प्याज के बाजार में फिर से लौटा तेजी का जोश |तेजी मंदी की पूरी अपडेट जाने इस रिपोर्ट में
प्याज का दाम इन दिनों भारत में लगातार बढ़ रहा है, पिछले कुछ दिनों में प्याज की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है। प्याज के निर्यात के कारण मंडियों में इसकी आवक में कमी आ रही है, और इससे कीमतें बढ़ रही हैं। पिछले सात दिनों में प्याज के दाम में लगभग 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, और विशेषज्ञों का मानना है यह बढ़ोतरी आगे भी दिन-ब-दिन जारी रह सकती है।
भारत सरकार के लिए यह बढ़ती कीमतें एक बड़ी चुनौती बन चुकी हैं। दिसम्बर 2023 में, जब प्याज की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई थी, तब सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, ताकि घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति बनी रहे। साथ ही नेफेड और एनसीसीएफ जैसे सरकारी संस्था ने भी प्याज के रैक मंडियों मे उतारे थे | ताकि प्याज मे आई तेजी को रोक जा सकके | लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद, सरकार ने प्याज के निर्यात को फिर से अनुमति दे दी, और इसके साथ ही कीमतों में और तेजी आ गई। इस तेजी के कारण किसानों को तो फायदा हो रहा है, लेकिन आम आदमी के लिए यह समस्या का रूप ले रहा है, क्योंकि अब प्याज के दाम 21 से 32 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गए हैं, और कुछ जगहों पर यह 50 रुपये तक भी बिक रहा है।महाराष्ट्र, जो भारत का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य है, वहां प्याज का दाम 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुँच गया है। इस क्षेत्र में प्याज की कीमतों में भारी उछाल आया है, जो किसानों के लिए एक अच्छी खबर है।
प्याज के बढ़ते दामों के कारण
प्याज के दामों में बढ़ोतरी के कई कारण हैं, जिनमें से प्रमुख कारण है प्याज का निर्यात। सरकार ने पहले प्याज के निर्यात पर रोक लगाई थी, जिससे घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बनी रही। लेकिन अब जैसे ही सरकार ने निर्यात की अनुमति दी है, बाजार में प्याज की कमी हो गई है, और यह सीधे तौर पर दामों को प्रभावित कर रहा है। इसका असर केवल किसानों पर ही नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं पर भी पड़ रहा है, जो अब प्याज की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं।
कुछ मंडियों में प्याज के दाम पिछले साल के मुकाबले काफी अधिक हो गए हैं। उदाहरण के तौर पर, मंदसौर मंडी में प्याज के दाम ₹811 से बढ़कर ₹2351 तक हो गए हैं। अन्य मंडियों में भी दामों में तेज़ी आई है। यही नहीं, महाराष्ट्र राज्य में प्याज का दाम ₹3500 प्रति क्विंटल तक पहुँच गया है, जो किसानों के लिए अच्छा है, लेकिन इसका विपरीत असर बाजार में प्याज की कम आपूर्ति और बढ़ी हुई कीमतों के रूप में देखने को मिल रहा है।
आइए, जानते हैं कि आज आज तारीख 10 फरवरी 2024 है, और शुक्रवार का दिन को आज़ादपुर मंडी में प्याज के क्या भाव हैं, बाजार का माहौल कैसा है और प्याज की स्थितियां आज किस प्रकार की बन सकती हैं। आज मंडी में कितनी गाड़ियां प्याज लेकर पहुंची हैं और उनका क्या असर हुआ है, यह जानना भी महत्वपूर्ण है। शुक्रवार का दिन अक्सर अच्छा रहता है, कभी-कभी तो शनिवार से भी बेहतर चलता है। इस दिन के दौरान उठाव में भी सुधार देखने को मिल सकता है।
दोस्तों आज आजादपुर मंडी मे राजस्थान के इलाकों जैसे कि सिखर, कुचामन, नीमका थाना, अजमेर से प्याज की अच्छी मात्रा मंडी में पहुंची है, इसके अलावा, गुजरात के क्षेत्रों जैसे भावनगर, महुआ और तलाजा से प्याज की आवक भी हो रही है
दिल्ली मंडी में प्याज की आवक
दोस्तों , आज की आवक से दिल्ली मंडी में यहां पर मात्र 29 गाड़ियां फ्रेश हैं, लेकिन अगर बैलेंस को मिला कर देखें तो कुल 72 गाड़ियां पहुंची हैं, जो बिकने के लिए उपलब्ध हैं। इस समय अलवर का प्याज 7100 कट्टा है। अलवर की आवक इस वक्त बहुत कम हो गई अब अलवर जनवरी के महीने में छुटपुट छुटपुट देखने को मिल रहा है, क्योंकि जो पिछेती वाले हमारे भाई हैं, उनकी फसल जैसे-जैसे तैयार होगी, वे धीरे-धीरे अपनी प्याज को लाएंगे। पिछेती फसल में कई जगहों पर अब भी प्याज बची हुई है, आज भी आजादपुर मंडी मे 5000 से 10000 कट्टे की आवक बढ़ती हुई चलती रहेगी।
प्याज की आवक
आवक में राजस्थान की नई गाड़ियां सात हैं,
पुणे की सात गाड़ियां हैं,
नासिक से व्यापारी भाइयों की 10 गाड़ियां आई हैं।
नेफेड की कोई गाड़ी नहीं आई है, न ही एनसीसीएफ की कोई गाड़ी पहुंची है।
गुजरात से महुआ और भावनगर से 19 गाड़ियां आई हैं,
और राजकोट से तीन गाड़ियां, गोंडल से एक गाड़ी आई है।
ये सभी गाड़ियां गुजरात के विभिन्न इलाकों से आई हैं, जिनकी क्वालिटी में भिन्नता देखने को मिलती है।
गुजरात में महुआ और भावनगर से ज्यादा प्याज आ रही है, और गोंडल की क्वालिटी इस बार सही आ रही है। भावनगर भी ठीक आया है।
मध्य प्रदेश से भी दो गाड़ियां आई हैं, जिनमें से एक गाड़ी गहरी लाल और काली प्याज की है।
नासिक और पुणे से प्याज की कीमत
नासिक की गाड़ियों की बात करें तो इसमें 50 एमएम का माल है, जो 1200 रुपये प्रति मन (40 किलो) में बिक रहा है। अगर क्वालिटी बेहतर हो, तो यह 1300 रुपये प्रति मन (40 किलो) तक बिक सकता है। छोटी क्वालिटी के माल की कीमत 1100 रुपये प्रति मन (40 किलो) हो सकती है।
गुजरात और राजस्थान से प्याज की कीमत
गुजरात के बाजार में भी माल की कीमत 25 से 30 रुपये प्रति किलो के बीच चल रही है। नासिक और पुणे के माल की कीमत भी 25 से 30 रुपये प्रति किलो के बीच है। गुजरात का मीडियम माल 1100 रुपये प्रति मन (40 किलो) में चल रहा है, और इसका कुल मूल्य 26 रुपये प्रति किलो पड़ता है।
राजस्थान और सागर के माल की कीमत
राजस्थान और सागर के माल की कीमत 20 से 23 रुपये प्रति किलो के बीच बिक रही है। यदि माल में कोई क्वालिटी की कमी हो, जैसे मुंह बंद प्याज, तो इसकी कीमत 20 से 22 रुपये प्रति किलो तक आ जाती है।
राजस्थान के प्याज का भाव
राजस्थान के कुचामन इलाके से आने वाला प्याज बढ़िया क्वालिटी का होता है, जिसकी कीमत 25 से 27 रुपये प्रति किलो तक है। कुचामन के बढ़िया माल की निचली कीमत 20 रुपये प्रति किलो के आसपास रहती है।
पुणे और नासिक के बाजार की स्थिति
पुणे और नासिक के बाजारों में पिछले कुछ दिनों से दबाव देखा गया था। हालांकि, कल भी दबाव था, लेकिन आज से बाजार में थोड़ी राहत आई है। शनिवार को बाजार 35 रुपये प्रति किलो पर खुला था, और अब यह 25 से 30 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। बिक्री अच्छी हो रही है, और बाजार में मांग भी बनी हुई है।
अलवर के बाजार में प्याज की स्थिति
अलवर के बाजार में प्याज की स्थिति कुछ ऐसी है कि बढ़िया माल 800 से लेकर 1000 रुपये प्रति मन (40 किलो) तक बिक रहा है। निचले स्तर पर, कच्चे-पक्के माल की कीमत 600 रुपये प्रति मन (40 किलो) तक जा रही है। मौसम का असर देखा जा रहा है, क्योंकि धूप न आने के कारण माल की गुणवत्ता पर असर पड़ा है। धूप में सूखा हुआ माल अच्छा बिक रहा है, जबकि बिना धूप लगे माल की कीमत कम हो गई है। आज, अलवर का 7100 कट्टा प्याज मंडी में पहुंचा है।
बांग्लादेश के बाजार की स्थिति
बांग्लादेश के बाजार में प्याज की कीमत 40 रुपये से लेकर 56 रुपये प्रति टका तक पहुंच रही है। यहां भी बाजार में थोड़ा-थोड़ा फर्क देखा जा रहा है, जैसा कि पहले तेज़ी थी और अब फिर से एक दो रुपये का फर्क देखने को मिल रहा है। शनिवार और सोमवार को बाजार में एक रुपये की तेजी देखी गई थी, जिसका कारण यह था कि कुछ लोग मान रहे थे कि सरकार ने टैक्स घटा दिया है, हालांकि इस खबर की कोई पुष्टि नहीं हुई थी। खबर की पुष्टि के बाद ही बाजार में और बदलाव आएगा।
आने वाले दिनों मे कैसा रहेगा प्याज का बाजार
दोस्तों हाल ही में खबर आई है कि नेफेड और एनसीसीएफ को एक लाख मेट्रिक टन प्याज का ऑर्डर मिला है। अगर यह खरीदारी संक्रांति के बाद शुरू होती है, तो बाजार में तेजी आ सकती है, लेकिन लोडिंग के दौरान एक रुपये की कमी भी देखी जा सकती है। सक्रांति के समय, 14 और 15 जनवरी को आजादपुर मंडी मे आवक बढ़ने की उम्मीद है। इसके बाद बाजार में और बदलाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि आवक में वृद्धि से प्याज की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं। संक्रांति का त्योहार किसान भाईयों के लिए एक नए सीजन का प्रतीक होता है। यह सर्दी की समाप्ति और गर्मियों की शुरुआत का समय है। संक्रांति के बाद नई फसल के आगमन की उम्मीद होती है, और बाजार में बदलाव देखा जाता है। इस समय के बाद 15 तारीख से बाजार की गति बढ़ सकती है, जिससे बाजार में स्थिरता आएगी।
बाजार में विभिन्न राज्यों के प्याज का आगमन हो चुका है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, और एमपी सहित सभी राज्यों से प्याज आ रहे हैं। हालांकि, एमपी में प्याज का आयात कुछ कम हुआ है, इसकी वजह वहां की गुणवत्ता है, जबकि गुजरात और पुणे की गुणवत्ता बेहतर है। इसके बावजूद, बाजार में घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि 15 तारीख के बाद स्थिति स्थिर हो जाएगी। बाजार में उतार-चढ़ाव चलता रहेगा, लेकिन एक निश्चित सीमा के अंदर भाव रहेंगे। 25 से 30 रुपये के बीच भाव में थोड़ी बहुत बढ़त या कमी हो सकती है, लेकिन बाजार स्थिर रहेगा। 2025 में आने वाले समय में भी बाजार की स्थिति सामान्य रहेगी, और प्याज की आवक और मांग के हिसाब से भाव में बदलाव हो सकता है।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।