गेहूं बाजार पर सरकार की कड़ी नजर | 1 अप्रैल से लागू होंगे नए स्टॉक नियम
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों जैसा कि आप सबको पता है कि मार्च का महीना समाप्त होने वाला है लेकिन गेहूं के भाव कम होने का नाम नहीं ले रहे। पिछले पूरे साल गेहूं की महंगाई ने जनता का बुरा हाल किया था इसलिए सरकार अब चाहती है कि इस साल शुरुआत से ही सख्त निगरानी रखी जाए ताकि गेहूं के भाव को नियंत्रण में रखा जा सके। इसीलिए सरकार स्टॉक की जानकारी के लिए नोटिफिकेशन इशू किया है की 31 तारीख के बाद स्टॉक लिमिट खत्म हो जाएगी लेकिन जो भी गेहूं के स्टॉक होल्डर्स हैं उन्हें अपने स्टॉक का ब्यौरा देना होगा। सरकार चाहती है कि गेहूं के स्टॉक की जानकारी उनके पास अवेलेबल रहे ताकि समय रहते भाव को नियंत्रित किया जा सके। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट और रोजाना के भाव संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। गेहूं के भाव को लेकर सरकार एकदम सतर्क है और इसीलिए सरकार ने जहां एक तरफ मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में जल्दी खरीद शुरू हो चुकी है, तो दूसरी ओर 1 अप्रैल से सभी व्यापारिक इकाइयों के लिए गेहूं स्टॉक रिपोर्ट देना अनिवार्य कर दिया गया है। सरकार का साफ मकसद है जमाखोरी पर रोक, कीमतों पर नियंत्रण और किसानों को समय पर सही दाम।
पहले ही शुरू हुई सरकारी खरीद
हालांकि आधिकारिक पोर्टल पर अभी तक मध्य प्रदेश में खरीदी का डेटा दर्ज नहीं है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और कहती है। मध्य प्रदेश में 15 मार्च से अब तक करीब 1 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है, वहीं राजस्थान में 10 मार्च से 3,000 टन से ज्यादा खरीद हो चुकी है। केंद्र सरकार ने वहां 900 टन गेहूं की खरीद दिखाई है। जल्दी खरीद की इजाजत इसलिए दी गई क्योंकि इन राज्यों में फसल की शुरुआती आवक शुरू हो चुकी है।
स्टॉक लिमिट खत्म, लेकिन हर हफ्ते स्टॉक बताना जरूरी
सरकार ने 31 मार्च के बाद स्टॉक लिमिट को आगे न बढ़ाने का फैसला लिया है, लेकिन साथ ही 1 अप्रैल से देशभर में सभी व्यापारियों, थोक विक्रेताओं, खुदरा दुकानदारों (बड़ी चेन समेत) और प्रोसेसरों को हर शुक्रवार को अपने गेहूं स्टॉक की जानकारी Stock Management System पोर्टल पर अनिवार्य रूप से देनी होगी। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट और रोजाना के भाव संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।
1. जिनका रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर नहीं है, उन्हें तुरंत रजिस्टर होकर स्टॉक अपडेट शुरू करना होगा।
2. अगर भविष्य में खरीद धीमी रही तो स्टॉक लिमिट दोबारा भी लग सकती है, इसलिए व्यापारी भाइयों को सतर्क रहना होगा।
कितनी थी स्टॉक लिमिट
- ट्रेडर / थोक विक्रेता: पहले 3000 टन → अब घटकर 250 टन
- रिटेलर: पहले 5 टन → अब 4 टन प्रति दुकान
- बड़ी रिटेल चेन: प्रत्येक आउटलेट पर 4 टन, और गोदाम में कुल आउटलेट × 4 टन
- प्रोसेसर: पहले की तरह – मासिक क्षमता का 50% × शेष महीने
क्यों लिया गया ये फैसला?
देश में इस साल भी मांग तेज रहने की उम्मीद है। 2024-25 में सरकार ने 115 मिलियन टन (यानि 1150 लाख टन) उत्पादन का अनुमान लगाया है। वहीं Agmarknet पोर्टल के अनुसार 1 से 24 मार्च तक देशभर में 20 लाख टन से ज्यादा गेहूं की मंडियों में आवक हो चुकी है, जो पिछले साल इसी समय पर सिर्फ 15 लाख टन थी। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट और रोजाना के भाव संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। मध्य प्रदेश और राजस्थान में दिए गए बोनस से किसानों को अच्छा भाव मिल रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश में निजी व्यापारियों को एमएसपी से ऊपर दाम न देने की चेतावनी जारी की गई है। इससे साफ है कि सरकारी और निजी खरीद दोनों में तेजी आने की संभावना है।
गुणवत्ता मानकों में भी दी गई राहत
राजस्थान सरकार के आग्रह पर 10 मार्च से गेहूं खरीद के लिए गुणवत्ता के नियमों में भी ढील दी गई है:
- सिकुड़े और टूटे दाने: 6% से बढ़ाकर 20%
- क्षतिग्रस्त और थोड़ा क्षतिग्रस्त दाने: अधिकतम 6%
- चमक में कमी: 10% तक मंजूर
लेकिन इस शर्त पर कि ऐसा गेहूं राज्य में ही इस्तेमाल होगा और उसकी अलग से स्टॉकिंग करनी होगी। कोई नुकसान हुआ तो राज्य सरकार जिम्मेदार मानी जाएगी। सरकार का मकसद साफ है किसानों को सही दाम मिले, बाजार में जमाखोरी न हो और आम जनता को गेहूं की कमी न झेलनी पड़े। व्यापारी भाइयों को अब हर हफ्ते स्टॉक बताना होगा और खरीदी में पारदर्शिता बनाए रखनी होगी। बाजार में अभी भी भाव मजबूत हैं, ऐसे में समय पर कार्रवाई और सतर्कता से ही सभी को फायदा होगा।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।