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खाद्य तेलों के आयात को लेकर आयी अच्छी खबर | गलत तरीके से आयात पर कसेगा शिकंजा

खाद्य तेलों के आयात को लेकर आयी अच्छी खबर | गलत तरीके से आयात पर कसेगा शिकंजा
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयो भारत में नेपाल से रिफाइंड सोयाबीन तेल और पाम ऑयल की भारी मात्रा में आयात के कारण घरेलू रिफाइनर और तिलहन किसान गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र (साफ्टा) समझौते के तहत बिना किसी शुल्क के हो रहे इस आयात ने उत्तरी और पूर्वी भारत में भारी तबाही मचाई है और अब इसका असर दक्षिणी और मध्य भारत में भी दिखने लगा है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। इस अनियंत्रित आयात से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है और खाद्य तेल के घरेलू बाजार पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने इस स्थिति को देखते हुए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की थी, जिस पर अब सरकार ने कार्रवाई की है।

कस्टम विभाग से जारी हुआ नोटिफिकेशन
कस्टम विभाग ने 18 मार्च को एक अधिसूचना जारी की है, जिसके अनुसार अब आयातकों और निर्यातकों को रियायती शुल्क के तहत आयात की जाने वाली वस्तुओं के लिए 'प्रूफ ऑफ ऑरिजिन' जमा करना अनिवार्य होगा। पहले सिर्फ 'सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन' पर्याप्त था। यह बदलाव साफ्टा समझौते के नियमों के उल्लंघन को रोकने और सही जानकारी सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। इस कदम से नेपाल और अन्य सार्क देशों से आने वाले खाद्य तेलों की बाढ़ पर लगाम लगने की उम्मीद है।

भारत में तेजी से बढ़ रहा है नेपाल से खाद्य तेल का आयात
एसईए (सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन) ने चिंता जताई है कि नेपाल से खाद्य तेल का आयात तेजी से बढ़ रहा है और यह भारतीय रिफाइनिंग उद्योग और तिलहन किसानों के लिए गंभीर खतरा बन रहा है। शुरुआत में यह आयात छोटे पैमाने पर था, लेकिन अब यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। एसईए का आरोप है कि नेपाली व्यापारी साफ्टा (दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र) समझौते का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। वे विदेशों से सस्ता कच्चा तेल आयात करते हैं और इसे नेपाल में रिफाइन करके भारत में बिना किसी शुल्क के बेचते हैं। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। इससे भारतीय रिफाइनिंग उद्योग को भारी नुकसान हो रहा है, क्योंकि वे प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, तिलहन किसानों को भी नुकसान हो रहा है क्योंकि उन्हें अपनी फसलों के लिए उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। पहले यह समस्या उत्तरी और पूर्वी भारत में देखी जा रही थी, लेकिन अब दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में भी सस्ते आयातित तेल की बिक्री बढ़ रही है। इससे स्थानीय बाजारों में अस्थिरता पैदा हो रही है। भारत सरकार ने घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए खाद्य तेल के आयात पर उच्च शुल्क दरें लागू की थीं, लेकिन नेपाल से हो रहा यह सस्ता आयात सरकार के इस उद्देश्य को विफल कर रहा है। एसईए ने सरकार से इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करने और भारतीय रिफाइनिंग उद्योग और तिलहन किसानों के हितों की रक्षा करने का आग्रह किया है।

सरकार से ये मांग की थी एसईए ने
एसईए (सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष संजीव अस्थाना ने कहा कि दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र (साफ्टा) के तहत पाम तेल का शून्य शुल्क पर आयात भारतीय रिफाइनरों और किसानों दोनों के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस आयात से सरकार को हर महीने करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। यदि इस आयात को रोका नहीं गया, तो भारतीय पाम तेल उद्योग पूरी तरह से ध्वस्त हो सकता है। एसईए ने सरकार से साफ्टा के तहत शून्य शुल्क पर आयात को तुरंत रोकने और न्यूनतम आयात मूल्य (एमआईपी) लागू करने की मांग की है।

क्या कहा गया है अधिसूचना में
एसईए (SEA) की मांग पर वाणिज्य मंत्रालय ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके परिणामस्वरूप, कस्टम विभाग ने एक नई अधिसूचना जारी की है। इस नए नियम के अनुसार, आयातकों को 'प्रूफ ऑफ ऑरिजिन' के तहत यह साबित करना अनिवार्य होगा कि आयातित तेल वास्तव में उसी देश से आ रहा है जिसके साथ भारत का व्यापार समझौता है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। पहले, 'सर्टिफिकेट ऑफ ऑरिजिन' आसानी से प्राप्त हो जाता था, जिसके दुरुपयोग की शिकायतें मिल रही थीं। नया नियम आयातकों पर सख्ती बढ़ाएगा और गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई को आसान करेगा। बाकि व्यापार अपने विवेक से ही करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।