सरकार की चना की सरकारी खरीद को बढ़ाने की तैयारी | क्या किसानों को मिलेगा राहत
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, सरकार जल्द ही राजस्थान से 5.46 लाख टन अतिरिक्त चना खरीदने की मंजूरी दे सकती है। पहले से ही 21.6 लाख टन चने की खरीद का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन अब सरकार अपने घटते भंडार को फिर से भरने के लिए खरीद बढ़ाने पर विचार कर रही है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक, राजस्थान सरकार ने इसके लिए प्रस्ताव भेजा है, जिसे जल्द मंजूरी मिल सकती है । इस बार चने की अच्छी फसल होने के कारण, सरकार मूल्य समर्थन योजना (PSS) के तहत किसानों से सीधे खरीद करेगी। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव whatsapp पर चाहिए तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे |
चना उत्पादन और कीमतों पर असर
• 2024-25 के लिए चना उत्पादन अनुमान 115 लाख टन है, जो पिछले साल के 110.3 लाख टन से अधिक है।
• तूर का उत्पादन भी 6% बढ़कर 35 लाख टन रहने की संभावना है।
• कोटा, राजस्थान में चने की कीमतें 5,300-5,600 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं, जो सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5,650 रुपये प्रति क्विंटल से कम है।
नई फसल की आवक और मार्च के अंत तक जारी रहने वाले ड्यूटी-फ्री आयात की वजह से चने की कीमतें नीचे बनी हुई हैं।
क्यों बढ़ाई जा रही है सरकारी खरीद?
सरकार के बफर स्टॉक की मात्रा तय मानकों से आधी रह गई है, इसलिए सरकारी एजेंसियों नेफेड (NAFED) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन (NCCF) को राज्यों के साथ मिलकर खरीद बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
क्या MSP से ऊपर भी खरीदेगी सरकार?
• अगर चना की कीमतें MSP से नीचे बनी रहती हैं, तो सरकार खरीद जारी रखेगी।
• अगर कीमतें MSP से ऊपर चली जाती हैं, तो कृषि मंत्रालय की ओर से खरीद संभव नहीं होगी।
• ऐसी स्थिति में उपभोक्ता मामलों का विभाग (Consumer Affairs Department) मूल्य स्थिरीकरण फंड (PSF) के तहत ऊंची कीमतों पर भी खरीद सकता है, ताकि खुले बाजार में बाद में इसे बेचकर कीमतों को नियंत्रण में रखा जा सके।
अन्य दालों की खरीद और आयात की स्थिति
सरकार ने इस सीजन में विभिन्न दालों की खरीद की मंजूरी दी है:
• तूर – 13.2 लाख टन
• मसूर – 9.4 लाख टन
• उड़द – 90,000 टन
• मूंग – 13,500 टन
चना आयात 31 मार्च तक बिना किसी शुल्क के जारी रहेगा, और सरकार जल्द ही यह तय करेगी कि इसे आगे बढ़ाया जाए या नहीं। यदि आयात जारी रहता है, तो कीमतों पर दबाव बना रह सकता है।
भारत दाल’ योजना और सरकारी भंडार की स्थिति
• सरकार ने जुलाई 2023 में ‘भारत दाल’ योजना शुरू की थी, जिसमें सरकारी चना स्टॉक को दाल में बदलकर सस्ते दाम पर बेचा गया।
• पहले चरण में 12 लाख टन चना दाल के रूप में बेची गई, और दूसरे चरण में 3 लाख टन अतिरिक्त चना जारी किया गया।
• अब चना स्टॉक खत्म होने के बाद, सरकार मूंग और मसूर की बिक्री कर रही है।
सरकार के पास कितना स्टॉक बचा है?
• मूंग – 7 लाख टन
• मसूर – 5.5 लाख टन
• बफर स्टॉक की जरूरत – 35 लाख टन
यानी, सरकार को अपने स्टॉक को फिर से भरने की सख्त जरूरत है। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव whatsapp पर चाहिए तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे |
क्या चना के भाव में सुधार होगा
• सरकार की अतिरिक्त खरीद से किसानों को MSP का लाभ मिल सकता है।
• अगर आयात जारी रहता है, तो चने के दाम पर दबाव बना रहेगा।
• MSP से नीचे कीमत रहने पर सरकारी खरीद जारी रहेगी, लेकिन MSP से ऊपर जाने पर सरकार खुली खरीद नहीं करेगी।
• बाजार में स्थिरता लाने के लिए सरकार नीतियों पर जल्द फैसला ले सकती है।
कुल मिलाकर, किसानों के लिए यह राहत की खबर है कि सरकार चना खरीद बढ़ा रही है, जिससे MSP से नीचे जाने की संभावना कम हो सकती है।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।