क्या इस समय गेहूं को रोके या नहीं | जाने इस रिपोर्ट में
किसान साथियो गेहूं का उत्पादन इस बार रिकॉर्ड स्तर पर हुआ है, उधर फसल तैयार हो चुकी है। दूसरी ओर सरकार की जमाखोरी पर पैनी नजर है तथा अभी मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर भारत में गेहूं की आवक नहीं हुई है, इन परिस्थितियों को देखते हुए जो वर्तमान में गेहूं के भाव चल रहे हैं, इसमें स्टॉक का व्यापार रिस्की रहेगा। अतः अभी कुछ दिन प्रतिक्षा करके वर्तमान भाव पर अपने स्टॉक के माल को बचना चाहिए। हम मानते हैं कि सरकार द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रुपए बढ़ाकर 2275 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है तथा संभवत खरीद लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार कहीं-कहीं बोनस भी दे सकती है, इस तरह की व्यापारियों में चर्चाएं आ रही हैं, इन सब के बावजूद भी वर्तमान भाव के गेहूं में स्टॉक की बजाय खरीदते-बेचते रहना चाहिए। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
साथियो वर्तमान में मध्य प्रदेश के मुलताई लिंगा सिवनी छिंदवाड़ा लाइन में गेहूं के भाव 2300/2340 रुपए प्रति क्विंटल चल रहे हैं, इसमें 13-14 प्रतिशत नमी वाले गेहूं में कोई बुराई नहीं है, लेकिन उत्तर भारत की मंडियों में जो नया गेहूं 2500/2525 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है, इसमें खरीद करना नुकसानदायक रहेगा। वर्तमान में गेहूं लॉरेंस रोड पर 2475/2525 रुपए प्रति कुंतल क्वालिटी अनुसार मिल पहुंच में बिक रहे हैं, इसमें टेंपरेरी 10/20 रुपए शार्ट सप्लाई में बढ़ सकते हैं, लेकिन स्टॉक नुकसानदायक हो जाएगा। यूपी हरियाणा पंजाब में गेहूं की आवक 15 दिन बाद होने लगेगी तथा उसके बाद ही नये माल के आवक का पूरा प्रेशर बनेगा। सरकार द्वारा गेहूं की खरीद के लिए धर्म कांटे लगा दिए गए हैं, लेकिन उत्पादक मंडियों में अभी ऊंचे भाव हैं तथा सरकार द्वारा 332 लाख मैट्रिक टन का खरीद लक्ष्य रखा गया है। आज MP में गेहूं सोयाबीन और मक्का के टॉप रेट देखने हैं तो यहां देखें
साथियो गत वर्ष कटा-पीटा गेहूं तक 18 प्रतिशत की छूट खरीद में दी गई थी, इस बार भी सरकार इस स्टैंडर्ड पर खरीद करेगी, ऐसा आभास हो रहा है। इस स्थिति में उत्पादक मंडियों में 2300 से नीचे गेहूं जाना मुश्किल लग रहा है, लेकिन दिल्ली में एक बार 2350/2400 रुपए बनने पर ही व्यापार करना चाहिए। गेहूं का उत्पादन इस बार 1120.7 लाख मीट्रिक टन का अनुमान लगाया जा रहा है, क्योंकि इसकी बिजाई 324 लाख में त्रिकोण के करीब हुई है, जो गत वर्ष की अपेक्षा 16-17 लाख हेक्टेयर अधिक हुई है। उधर उत्पादन के अनुकूल मौसम भी रहा है, जिससे प्रति हेक्टेयर यील्ड अधिक बैठने का अनुमान है, इन परिस्थितियों में दिल्ली में गेहूं चाहे कुछ दिन के लिए ही बने, लेकिन 2350/2375 रुपए बन सकता है। अतः अभी खरीद के लिए प्रतीक्षा करनी चाहिए, अन्यथा वर्तमान भाव पर नुकसान लग सकता है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करे
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।