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प्यार के बाजार ने आज मारा यू टर्न | जाने भाव में क्या हुआ बदलाव

प्यार के बाजार ने आज मारा यू टर्न | जाने भाव में क्या हुआ बदलाव
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नमस्कार किसान साथियों और व्यापारी भाइयों, अगर हम प्याज के बाजार पर नजर डाले तो पिछले एक महीने में प्याज के भावों में भारी गिरावट आई है। 10 से 12 दिन पहले 1500 से 1700 रु. की रेंज में बिकने वाले माल आज खैरथल में 700 से 800 रु. और कुछ मामलों में 900 रु. की रेंज में बिक रहे हैं। वहीं, 1000 से 1200 रु. में बिकने वाले माल आज 500 से 600 रु. में बिक रहे हैं। पुना के माल, जो पहले 1800 से 2000 रु. की रेंज में थे, अब 1000 से 1200 रु. की रेंज में हैं, और 1400 से 1500 रु. में बिकने वाले माल 900 से 950 रु. की रेंज में पहुंच गए हैं। 10 से 12 दिनों में बाजार आधा हो चुका है
प्याज मे मंदी का एक कारण ये भी कि नेफेड अपने माल को सस्ते मे दे रही है और नेफेड के माल के कारण मार्केट मंदा हो चुका है। नेफेड और 20% एक्सपोर्ट ड्यूटी ने बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। नेफेड के माल बिना बाजार भाव देखे बेचे जा रहे हैं, जिससे व्यापारी और किसान दोनों पर असर पड़ रहा है। नासिक का माल, जो किसान को मंडी तक अपना प्याज लाने मे 25-27 रु. प्रति किलो का पड़ता है, नेफेड के कारण 11-12 रु. में बिक रहा है। यह सीधा-सीधा बाजार में भाव गिरने का कारण बन रहा है। साथ ही, एक्सपोर्ट ड्यूटी, जो पहले तेज़ी के समय तो ठीक था परंतु अब मंदी में ज्यादा महंगी पड़ रही है और इसका असर किसानों को झेलना पड़ रहा

चलिए आपको बताते हैं आज आजादपुर मंडी में प्याज का बाजार कैसा रहा। आज प्याज के बाजार की स्थिति और परिस्थितियां क्या हैं, और कितनी आवक मंडी में पहुंची है। गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र से माल आ रहा है और अलवर से भी आवक जारी है।

आज क्या रही मंडी मे आवक

अलवर की बात करें तो आज 17,000 कट्टा प्याज मंडी में आया है। देसावर से आई फ्रेश आवक में 33 गाड़ियां मंडी में पहुंची हैं, 22 गाड़ियां कल की खड़ी हुई हैं और 18 गाड़ियां नीचे उतरा हुआ माल है। राजस्थान से 6 गाड़ियां, पुना से 24 गाड़ियां, नासिक से डायरेक्ट व्यापारी की 3 गाड़ियां, नेफेड के अंदर 10 गाड़ियां और नेफेड की 6 गाड़ियां फड़ पर बिकने के लिए खड़ी हैं। कोटा से 4 गाड़ियां, एमपी से 2 गाड़ियां आई हैं। कुल मिलाकर मंडी में 73 गाड़ियां और 1,77,000 कट्टा प्याज आया है।

ग्राराकी की बात करें तो बाजार थोड़ा डाउन है। पिछले एक-दो दिन में बिक्री खास नहीं रही, लेकिन कल से बिक्री में थोड़ा सुधार हुआ है। बाजार का एक स्तर बना हुआ है 

मंडी मे प्याज के भाव

फिलहाल अगर जनरल पोजीशन की बात करें तो खैरथल में ठीक-ठाक माल का भाव 600 से 700 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में है, बढ़िया मोटे माल का भाव 800 से 900 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में है, और मीडियम माल 650 से 750 रु प्रति मन (40 किलो)  की रेंज में बिक रहा है। गुलटे माल की रेंज 500 से 600 रु प्रति मन (40 किलो) के बीच है।

पुना में मोटे माल की बेस्ट क्वालिटी 1150 से 1200 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिक रही है, मीडियम माल 1000, 1050 और 1100 रु प्रति मन (40 किलो) तक की रेंज में है। गुलटे माल, जो अच्छी क्वालिटी के हैं, 900 से 950 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिकते हैं। हल्के माल का भाव क्वालिटी के अनुसार रहता है।

कोटा की अच्छी क्वालिटी का माल 850 से 900 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में है, जबकि छोटे साइज का माल 700 से 750 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिक रहा है। एमपी के मोटे माल का भाव अगर आता है तो 1000 से 1100 रु प्रति मन (40 किलो) तक जाता है, अन्यथा नीचे में 750 से 850 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में रहता है।

खैरथल के मोटे माल 900 से 950 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिकते हैं, और कुछ बढ़िया क्वालिटी का लॉट 1000 रु प्रति मन (40 किलो) तक भी जाता है। लेकिन ज्यादातर माल 600 से 700 रु प्रति मन (40 किलो) और नीचे में 500 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिकता है।

राजस्थान के कुचामन के माल 750 से 850 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिक रहे हैं। कुचामन से मंडी में 6 गाड़ियां आई हैं।

नेफेड के हल्के साइज के माल 450 से 550 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिक रहे हैं। अगर क्वालिटी थोड़ी बेहतर है तो मोटा माल 550 से 600 रु प्रति मन (40 किलो) की रेंज में बिकता है।

कैसे रही मंडी मे प्याज की क्वालिटी

क्वालिटी की बात करें तो फिलहाल सबसे ज्यादा माल अलवर से आ रहा है, लेकिन कुछ मात्रा में एमपी और महाराष्ट्र का भी माल मंडी में पहुंच रहा है। नासिक की क्वालिटी की बात करें तो यह एवरेज है, इसमें 900 से 1000 रु मन की रेंज में भाव है, जबकि मोटे माल का भाव 1100 रु तक पहुंचने की उम्मीद है। पुना की क्वालिटी में साइज गुलटा और मीडियम का ज्यादा है, मोटे माल की मात्रा बहुत कम है। साइज छोटे हो चुके हैं, और आने वाले समय में क्वालिटी में थोड़ा फर्क आ सकता है, लेकिन फिलहाल मीडियम और गुलटा ही दिख रहा है।

खैरथल की क्वालिटी में ठंड बढ़ने के कारण साइज छोटा और रंग सफेद नजर आ रहा है। हालांकि सफेदी के बावजूद साइज बहुत छोटा है। मोटे माल की डिमांड अच्छी है और उनके भाव भी ठीक हैं, लेकिन मीडियम माल का भाव क्वालिटी के हिसाब से मिल रहा है। कुचामन का माल बेहतर क्वालिटी में है, रंग अच्छा है, लेकिन कच्चापन ज्यादा है। किसान भाइयों को सलाह है कि माल को मंडी लाने से पहले अच्छी तरह सुखाएं ताकि बेहतर भाव मिल सके। मंदी के समय क्वालिटी जितनी अच्छी होगी, भाव उतना ही बढ़िया मिलेगा।

राजकोट और गुजरात के अन्य इलाकों से फिलहाल कोई खास क्वालिटी नहीं आ रही है। राजकोट से चार गाड़ियां आई हैं, लेकिन क्वालिटी एवरेज है, जिसमें गुलटा और मीडियम साइज शामिल है, मोटा माल नहीं है। एमपी का माल भी अनिश्चित है, कभी आता है, कभी नहीं। गुजरात से भी माल दो-तीन दिन में आता है और फिर रुक जाता है। फिलहाल मंडी में पुना, नासिक और राजस्थान का माल बना हुआ है, जिसमें कोटा और अलवर का माल प्रमुख है।

क्या होगा आगे

खैरथल की आवक अगले हफ्ते में कम हो सकती है। आज मंडी में 17,000 कट्टे खैरथल का आया है, लेकिन अगले हफ्ते यह संख्या आधी रह सकती है। इसके बाद गुजरात और महाराष्ट्र से आवक बढ़ेगी, जिसमें नासिक और पुना का माल फरवरी-मार्च तक आता रहेगा। कोटा, गोंडल, राजकोट, महुआ, भावनगर, और एमपी का माल भी बढ़ेगा। आने वाले समय में मंडी में 100 गाड़ियों की आवक हो जायेगी |

आज की एवरेज बिक्री पर बात करें तो 45-50 गाड़ियां बिकने की उम्मीद है। 17,000 कट्टे खैरथल का माल तो साफ होगा ही, साथ ही दिसावरी गाड़ियों जैसे नेफेड, महाराष्ट्र, पुना, और नासिक की 25-30 गाड़ियां बिकने की संभावना है। कुल मिलाकर 60-65 गाड़ियां बिक सकती हैं। कल की बिक्री की बात करें तो लगभग 50 गाड़ियां बिकी थीं, जिसमें 12,000 से 13,000 कट्टे खैरथल का माल शामिल था। आज की बिक्री कल से ज्यादा होने की उम्मीद है।