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सरसों में आया सीज़न का टॉप रेट । क्या और बढ़ेंगे रेट? सरसों को रोके या बेचे | पूरी रिपोर्ट

सरसों में आया सीज़न का टॉप रेट । क्या और बढ़ेंगे रेट? सरसों को रोके या बेचे  | पूरी रिपोर्ट
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किसान साथियो चालू सीज़न सरसों का उत्पादन घटने की खबरें सोशल मीडिया से लेकर व्हाट्सएप ग्रुपों में जोर-जोर से घूम रही है। बताया जा रहा है कि सीज़न की शुरुआत में सरसों का उत्पादन अनुमान 120 लाख टन के पार होने का सरकारी आंकड़ा सही नहीं है। तेल तिलहन के बड़े-बड़े जानकारी इस पर अपनी राय व्यक्त कर चुके हैं । मंडी भाव टुडे पर हम इस समय इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि वास्तव में सरसों का उत्पादन कितना है लेकिन इस बात पुष्टि के साथ कहा जा सकता है कि सरसों का उत्पादन अनुमानित आंकड़ों से काफी कम रहेगा। सही-सही उत्पादन का अंदाजा आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। उत्पादन कम रहने की खबरों से मार्केट में तेजी तो आ गई है लेकिन यह तेजी कितने टिकाऊ है इसकी जांच करना जरूरी है। हमारे बहुत सारे किसान भाई हैं जो इस समय सरसों को होल्ड करके बैठे हुए हैं उन्हें इस जानकारी का बेहद इंतजार है। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार की दिशा दशा का विश्लेषण करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों पिछले कुछ दिनों में सरसों 350 रुपये तक तेज हो गई है। इतनी तेजी आने के बाद सरसों में मुनाफा वसूली आना स्वाभाविक था। इसीलिए बुधवार को जब बाजार खुले तो सरसों के उपर मुनाफावसूली का दबाव देखने को मिला भी। जयपुर में सरसों ₹25 मंदी होकर 5700 के भाव पर खुली। भरतपुर मंडी में सरसों के भाव 40 रुपये फिसल कर 5360 पर आ गए थे। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों 25 रुपये टूटकर 5575 के भाव पर खुली। इसी तरह से प्लांट पर और हाजिर मंडियों में भी सरसों के भाव पर दबाव साफ दिख रहा था। लेकिन दोपहर होते-होते स्थिति फिर से बदलने लगी। तेल मिलो ने सरसों की खरीद बढ़ा दी इसके बाद भाव में सुधार होने लगा। शाम होते-होते सरसों के भाव ₹50 तक बढ़ गए अंतिम समाचार मिलने तक जयपुर में सरसों का अंतिम भाव 5725 दिल्ली लारेंस रोड पर 5600 और भरतपुर में 5400 के भाव फिर से बन गए। 2600 रुपये में अपने गेहूँ को बेचने के लिए लिंक पर क्लिक करे

प्लांटों पर क्या रहे भाव
ब्रांडेड तेल मिलो ने भी सुबह के सत्र में भाव कमजोर किए थे लेकिन शाम होते-होते भाव फिर से बढ़ गए। सलोनी प्लांट ने सरसों के भाव कमजोर कर भाव 6125 पर ला दिया था लेकिन शाम को फिर से ₹100 बढ़कर इस 6225 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंचा दिया। अन्य प्लांट की बात करें तो शारदा प्लांट पर सरसों का अंतिम भाव 6000 बीपी आगरा प्लांट पर 5975 अदानी बूंदी प्लांट पर 5700 अदानी अलवर प्लांट पर 5675 और गोयल कोटा प्लांट पर 5650 प्रति क्विंटल का रहा। बाजार की अच्छी बात कह रही की बाजार शाम को बढ़कर ही बंद हुआ।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में भी सुबह मंदी का माहौल दिख रहा था लेकिन शाम होते होते भाव ने तेजी पकड़ ली। च दादरी मंडी में सुबह में 40 लैब के मंडी भाव 5350 के थे जो कि शाम को 5400 रुपये प्रति क्विंटल हो गया इसी तरह से रेवाड़ी और भिवानी मंडी में भी सरसों के भाव 5400 से 5450 की रेंज में चल रहे हैं। इन मंडियों से मिल पहुंच भाव की बात करें तो यह 5550 रुपए प्रति कुंतल चल रहा है आदमपुर मंडी में कल सरसों का टॉप रेट 5501 का रहा जबकि सिरसा और ऐलनाबाद में भाव 5426 और 5300 के रहे। राजस्थान की मंडियों की बात करें तो नोहर मंडी में सरसों का रेट 5500, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का रेट ₹5323 श्री विजयनगर  किसान साथियोंमंडी में सरसों का टॉप रेट 5213 संगरिया मंडी में 40.62 लैब सरसों का भाव 5301 बीकानेर मंडी में सरसों का रेट 5401 पीली सरसों का भाव 7501 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का उच्चतम भाव 5369 और श्री गंगानगर मंडी में सरसों का टॉप रेट 5431 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।

तेल और खल का भाव
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में बुधवार को गिरावट दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 17 रुपये कमजोर होकर भाव 1,061 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 17 रुपये घटकर 1,051 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर आ गए। जयपुर में बुधवार को सरसों खल के भाव लगातार दूसरे दिन 2,750 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 6 लाख बोरियों की हुई, जबकि पिछले कारोबारी दिवस में आवक 5.75 लाख बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की 3.40 लाख बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 65 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 70 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 25 हजार बोरी तथा गुजरात में 20 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 80 हजार बोरियों की आवक हुई।

विदेशी बाजारों में क्या रहा रूझान
अन्य खाद्य तेल बाजारों में बढ़ती कीमतों और मजबूत निर्यात मांग की उम्मीद के कारण मंगलवार को शाम के सत्र में मलेशियाई पाम तेल वायदा में वृद्धि देखी गई। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर जुलाई डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में दिन के अंत में 39 रिंगिट यानी की 1.02 प्रतिशत की तेजी आकर भाव 3,854 रिंगिट प्रति टन हो गए। इस दौरान चीन के डालियान बाजार के सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध में 0.15 प्रतिशत की तेजी देखी गई, जबकि इसके पाम तेल वायदा अनुबंध स्थिर हो गया। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतें 0.58 प्रतिशत तेज हुई। कार्गो सर्वेक्षक एमस्पेक एग्री के अनुसार एक से 15 मई के दौरान मलेशिया से पाम तेल का निर्यात पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में घटकर 574,760 टन का ही हुआ है, जबकि अप्रैल की समान अवधि में इसका निर्यात 697,449 टन का हुआ था। विश्व बाजार में पाम तेल उत्पादों के दाम कमजोर होने के कारण मलेशिया से आगामी दिनों में इसके निर्यात में बढ़ोतरी की उम्मीद है। मलेशियाई रिगिंट डॉलर के मुकाबले 0.17 प्रतिशत मजबूत हुआ। 2600 रुपये में अपने गेहूँ को बेचने के लिए लिंक पर क्लिक करे

सरसों और बढ़ेगी या नहीं
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों पिछले दो सालों से लगातार सरसों के बाजार में मंदे का दलदल बना रहने के कारण व्यापारियों में आत्मविश्वास की कमी हो गई है। यही कारण है कि व्यापारी इस समय फूंक फूंक कर कदम उठा रहे हैं। इस समय बाजार को सरसों उत्पादन के सही डेटा का इंतजार कर रहे हैं। जैसा कि हमने पहले बताया कि सरसों के उत्पादन का सही-सही अंदर लगाना इस समय संभव नहीं है। इसलिए सरसों में आई इस तेजी के टिकाऊपन की पुष्टि नहीं की जा सकती। विदेशी बाजारों से भी कोई बहुत तगड़े संकेत नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में किसान साथियों को माहौल देखकर थोड़ा-थोड़ा माल निकालते रहना चाहिए। जो किसान भाई माल को होल्ड करके रखना चाहते हैं वह भी बाजार की चाल को निरंतर देखते रहे। जैसे ही सरसों का भाव नीचे की तरफ टर्न मारता है इस समय माल को निकाल देने में समझदारी है। चूंकि सरसों खरीदकर तेल बनाने और बेचने में अभी भी तेल मिलों को नुकसान हो रहा है ऐसे में मंडी भाव टुडे का मानना है कि सरसों में 6000 का भाव मिलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। यह इंतजार दिवाली तक का समय खींच सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।