आलू का बाजार दे रहा है आवाज | जाने कैसी है आज बाजार में तेजी मंदी
नमस्कार किसान साथियों आज आजादपुर मंडी में आलू की आवक लगातार घटती हुई नजर आ रही है। आज कुल 111 गाड़ियां मंडी में पहुंची हैं, जिसमें 62 गाड़ियां नए आलू की, 16-17 गाड़ियां स्टोर से पुराने आलू की, 10 गाड़ियां लाल आलू की, 15 गाड़ियां चिपसोना आलू की, और 7-8 गाड़ियां सूर्या आलू की शामिल हैं। यह संख्या कल की तुलना में अधिक है, जब केवल 45 गाड़ियां मंडी में आई थीं।
कट्टों की स्थिति की बात करें तो आज मंडी में कुल 17,000 कट्टे आलू उतारे गए, जबकि कल यह संख्या 10,000 थी। नए आलू की बिक्री में तेजी है, जबकि पुराने आलू की बिक्री अब कम हो रही है है।इन दोनों मे कुछ पैसे का ही अंतर है जैसे नया आलू 80 पैसे बिक रहा है तो पुराना आलू 20 पैसे बिक रहा है। अभी मंडियों मे पुराने आलू की बिक्री पहले के मुकाबले कम हो गई है, और इसका बैलेंस मंडी में बढ़ता जा रहा है।
आज मंडी में 62 गाड़ियों की आवक हुई है, जिनमें लुधियाना, होशियारपुर, पीपली, और जालंधर जैसे क्षेत्रों से आलू आया है। पंजाब और हरियाणा से 32 गाड़ियां आईं, जिनमें समान मात्रा में आलू देखा गया। दिल्ली की 10 मंडियों में प्रतिदिन 30 गाड़ियां आलू की सप्लाई हो रही है। पिछले सप्ताह जहां 70-80 गाड़ियां पुराने आलू की प्रतिदिन मंडी में आ रही थीं, अब यह संख्या घटकर 40 पर आ गई है और अगले सप्ताह तक 15-20 तक सिमटने ही रह सकती है। संभल क्षेत्र से भी अच्छी गुणवत्ता वाला आलू बाजार में आ रहा है। जैसे-जैसे समय बीतेगा, संभल से आवक बढ़ जायेगी ।
ग्राहकी की बात करें तो मंडी में नए आलू की मांग अच्छी है। पुराने आलू की बिक्री में कमी के कारण बाजार में पुराने आलू के कट्टों का बैलेंस अधिक हो रहा है। मंडी का माहौल नए आलू की आवक और बिक्री के पक्ष में है, जबकि पुराने आलू की स्थिति कमजोर हो रही है।
पिछले साल की तुलना में इस साल का माहौल
इस साल दिसंबर के मध्य में आलू बाजार का परिदृश्य पिछले साल से अलग दिख रहा है। पिछले साल इस समय पुराना आलू बाजार में कम था और नया आलू बड़े पैमाने पर उपलब्ध था। लेकिन इस साल नया आलू खेतों से कम निकल रहा है और उसका आकार भी अपेक्षाकृत छोटा है। पुराने आलू की मात्रा भी इस साल कम देखी जा रही है, खासकर शुगर फ्री किस्मों में। हालांकि इसकी चमक बनी हुई है। कुछ किसान अपने आलू को रोककर रखे हुए हैं, लेकिन धीरे-धीरे इसे बाजार में ला रहे हैं। पुराने आलू की मांग मुख्य रूप से होटल उद्योग से आती है, जबकि आम ग्राहक नया आलू खरीदना पसंद करते हैं।
मंडी मे आलू का भाव
नए और पुराने आलू में कीमत का अंतर 200 से 300 रुपये तक देखा जा रहा है। नया आलू आम ग्राहकों के लिए पहली पसंद बना हुआ है, जबकि पुराना आलू होटल व्यवसायियों द्वारा अधिक खरीदा जा रहा है। पुराने आलू की कीमत गुणवत्ता के अनुसार 1000 से 1200 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) के बीच है। चिप्सोना आलू, जो मुख्य रूप से पुरानी किस्मों में आता है, की मांग बनी हुई है।
संभल का आलू का भाव ₹ 900 से 950 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) के बीच चल रहा है।
चंदौसी का आलू:
चंदौसी का चिपसोना आलू का भाव 1200 से ₹1300 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) में बिक रहा है।
चंदौसी का सूर्या आलू का भाव 1300 से ₹1400 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) , अच्छे गुणवत्ता का है। हल्के या मुलायम आलू की मांग कम है।
चंदौसी का डायमंड की आवक बहुत कम है।
अलीगढ़ का आलू:
शुगर फ्री आलू का भाव 1000 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) में बिक रहा है।
हाइब्रिड (3797) आलू का भाव : ₹850 से ₹950 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) के बीच।
अलीगढ़ के चिपसोना और सूर्या आलू का भाव 1000 से ₹1100 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) के बीच।
नया और पुराना एलआर आलू:
पुराना एलआर आलू ₹1800 से ₹2000 रुपये प्रति कट्टा (50 किलो) तक बिक रहा है। नया सफेद आलू आ रहा है, लेकिन मांग लाल एलआर की बनी हुई है, खासकर समोसा और टिक्की बनाने वालों में।
दुकानदारी के हिसाब से ग्राहक अपनी पसंद तय करते हैं।
दोस्तों आलू की पैकेजिंग: जाली बनाम बारदाना में करे क्योंकि इसमे हवा का प्रवाह बना रहता है, लेकिन आलू ठंड के प्रभाव में आ सकता है। यह आलू को ठंड से बचाने में सहायक है और फ्रेशनेस बनाए रखता है। बारदाना में पैक आलू अधिक मजबूत और सुरक्षित रहता है।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।