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7000 के करीब पहुँचे सरसों के भाव | रिपोर्ट में जाने सरसों की तेजी मंदी का पूरा हिसाब किताब

7000 के करीब पहुँचे सरसों के भाव | रिपोर्ट में जाने सरसों की तेजी मंदी का पूरा हिसाब किताब
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किसान साथियों पिछले कुछ दिनों से सरसों की बाजार में आई तेजी ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है। अप्रैल के महीने में जयपुर में सरसों का जो रेट 5200 चल रहा था वहाँ से उठकर आज 6500 रुपये प्रति क्विंटल के नजदीक पहुंच गया है। भरतपुर मंडी में कल शाम के अंतिम भाव 6011 तक होने की रिपोर्ट मिली है। 31 अगस्त बात प्लांटों के भाव की करें तो रेट 6950 का स्तर देखने के बाद शाम को 6900 के स्तर पर बंद हुआ। शाम को प्लांटों पर भाव के नर्म होने का कारण सरसों की आवक में बढ़ोतरी होना माना जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिनों से सरसों की आवक 2 लाख 50 हजार बोरी ke आसपास चल रही थी लेकिन सरसों में हाल फिलहाल की 300-400 की तेजी को देखने के बाद किसान अब अपनी सरसों को धीरे धीरे मंडियों में लाने लगे हैं। यही कारण है कि सरसों की दैनिक आवक पिछले एक हफ्ते में बढ़कर 3 लाख 50 हजार बोरी के पार हो गई है। सरसों की आवक को बढ़ते देख अब किसानो और व्यापारियों के मन में संदेह होने लगा है कि सरसों में तेजी की यह बयार भाव को और आगे लेकर जा सकती है या नहीं। अगर आप भी सरसों के किसान हैं या सरसों के व्यापारी हैं तो फिर यह रिपोर्ट आपके सवालों का उत्तर देने में काफी उपयोगी साबित हो सकती है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

पूरे हफ्ते में क्या हुई घट बढ़
किसान साथियों जैसा की हमने ऊपर बताया की यह हफ्ता सरसों के बाजार के लिए काफी तेजी लाने वाला था। पिछले शुक्रवार/शनिवार को सरसों के भाव जयपुर में 6200 प्रति क्विंटल और भरतपुर में 5800 के आसपास बने हुए थे। सोमवार को जब बाजार खुला तो भी सरसों के भाव कोई बड़ा उतार चढाव नहीं दिखा। जयपुर में भाव 6225 के लगभग रहे और भरतपुर में भी 5900 के आसपास घूमते रहे। इसी तरह से मंगलवार और बुधवार के दिन भी सरसों में कोई सुधार नहीं हुआ और भाव 10-15 रुपये टूटते ही दिखाई दिये। सरसों में तेजी की शुरुआत गुरुवार के दिन से हुई जब जयपुर में सरसों के भाव 6250 और भरतपुर में 5920 पर बंद हुए। उसके बाद तो जैसे सरसों में तेजी की आंधी सी चल पड़ी और दो दिन में ही सरसों के रेट ₹200 तक बढ़ गए इस समय जयपुर में सरसों के रेट 6450 भारतपुर में 6011 की आसपास चल रहे हैं। बात दिल्ली में लॉरेंस रोड की करें तो यहां पर सरसों का रेट ₹6225 का हो गया है, और सप्तह में इसमे लगभग ₹150 के आसपास की तेजी देखने को मिली है। उक्त सप्तह के दौरान सरसों की आवक ढाई लख बोरी से बढ़कर 3 लाख 50 हजार बोरी की हो गई है।

प्लांटों पर कितनी तेजी
पिछले सप्ताह आगरा में BP और शारदा प्लांट पर सरसों का भाव क्रमअश है 6475 और 6500 रुपए का चल रहा था जो की इस हफ्ते 6600 और 6650 रुपए तक पहुंच गया इसी तरह से अदानी, बूंदी और अलवर प्लांट पर सरसों का रेट जो की 6300 के आसपास चल रहा था अभी यहां प्रभाव 6450 के बोले जाने लगे हैं गोयल कोटा प्लांट की बात करें तो यहां पर पीछले सप्तह 6000 की भाव चल रही थी जो की आज 6275 प्रति क्विंटल के हो गए हैं। सबसे ज्यादा तेजी सलोनी प्लांट पर ई जहां पर सरसों के भाव ने 6950 का स्तर छू लिया। हालांकि शाम को ₹50 की गिरावट के बाद भाव फिर से 6900 के हो गए। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

हाजिर मंडियों में क्या रहा माहौल
किसान साथियों हाजिर मंडियों के सरसों के भाव का रूजन देखें तो पता चलता है की यहां पर सरसों लगभग 150-300 रुपए के आसपास तेज हुई है। पिछले शनिवार को आदमपुर मंडी में 41 लैब सरसों का रेट 5700 का चल रहा था जो की आज 6000 प्रति क्विंटल हो गया है। इसी तरह से ऐलनाबाद मंडी में सरसों के रेट जो कि टॉप क्वालिटी में 5663 के चल रहे थे, वे अब 5932 के हो गए हैं। बात नोहर मंडी की करें तो यहां पर भी सरसों का रेट 5700 से उठकर 6000 के आसपास हो गया है। अन्य मंडियों में भी समान रूझान देखने को मिला है।

विदेशी बाजारों की क्या रही दिशा दशा
दोस्तों यह हफ्ता तेल तिलहन के बाजार के लिए काफी अच्छा रहा। देसी बजारों से लेकर विदेशी बजारों तक तेलों के भाव में तेजी देखने को मिली। पिछले हफ्ते मलेशिया में पाम तेल का सितंबर वायदा भाव 3926 रिंगिट के आसपास चल रहा था जो की अभी 4076 के स्तर पर आ गया है इसमें लगभग 150 रिंगिट यानी कि 3.5% का उछाल देखने  को मिला है। इसी तरह से अमेरिका में सोया तेल के भाव भी तेज हुए हैं चीन के बाजार में भी पाम तेल और सोया तेल के भाव में ठीक-ठाक तेजी देखने को मिली है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

क्या और तेजी बाकी है
किसान साथियों जिस तरह से घरेलू बाजारों और विदेशी बाजारों में माहौल चल रहा है उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि सरसों का अभी तक ऊपरी स्तर नहीं आया है। मंडी भाव टुडे का मानना है कि सरसों में अभी 100 - 200 की तेजी आनी बाकी है। अगर सरकर खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ा देती है या फिर सोयबीन के किसानों को कुछ राहत दे देती है तो ऐसी कंडीशन में सोयाबीन के साथ साथ सरसों के भाव ₹500 तक भी बढ़ सकते हैं। आयात शुल्क ना बढ़ाने के केस में और तेजी लगातार आएगी ऐसा नहीं लगता। ऐसा कहने के पीछे कई करण है पहला तो यह कि सरसों की आवक धीरे-धीरे बढ़ रही है और यह अब 350000 बोरी के आसपास पहुंच चुकी है। सरसों में तेजी को देखते हुऎ अगर किसान ज्यादा मात्रा में अपने सरसों मंडी में लेकर आएंगे तो आवक का दबाव भाव पर बनना शुरू हो जाएगा। कहने का मतलब यह है कि जिन प्लांटों को इस समय क्वालिटी सरसों नहीं मिल रही थी उन्हें ज्यादा मात्रा में  मिलने लगेगी। भाव के तेज होने में सरसों की आवक का इस साल सबसे बड़ा हाथ रहने वाला है। अगर आवक 4 लाख बोरी के पार ना गई तो 6700 के भाव को अगला पड़ाव मानना चाहिए। किसान साथियो देखा जाए तो सरसों अपने निचले भाव 5200 से बढ़कर ₹6450 जयपुर में हो चुकी है। जो किसान साथी ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते हैं उन्हें यहां पर आधा माल निकल देना चाहिए। जो किसान भाई माल नहीं निकलना चाहते हैं उन्हें जयपुर में 6250 के स्तर को न्यूनतम मान कर चलना चाहिए। अगर बाजार इसके नीचे फिसलता है तो फिर सारा माल निकाल देना चाहिए। जब तक बाजार 6250 के उपर बना हुआ है डरने की ज्यादा जरूरत नहीं है। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।