प्याज के भाव में आज आयी 200 रुपये की तेजी | बांग्लादेश से अच्छी खबर | देखें पूरी रिपोर्ट
बांग्लादेश बॉर्डर पर प्याज एक्सपोर्ट: बड़ी खबर
बांग्लादेश बॉर्डर से प्याज एक्सपोर्ट को लेकर बड़ी खबर आ रही है। पिछले दो दिनों से बांग्लादेश बॉर्डर पर 500 से 600 ट्रक विभिन्न वस्तुओं के साथ खड़े थे, जिनमें से लगभग 100 से 125 ट्रक प्याज से लदे हुए थे। यह ट्रक बॉर्डर पर इसलिए रुके हुए थे क्योंकि बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्ता पलट और उनके देश छोड़ने के बाद हिंसा की स्थिति बनी हुई थी। हालांकि, 30 घंटे तक बंद रहने के बाद गोसदंगा और महिदपुर बॉर्डर को फिर से व्यापार के लिए खोल दिया गया है, जो कि एक संतोषजनक और बड़ी खबर है। यह बॉर्डर पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच स्थित है।
बॉर्डर खुलने के बाद की स्थिति
बॉर्डर खुलते ही भारत से बांग्लादेश को रुके हुए प्याज का एक्सपोर्ट शुरू हो गया है। महिदपुर बॉर्डर से आज प्याज के लगभग 33 ट्रक बांग्लादेश भेजे गए हैं और गोसदंगा बॉर्डर से भी लगभग 22 ट्रक भेजे जाने की खबर है। दोनों बॉर्डर से लगभग 18 से 19 ट्रक भी बैलेंस में बताए जा रहे हैं। बॉर्डर खुलने की वजह से अब तक भारतीय प्याज बाजार पर बांग्लादेश हिंसा का कोई बुरा असर नहीं दिखा है। भारत की मंडियों में प्याज के थोक दाम इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि भारत में इस समय प्याज 3000 से 4500 प्रति क्विंटल के थोक भाव पर बिक रहा है, खासकर सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में।
बांग्लादेश में प्याज की आवश्यकता
सूत्रों के मताबिक एक्सपोर्टर अभी बांग्लादेश को नई खेप नहीं भेज रहे हैं। बांग्लादेश भारतीय प्याज का बड़ा आयातक है। वर्ष 2022-23 में भारत के कुल प्याज एक्सपोर्ट का 20.3% हिस्सा बांग्लादेश को गया था। हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूस एक्सपोर्टर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट विकास सिंह का कहना है कि भारतीय प्याज बांग्लादेश के लोगों की जरूरत है। ईद के मौके पर बॉर्डर बंद होने पर वे पहले से प्याज स्टोर कर लेते हैं, लेकिन आरक्षण विरोधी आंदोलन के समय ऐसा नहीं किया जा सकता था। इसलिए अगर बॉर्डर ज्यादा दिन बंद रहता तो प्याज का संकट बढ़ जाता और वहां के बाजारों में दाम भी बढ़ जाते।
सिंह का कहना है कि प्याज की खेती बांग्लादेश में भी होती है, लेकिन वहां का स्टॉक जून-जुलाई तक ही खत्म हो जाता है। इसके बाद बांग्लादेश के लोग भारत या पाकिस्तान के प्याज पर निर्भर रहते हैं। इस समय गोसदंगा बॉर्डर से पुराने लोड हुए प्याज के ट्रक बांग्लादेश जा रहे हैं, लेकिन नई लोडिंग नहीं हो रही है क्योंकि भारतीय कारोबारी बांग्लादेश को उधार नहीं देना चाहते। उन्हें प्याज की नई खेप के बदले लेटर ऑफ क्रेडिट चाहिए, जो तभी मिल सकता है जब वहां बैंक ऑपरेशन शुरू हो जाए।
भारत सरकार की शर्तें और बांग्लादेश की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश के कारोबारी बोल रहे हैं कि वहां एक-दो दिन में बैंक चालू हो जाएंगे। हिंसा के कारण कई दिनों से बैंक बंद हैं। भारत सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट के लिए $550 के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) और उस पर 40% ड्यूटी की शर्त लगाई हुई है। इसके ऊपर से ट्रांसपोर्टेशन, क्लीयरेंस, पैकिंग और लेबर चार्ज भी लगता है। कुल मिलाकर, बांग्लादेश में पहुंचते-पहुंचते भारत का प्याज 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाता है। पाकिस्तान उन्हें 50 रुपये किलो पर प्याज पहुंचा रहा है, लेकिन वहां पर पाकिस्तान से प्याज मंगाने में ज्यादा वक्त लग जाता है और पाकिस्तानी प्याज की गुणवत्ता भी भारत जितनी अच्छी नहीं है।
विशेषज्ञों की राय और भारतीय बाजार पर असर
भारत के घरेलू बाजार पर अभी तक बांग्लादेश के हालात का बुरा असर नहीं पड़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लंबे समय तक एक्सपोर्ट बंद रहता है तो भारत के घरेलू बाजार में प्याज के दाम पर उसका असर पड़ सकता है। यह अच्छी खबर है कि निर्यात गोसदंगा और महिदपुर से शुरू हो गया है, लेकिन अभी केवल पुराने ट्रक ही बांग्लादेश जा रहे हैं। नए व्यापारी अपनी प्याज बांग्लादेश में नहीं भेजना चाहते क्योंकि स्थितियां गंभीर हैं और बैंक न खुलने की वजह से पैसा फंसने का भी डर है। यह स्थिति दोनों देशों के लिए चिंताजनक है, लेकिन बॉर्डर के फिर से खुलने से उम्मीद है कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगी और व्यापारिक गतिविधियां सुचारू रूप से चल सकेंगी।
इंदौर मंडी (8 अगस्त 2024) के प्याज के भाव और मार्केट स्थिति:
आज 8 अगस्त 2024 को इंदौर मंडी में प्याज का बाजार अत्यंत उत्साहजनक और आशाजनक रहा। मंडी में कुल मिलाकर 40 से 42 हजार कट्टों की आवक रही, जो कि बहुत अच्छी मात्रा है। इस प्रकार की भारी आवक के बावजूद, प्याज की कीमतों में तेजी देखी गई। गोल्टा और गोल्टी प्याज की कीमतें इस समय बेहद आकर्षक हैं। जहां गोल्टा प्याज की कीमत ₹26 से ₹27 प्रति किलो थी, वहीं आज यह ₹ 30 प्रति किलो तक बिक रहा है। इसी तरह, सुपर प्याज की कैटेगरी में भी महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है, जहाँ पहले यह ₹26 किलो तक बिकता था, वहीं आज इसकी कैटेगरी ₹29 किलो तक पहुंच गई है।
बांग्लादेश की बॉर्डर खुलने के बाद, प्याज का निर्यात भी तेज़ी से बढ़ा है। कल लगभग 100 गाड़ियों के करीब प्याज का निर्यात हुआ, जिससे बाजार में तेजी देखने को मिली। इस वजह से इंदौर मंडी में प्याज की कीमतें भी टाइट नजर आईं। मोटा माल भी बहुत अच्छा बिक रहा है; जो प्याज पहले ₹25 से ₹28 प्रति किलो बिकता था, वह अब ₹ 28 से ₹30 प्रति किलो तक बिक रहा है।
आज के मार्केट में ओवरऑल तेजी देखने को मिली है। एवरेज माल की कीमतों में भी सुधार हुआ है और गोल्टा प्याज की कीमतों में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।मंडी में 300 से अधिक दुकानें एक साथ सक्रिय रहती हैं, हालांकि, इंदौर मंडी की प्राइवेट के कारण, हर लॉट को ट्रैक करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
इंदौर मंडी में आज प्याज के भाव:
- गोल्टा प्याज: ₹3000 से ₹3200 रुपये प्रति क्विंटल।
- सुपर प्याज: ₹2600 से ₹ 2975 रुपये प्रति क्विंटल।
- मोटा माल: ₹2900 से ₹3100 रुपये प्रति क्विंटल।
- अच्छा माल: ₹2800 से ₹3121 रुपये प्रति क्विंटल।
आजादपुर मंडी से प्याज की तेजी मंदी रिपोर्ट
नमस्कार दोस्तों, आज दिल्ली के आजादपुर मंडी में प्याज का बाजार आज कैसा रहा। मंडी में प्याज की कितनी गाड़ियाँ आई हैं, और आज के भाव क्या हैं, दोस्तों आज कल से माल थोड़ा कम आया है, और बैलेंस भी थोड़ा कम है। इसलिए, आज प्याज के रेट कल के मुकाबले तेज हो गए हैं। कुछ दिनों के बाद खुशी की बात है कि प्याज के रेट में बढ़ोतरी देखी जा रही है। अगर यही स्थिति बनी रही तो कल और तेज हो सकता है। बीज प्याज की डिमांड शुरू हो गई है और यह मांग बढ़ सकती है। किसान मुख्यतः यूपी और हरियाणा से बीज प्याज लेने आते हैं। बीज प्याज का इस्तेमाल खेतों में सीधे बोने के लिए किया जाता है, और इसमें खर्चा कम आता है।
आजादपुर मंडी से प्याज की आवक और स्टॉक:
- आज 34 गाड़ियां प्याज आई हैं।
- कल 43 गाड़ियां बिकी थीं और 42-43 गाड़ियां अभी भी बिकी नहीं हैं।
- स्टैंडिंग में 63 गाड़ियां हैं।
- बैलेंस में 27 गाड़ियां हैं।
- स्टैंडिंग में 13 गाड़ियां नासिक, 18 गाड़ियां पुणे, 14 गाड़ियां राजस्थान, और 17 गाड़ियां एमपी की हैं।
आज दिल्ली आजादपुर मंडी में प्याज की कीमतें
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मूल्य की स्थिति:
- साधारण प्याज: ₹30 से ₹35 प्रति किलो।
- बीज प्याज (छोटे प्याज): ₹900 से ₹1000 प्रति मन ( यानि 25 रूपये किलो )
- राजस्थान: हल्के माल के लिए ₹1100 से ₹1200 रूपये प्रति मन और अच्छे माल के लिए ₹ 1200 से 1300 रूपये प्रति मन तक। अजमेर क्षेत्र के लाल प्याज की मजबूती बनी हुई है, और अजमेर का प्याज ₹1200 से लेकर ₹1300 प्रति क्विंटल बिक रहा है।
- एमपी: हल्के माल के लिए ₹1100 से ₹1200 रूपये प्रति मन और अच्छे माल के लिए ₹1200 से 1300 तक।
- नासिक और पुणे: ₹1200 से 1400 रूपये प्रति मन तक
- गुजरात: एक गाड़ी की आवक है।
- नासिक और पुणे के प्याज:
- रेट: प्याज की कीमत ₹1200 से 1250 मन से लेकर ₹1450 रूपये प्रति मन तक है।
- क्वालिटी: हाल के दिनों में पुणे के प्याज की क्वालिटी में थोड़ी कमी आई है। पहले पुणे में वीआईपी क्वालिटी देखने को मिलती थी, लेकिन अब वह कमी आई है। हालांकि, नासिक के प्याज की क्वालिटी अभी भी अच्छी है, और वह पुणे के प्याज से लगभग बराबरी पर है।
"नेफेड और एनसीसी भी सितंबर में प्याज बेचना शुरू करेंगे, जिससे कीमतों में अंतर आ सकता है। जो लोग प्याज का स्टॉक कर रहे हैं, उन्हें इस समय में थोड़ा-थोड़ा करके बेचना चाहिए ताकि मुनाफा सुनिश्चित किया जा सके।"
बाजार में प्याज की कीमतें बढ़ने की संभावना है, खासकर यदि बारिश के कारण प्याज की क्वालिटी प्रभावित होती है। लेकिन इसका बाजार पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना कम है। बांग्लादेश में निर्यात की अनुमति मिल गई है, जो बाजार के लिए अच्छा संकेत है। साउथ की प्याज की फसल पर बारिश का असर हो सकता है, जिससे आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। अगली फसल की स्थिति और NEFED (राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ) का प्याज बिक्री पर भी ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि उनका स्टॉक बढ़ सकता है।
लोग प्याज का स्टॉक कर रहे हैं, उन्हें धैर्य रखना चाहिए। अगर प्याज का स्टॉक सही तरीके से किया जाए, तो अच्छी कीमत मिल सकती है। व्यापारी ने अंत में कहा कि बाजार में लगातार बदलाव हो रहा है, और किसानों को अपने फैसले समझदारी से लेने चाहिए। जब प्याज की कीमतें बढ़ेंगी, तो फायदा होगा। "यदि प्याज की कमी बनी रहती है, तो इसका असर बाजार में देखने को मिलेगा। साउथ की फसलों के हालात पर भी ध्यान रखना होगा। यदि साउथ की फसलें अच्छी रहती हैं, तो अगले महीने तक प्याज की कीमतें बढ़ सकती हैं।"
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।