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सोयाबीन में 5000 के भाव कब तक | जाने सोयाबीन की तेजी मंदी रिपोर्ट में

सोयाबीन में 5000 के भाव कब तक | जाने सोयाबीन की तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियो तेल तिलहन के बाजार कई दिनों से ऐसा माहौल बना हुआ है कि सोयाबीन के भाव में तेजी आयेगी । लेकिन ग्राउन्ड पर सोयाबीन में कोई तेजी नहीं दिख रही। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सोयाबीन के भाव 4300 से 4500 मंडियों रेंज में घूम रहे हैं। प्लांटों पर पहुँच भाव 4730 तक ही है। विदेशी बाजारों में तेजी आने के बाबजूद घरेलू बाजार के सेंटिमेंट में कोई बड़ा सुधार नजर नहीं आ रहा। शुक्रवार को सोयाबीन व्यापार के प्रमुख केंद्रों धुले, नंदुरबार, लातूर, हिंगोली, नांदेड़ पर सोयाबीन के भाव में मात्र 10 से लेकर 25 रुपये तक का ही सुधार देखने को मिला है। मजबूत अमेरिकी सोया कॉम्प्लेक्स में तेजी आने के बाद शनिवार को भारतीय सोयाबीन भावनाएं अपेक्षाकृत मजबूत रहीं। किसानों और स्टॉकिस्टों की मौजूदा भाव पर माल बेचने की अनिच्छा के साथ-साथ आवक में कमी ने कीमतों को समर्थन दिया जिससे यह सुधार बना है। हालांकि सोया डीओसी की कोई ख़ास मांग नहीं होने से सोयाबीन के भाव में तेजी सीमित रही। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे

घरेलू बाजार अपडेट
लातूर में सोयाबीन की कीमत 10 रुपये बढ़त के साथ 4730 रुपये प्रति क्विंटल  तक बोली गई।  सोलापुर को छोड़कर अन्य प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में भी इसी प्रकार 10-20  की तेजी दिखाई दी जिसे व्यापारिक कोट्स के सर्वेक्षण आंकड़ों से देखा जा सकता है।

अमेरिकी मे सोयाबीन में लगातार सुधार
व्यापारियों का कहना है कि शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सोयाबीन वायदा शुक्रवार को मजबूत हुआ, क्योंकि यू.एस. मिडवेस्ट में गर्म मौसम के पूर्वानुमान को लेकर फसल चिंताएं बढ़ गईं हैं। अगस्त सोयाबीन वायदा 8-1/2 सेंट बढ़कर 11.66-1/4 डॉलर प्रति बुशल पर बंद हुआ। सबसे अधिक सक्रिय नवंबर सोयाबीन वायदा 8-1/4 सेंट बढ़कर 11.29-3/4 डॉलर प्रति बुशल पर बंद हुआ। बात शिकागो में सीबीओटी की करें तो यहाँ दिसंबर सोयामील वायदा 3.30 डॉलर बढ़कर 332.50 डॉलर प्रति शॉर्ट टन पर बंद हुआ। सोया तेल में लगातार तेजी का रुझान बना हुआ है। सीबीओटी पर अगस्त सोया तेल वायदा 0.91 सेंट बढ़कर 49.55 डॉलर प्रति पाउंड पर बंद हुआ।

सोयाबीन की बुवाई 22% तक कमजोर
सोयाबीन के बड़े उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बुवाई इस बार बुवाई घटी है। कुल मिलाकर बुवाई 22% तक कमजोर बतायी जा रही है। इस घटोतरी का मुख्य कारण सोयाबीन के भाव का लगातार कम रहना बताया जा रहा है। पिछले दो साल से सोयाबीन के भाव लगतार पिट रहे हैं दूसरी तरफ सोया डीओसी के भाव पर भी दबाव है। किसान इस बार सोयाबीन की जगह मक्का की बुवाई को प्राथमिकता दे रहे हैं।

भारत में सोयाबीन की आवक
शुक्रवार को मंडियों में लगभग 290000 बोरी सोयाबीन की आवक हुई। मुख्य आवक में मध्य प्रदेश से आवक 1 लाख 40 हजार बोरी के आसपास और महाराष्ट्र की मंडियों में आवक 1 लाख 10 हजार के आसपास देखने को मिली है। इसके अलावा राजस्थान से आवक 20000 बोरी और अन्य राज्यों से भी लगभग इतनी ही आवक देखने को मिली है।

सोयाबीन में आगे क्या
कुछ प्रतिभागियों का मानना ​​है कि सोया डीओसी की कीमतों में गिरावट के सामने नियमित घरेलू आपूर्ति के बीच सोयाबीन की कीमतों में गिरावट आ सकती है, जबकि कई अन्य की राय अलग है।  अन्य का मानना है कि आने वाले समय में जिस तरह से विदेशी बाजारों में भाव बढ़ रहे है उसे देखते हुए जल्दी ही सोयाबीन के भाव 5000 के पार चले जाएंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले एक हफ्ते में शिकागो के CBOT पर सोया तेल का भाव 12% तक बढ़ा है। 28 जून के 44.07 सेंट से उठकर भाव 5 जुलाई को 49.55 तक आ चुका है। जबकि इसी अवधि में कांडला पोर्ट पर भाव 940 रुपये प्रति 10 किलो से बढ़कर 955 रुपये प्रति 10 किलो ही हुआ है। इसी एक हफ्ते में मलेशिया में पाम तेल के भाव 3.5 % तक बढ़े हैं। विदेशी बाजारों की तेजी को देखते हुए भारत में भी सोयाबीन के भाव बढ़ सकते है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।