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सोयाबीन के भाव बढ़ने के कितने चांस | अगर सोयाबीन का स्टॉक रखा हुआ है तो यह रिपोर्ट जरूर देख लें

सोयाबीन के भाव बढ़ने के कितने चांस | अगर सोयाबीन का स्टॉक रखा हुआ है तो यह रिपोर्ट जरूर देख लें
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयों सोयाबीन के भाव पिछले कुछ महीनों से लगातार दबाव में चल रहे हैं। ज्यादा दिन की बात नहीं हुई जब सोयाबीन के भाव 4900 की रेंज में चले गए थे लेकिन विदेशी बाजारों में लगातार गिरावट होने और बड़े स्तर पर निर्यात बढ़ने के कारण इस समय किसानो को 4000 से 4500 तक के भाव बमुश्किल मिल रहे हैं। बाजार में सोयाबीन को लेकर क्या सेंटीमेंट है और सोयाबीन का बाजार आगे चलकर किस तरफ करवट ले सकता है आज की रिपोर्ट में हम सोयाबीन के बाजार को प्रभावित करने वाले तथ्यों का विश्लेषण करके पता लगाने की कोशिश करेंगे। अगर आपने सोयाबीन का स्टॉक रखा हुआ है तो आपके लिए यह रिपोर्ट काफी उपयोगी हो सकती है।

विदेशों में सोयाबीन की कैसी है स्थिति
किसान साथियो सबसे पहले विदेशों में सोयाबीन की फ़सल की स्थिति की बात कर लेते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में सोयाबीन की बिजाई समाप्त होने के बाद फसल अभी विकास के विभिन्न चरणों में है। सोयाबीन की कटाई की तैयारी शुरू होने में कई सप्ताहों का समय बाकी है। हालांकि यह प्रश्न अभी मौजूद है कि क्या ऐसी कुछ परिस्थितियां मौजूद हैं जिनके कारण सोयाबीन का उत्पादन घट भी सकता है और बाजार सम्भल जाए।

अमेरिका से क्या मिल रही है रिपोर्ट
किसान साथियों अमेरिका का सोया बाजार भारतीय बाजारों को बड़े स्तर पर प्रभावित करता है। इसलिए वहां के हालचाल को जानना जरूरी है। अमेरिका में अगस्त का महीना सोयाबीन की फसल के लिए मौसम की दृष्टि से बनाने या बिगाड़ने वाला साबित होता है। फिलहाल कुल मिलाकर अमेरिका में मौसम की हालत काफी हद तक अनुकूल है और सोयाबीन की 68% फसल उत्साहवर्धक स्थिति में आकी जा रही है यदि अगस्त में मौसम गर्म एवं शुष्क रहा तो सोयाबीन की कीमतों को थोड़ा बहुत समर्थन मिल सकता है। दूसरा कारक अमेरिका कृषि विभाग USDA की मासिक रिपोर्ट है जो 12 अगस्त को जारी होने वाली है। हालांकि यह नियमित मासिक फसल समीक्षा रिपोर्ट होगी मगर इसमें अनेक पहलुओं को अपडेट किया जाएगा। फसल की स्थिति, प्रति हेक्टेयर उपज दर, उपज की क्वालिटी तथा स्टॉक की हालत आदि पर नई जानकारी सामने आएगी। उसके हिसाब से ही बाजार के चलने की उम्मीद है। तीसरा कारक निवेशकों एवं सटोरियों की वित्तीय दशा है जिस पर नजर रखने की आवश्यकता है। जुलाई के अंत में निवेशकों के पास 1.85 लाख से अधिक अल्पकालीन अनुबंध मौजूद रहने की संभावना है यदि बिक्री की गति तेज हुई तो वायदा मूल्य पर दबाव बढ़ सकता है। चौथा कारक अगस्त में सोयाबीन की निर्यात मांग है यह देखना आवश्यक होगा कि 2024 से 25 सीजन के उत्पादन से कितनी मात्रा में सोयाबीन का अग्रिम निर्यात अनुबंध होता है जिसकी डिलीवरी अक्टूबर में या उसके बाद की जाएगी। सोयाबीन को लेकर चीन की खरीद पर सबका ध्यान केंद्रित रहेगा।


सोयाबीन की आवक की क्या है स्थिति
दोस्तों अब हम आपको भारत में सोयाबीन के स्टॉक के बारे में जानकारी देंगे। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) के अनुसार चालू सीजन के आरंभिक 9 महीनों में यानि अक्टूबर 2023 से जून 2024 के दौरान मंडियों में कुल 98 लाख टन के लगभग सोयाबीन की आवक हुई जो 2022 से 2023 की 99 लाख टन की आवक के मुकाबले 1 लाख टन कम रही।

स्टॉक को लेकर क्या है अपडेट
सोपा की रिपोर्ट के अनुसार 2023 से 2024 के सीजन के दौरान सोयाबीन की कुल उपलब्धता 148.5 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है इसमें से 13 लाख टन का स्टॉक बिजाई के लिए उपयोग, शेष 135. 81 लाख टन सोयाबीन का क्रशिंग उपयोग तथा निर्यात उद्देश्य के लिए उपलब्ध रहेगी। इस 135. 81 लाख टन के स्टॉक में से 95 लाख टन की क्रशिंग हो गई है इसके अलावा 3.95 लाख टन का प्रत्यक्ष उपयोग तथा 6000 टन का निर्यात हुआ है। अनुमान यह है कि 1 जुलाई 2024 को किसानों मिलर्स एवं व्यापारियों के पास 36.321 सोयाबीन का स्टॉक बचा हुआ है।

सोयामील को लेकर क्या है अपडेट
अक्टूबर 2023 से जून 2024 के 9 महीनों के दौरान भारत ने 17.77 लाख टन सोया मील का निर्यात किया है। घरेलू प्रभाग में पशु आहार निर्माण उद्योग में 50.50 लाख टन तथा खाद्य उद्देश्य में 6.05 लाख टन सोया मील का उपयोग होने अनुमान है। 1 जुलाई 2024 को उद्योग के पास 2.45 लाख टन सोया डीसी का स्टॉक बचा हुआ है।

सोयाबीन के भाव  बढ़ने के कितने चांस
किसान साथियो सोयाबीन की डिमांड और सप्लाई के डाटा को देखें तो ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि बाजार में आगे तेजी रहने वाली है। हां यह बात जरूर है कि भाव अब 4 साल के निचले स्तर पर चल रहे हैं और MSP से काफी नीचे आ गए हैं। ऐसे में यहां से आगे बड़ी गिरावट भी नहीं दिखती। जिस तरह से विदेशी तेलों का आयात हो रहा है उसे देखते हुए सोयाबीन का भाव निकट भविष्य में तेजी होता नहीं दिख रहा। पिछले एक महीने में सोयाबीन के भाव 125 रुपये प्रति क्विंटल तक कमजोर हो गए हैं। व्यापरियों को उम्मीद है कि दिवाली का त्योहार आते आते थोड़े बहुत बाजार सम्भल सकते हैं। वर्तमान में सोयाबीन के भाव की बात करें तो कीर्ति प्लान्ट पर सोयाबीन के भाव पिछले 30 दिनों में 4740 से गिरकर 4600 पर आ चुके हैं। अगर कोटा मंडी की बात करें तो घटकर 4000 से 4475 प्रति क्विंटल पर आ गया है। अशोकनगर मंडी में सोयाबीन का रेट 4350 के आसपास उपर में बना हुआ है। सभी हालातों को देखते हुए आने वाले अगस्त माह में भी सोयाबीन की कीमतें बढ़ने की उम्मीद नहीं है सितम्बर अक्टूबर में सुधार की उम्मीद जरूर रहेगी । अगर आपको यह रिपोर्ट पसंद आयी है तो इसे दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।