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सरसों के बाजार की हर अपडेट । आज कैसा रहेगा सरसों का बाजार | देखें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

sarso teji mandi report
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सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट : साल 2023 में किसानों को सरसों के अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं। मंडियों में सरसों 4500 से लेकर 5000 के भाव में पिटती देखी जा सकती है जबकि इसका समर्थन मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल है। विदेशी बाजारों की तेजी से सरसों को थोड़ा बहुत सहारा मिला है लेकिन यह सरसों किसानों को उत्साहित करने के लिए नाकाफी है। प्रबल संभावना है कि आने वाले समय में तेल तिलहन का रकबा घट सकता है। सरकार किसानों की तरफ किसी भी तरह की मदद नहीं पहुंचा रही है। उपर से बार बार आयात शुल्क को कम करके किसानों की कमर तोड़ने का काम कर रही है। सरसों के वायदा कारोबार को पिछले दो साल से बंद रखा हुआ है। इंडोनेशिया और मलेशिया में पाम तेल को सस्ता करके बेचने की होड़ मची हुई है। इसी प्रयास के कारण पाम के भाव 1 साल की अवधि में आधे से भी नीचे जा चुके हैं। ये सब ऐसी घटनाएं हैं जो पहले से घट चुकी हैं। इन घटनाओं के चलते सरसों का भाव भी 8000 से घटकर 4500-5000 की रेंज में आ चुका है। लेकिन अब इन स्तरों पर अब सरसों और सरसों तेल में मजबूती दिखाई देने लगी है। अल नीनो के चलते मानसूनी बारिश को भी कमजोर बताया जा रहा है। इन सब परिस्थितियों में आने वाले समय में सरसों के भाव में कितनी तेजी बन सकती है आज की रिपोर्ट में हम इसी मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं । WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
गुरुवार के बाजार की बात करें तो तेल मिलों की सीमित मांग से घरेलू बाजार में सरसों भाव मामूली तेजी मंदी के बाद स्थिर हो गए। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 5,300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। जबकि भरतपुर में में 12 रुपये की मामूली तेजी आयी और भाव 5012 के रहे। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों 50 रुपये कमजोर होकर 4850 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकी । मुरैना मंडी में सरसों का रेट 4800 और अशोकनगर में 4750 का भाव बोला गया। सरसों की आवक में कोई बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली। गुरुवार को सरसों की दैनिक आवक 4.50 लाख बोरियों के पूर्व स्तर पर रुक गई। सरसों उत्पादक राज्यों राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में मौसम खराब है, इसलिए सरसों की दैनिक आवकों में कम हो रही है। जानकारों के अनुसार मौसम साफ होने के बाद फिर से सरसों की दैनिक आवक बढ़ सकती है ।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 4800, रामगंज मंडी में सरसों का रेट 4900, रावतसर मंडी में सरसों का रेट 4678 लैब 39.8, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 4715, जैतसर मंडी में सरसों का प्राइस 4714, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का रेट 4644, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 4761, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 4810, रावला मंडी में सरसों का भाव 4780,अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 4632, श्रीगंगानगर मंडी में सरसों का रेट 4751 और भरतपुर मंडी में कंडीशन 42 लैब सरसों का भाव 5012 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 4747,आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 4780,सिरसा मंडी में सरसों का रेट 4775 और सिवानी मंडी में सरसों का रेट 4950 रुपये प्रति क्विंटल तक बोला गया ।

प्लांटों पर क्या रहे भाव
ब्रांडेड तेल मिलों पर भाव की बात करें तो सलोनी प्लान्ट पर सरसों का भाव 25 रुपये की मामूली कमजोरी के बाद 5700 के स्तर को होल्ड करने में सफ़ल रहा। आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों का भाव 5450 के स्तर पर स्थिर रहा। अडानी अलवर और बूंदी प्लान्ट पर सरसों के भाव में 50 रुपये का सुधार हुआ और भाव 5250 रुपये प्रति क्विंटल तक रहे।

विदेशी बाजारों में मिला जुला रूझान
विदेशी बाजारों में भी अमेरिकी जैव ईंधन अध्यादेश के बाद खाद्य तेलों की तेजी पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है। मलेशियाई पाम तेल वायदा गुरुवार को लगातार तीसरे सत्र में कमजोर होकर बंद हुआ। हालांकि शिकागो में CBOT पर सोया तेल में मामूली सुधार देखने को मिला है। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (BMD) पर सितंबर महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के दाम 45 रिंगिट यानी 1.25 % कमजोर होकर 3,569 रिंगिट प्रति टन रह गए। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें 3.44 % कमजोर होने के बाद फिर से रिकवर होकर 0.91% की तेजी के साथ बंद हुई।  चीन का डालियान कमोडिटी ड्रैगन बोट फेस्टिवल की छुट्टियों के अवकाश के कारण बंद रहा।

कार्गो सर्वेक्षक इंटरटेक टेस्टिंग सर्विसेज ने कहा कि 1-20 जून के दौरान मलेशियाई पाम तेल उत्पादों का निर्यात मई की समान अवधि की तुलना में 16.8 % कम हुआ है। हालांकि एक अन्य कार्गो सर्वेक्षक, एएमएसपीईसी एग्री मलेशिया ने कहा कि इस दौरान निर्यात 12.9 % कम हुआ ।

तेल के भाव में सुधार
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी | एवं एक्सपेलर की कीमतें गुरुवार को 4-4 रुपये तेज होकर भाव क्रमश- 981 रुपये और 971 रुपये प्रति 10 किलो हो गई । इस दौरान सरसों खल के दाम 2555 के स्तर पर स्थिर रहे।

आज कैसा रह सकता है बाजार
बाजार के जानकारों का मानना है कि मानसून में देरी और अब धीमी प्रगति के कारण तिलहन फसलों की बुवाई में देरी हो रही है। अल नीनो के प्रभाव के चलते उत्पादन प्रभावित होने की आशंका पैदा हो रही है। इसे देखते हुए भारत अपने खाद्य तेलों के आयात को बढ़ा रहा है। जून महीने में खाद्य तेलों का आयात 2.5 लाख टन तक बढ़ा है। सरकार की मंशा को देखें तो वह चुनाव आने तक खाद्य तेलों के भाव को बढ़ने नहीं देगी। लेकिन खराब मानसून और अल नीनो के प्रभाव के कारण अगर विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों में तेजी आती है तो भारत में भी सरसों के भाव 200 रुपये तक उछलने की गुंजाइश तो रहेगी ही । सरसो के भाव का जो स्तर है इस समय है इन स्तरों से सरसों में बड़ी मंदी नहीं लगती क्योंकि सरसों तेल का भाव थोड़ा सा सुधरा है। अगर आज के बाजार की बात करें तो आज बाजार के 25-50 की तेजी मंदी के दायरे में रहने की उम्मीद है। व्यापार अपने विवेक से ही करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।