनी बनी हुई है। ऐसे में जिन किस साथियों के पास सरसों का पुराना स्टॉक पड़ा हुआ है वह तुरंत निकालने के बारे में सोच सकते हैं। आगे चलकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि सरसों के भाव में कोई बड़ी तेजी आने वाली है अपितु  गिरावट की संभावनाएं ज्यादा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बारां मंडी में नई सरसों के भाव 3800 से लेकर 4200 की रेंज में लग रहे हैं और इसमें 17 से 18 परसेंट तक का मोशचर बताया जा रहा है। किसी भी सूरत में यह भाव संतोष प्रदान करने वाले नहीं दिखते। हम दिवाली के बाद से ही लगातार निवदेन कर रहे हैं कि सरसों के भाव में आगे तेजी आने की संभावना बहुत कम है इसलिए किसान साथी अपना माल निकालते चलें। साथियो मंडी भाव टुडे पर तेल तिलहन के बाजार की हर खबर आपको समय से दी जाएगी लेकिन व्यापार आपको हमेशा अपने विवेक से ही करना है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।