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भरतपुर तेज जयपुर मंदा | सरसों में क्या है उठापटक | अगले हफ्ते में तेजी की संभावना | रिपोर्ट

Sarso me Teji

भरतपुर तेज जयपुर में मंदा | जाने सरसों बाजार में आज क्या क्या हुआ | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो इस हफ्ते में सरसों के बाजार में उठापटक का दौर जारी रहा। पूरे हफ्ते में सरसों में तेजी और मंदी दोनों ही रूझान बनते नजर आए। विदेशी बाजारों की कमजोरी और सरसों की बढ़ती आवक ने भाव पर प्रेशर बनाया । लेकिन मौसम खराब रहने के कारण सरसों में हुए नुकसान की खबरों ने बाजार को गिरने नहीं दिया । गनीमत यह रही कि 12 लाख के उपर की आवक के बावजूद भी सरसों में कोई बड़ी गिरावट नहीं हुई। आज की रिपोर्ट में हम पूरे हफ्ते की तेजी मंदी का विश्लेषण करेंगे WhatsApp पर भाव देखने के लिए ग्रुप जॉइन करें

पूरे हफ्ते में क्या क्या हुआ
किसान साथियो चालू हफ्ते में विदेशी बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। पाम तेल के भाव अपने पिछले 6 महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गए। मलेशिया मार्केट के साथ-साथ चीन और अमेरिकन बाजारों में भी खाद्य तेल के भाव गिरे। पाम तेल के एक हफ्ते में ही भाव 10 प्रतिशत से ज्यादा लुढ़क गए। इस सब के बावजूद भी सरसों में कोई बड़ी मंदी नहीं बनी। पिछले शनिवार को जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव ₹5675 चल रहे थे जो कि इस शनिवार भी 5650 पर बंद हुए हैं। सरसों तेल की बात करें तो सरसों तेल एक्सपेलर के भाव ₹10990 प्रति क्विंटल के थे जो कि इस शनिवार को ₹10810 प्रति क्विंटल के आसपास बंद हुए हैं इसमें लगभग ₹180 की कमजोरी जरूर दिखी है लेकिन विदेशी बाजारों के रुझान को देखते हुए यह मंदी कुछ खास नहीं है। सोमवार को भरतपुर में सरसों का भाव 5285 का खुला था जो कि शनिवार को मार्केट बंद होने की समय 5220 पर आ गया। पूरे हफ्ते में इसमें लगभग ₹65 की कमजोरी देखने को मिली है। सरसों के ताजा भाव 26 मार्च 2023

सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट किसान साथियो जिस तरह से बाजार का सेंटीमेंट बना हुआ है उसे देखते हुए सरसों में बड़ी कमजोरी आ सकती थी। शुक्रवार को सरसों उत्पादक राज्यों में जबरदस्त बारिश और ओलावृष्टि हुई है जिसके चलते सरसों में बड़ा नुकसान हुआ है और उत्पादन गिरने की संभावना है । एक अनुमान के अनुसार 20 से 25 लाख एकड़ में सरसों की फ़सल को नुकसान हुआ है। घरेलू फंडामेंटल के मजबूत होने के कारण सरसों विदेशी बाजारों के दबाव को झेल पा रही है। देखा जाए तो पिछले 2 महीने में सरसों के भाव गिरते-गिरते MSP के भी काफी नीचे चले गए हैं। यहां से आगे अब निचले भाव पर व्यापारियों की खरीद निकल रही है जिसके कारण सरसों के भाव को सहारा मिल रहा है। जिसके चलते गिरावट पर ब्रेक लगा है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि यहां से आगे सरसों में बड़ी गिरावट की संभावना कम है अगर सरसों के भाव यहां से नीचे जाते हैं तो सरसों में खरीद की पोजीशन बनाई जा सकती है। आने वाले हफ्ते में सरसों के उत्पादन के सही आंकड़े उपलब्ध हो जाएंगे जिसके बाद सरसों की सही दिशा दशा का सही सही अंदाजा लगाया जा सकेगा। व्यापार अपने विवेक से ही करें।