फरवरी के खाद्य तेलों के आयात के आँकड़े जारी | जाने किस तरह से बदल रहा है भारतीय बाजारों का समीकरण
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों , आप सब जानते हैं कि भारत अपनी खाद्य तेलों की जरूरतों के लिए विदेशों से आयातित तेल पर निर्भर है । लेकिन पिछले दो महीने से लगातार खाद्य तेलों के आयात में गिरावट देखने को मिल रही है । फरवरी 2025 में भारत का कुल खाद्य तेल आयात घटकर 8,85,561 टन पर आ गया, जो जनवरी 2025 के 10,07,551 टन और फरवरी 2024 के 9,58,852 टन के आयात से कम है। यह कमी मुख्य रूप से पाम तेल, सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के कम आयात के कारण हुई।
चार महीनों में कुल खाद्य तेल आयात बढ़ा
हालांकि, नवम्बर 2024 से फरवरी 2025 के शुरुआती चार महीनों में कुल खाद्य तेल आयात बढ़कर 46,69,075 टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 46,06,551 टन था। इसका मुख्य कारण नवम्बर 2024 में 15,90,301 टन और दिसम्बर 2024 में 11,85,662 टन खाद्य तेल का भारी आयात होना रहा।
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खाद्य तेल का स्टॉक और बंदरगाहों पर उपलब्धता
1 मार्च 2025 को भारतीय बंदरगाहों पर 8.70 लाख टन और पाइपलाइन में 10.04 लाख टन, कुल मिलाकर 18.74 लाख टन खाद्य तेल का स्टॉक था।
पिछले महीनों में स्टॉक की स्थिति इस प्रकार रही:
• फरवरी की शुरुआत में: 21.76 लाख टन
• जनवरी में: 25.01 लाख टन
• मार्च 2024 की शुरुआत में: 23.77 लाख टन
1 मार्च 2025 को भारतीय बंदरगाहों पर उपलब्ध 8.70 लाख टन खाद्य तेल में शामिल तेल:
• 2.20 लाख टन क्रूड पाम तेल
• 1.30 लाख टन आरबीडी पामोलीन
• 2.50 लाख टन क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल
• 2.70 लाख टन क्रूड सूरजमुखी तेल
फरवरी 2025 में खाद्य तेल आयात का विवरण
फरवरी 2025 में 1,07,949 टन रिफाइंड खाद्य तेल (मुख्यतः आरबीडी पामोलीन) और 7,77,612 टन क्रूड खाद्य तेल का आयात हुआ। कुल खाद्य तेल आयात में:
• रिफाइंड तेल की भागीदारी: 12%
• क्रूड तेल की भागीदारी: 88%
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खाद्य तेल आयात में बदलाव
दिलचस्प बात यह है कि पाम तेल का आयात पिछले तीन महीनों से 50% से नीचे बना हुआ है, जबकि सॉफ्ट खाद्य तेल (सोयाबीन और सूरजमुखी तेल) की भागीदारी 50% से ऊपर बनी हुई है।
फरवरी 2025 में अलग-अलग तेलों का आयात इस प्रकार रहा:
• पाम तेल: 3,73,549 टन
• सोयाबीन तेल: 2,83,737 टन
• सूरजमुखी तेल: 2,28,275 टन
किन देशों से हुआ खाद्य तेल आयात
नवम्बर 2024 से फरवरी 2025 के चार महीनों में भारत ने इन देशों से खाद्य तेल का आयात किया:
• इंडोनेशिया: 11,44,053 टन
• मलेशिया: 7,21,101 टन
• अर्जेंटीना: 10,86,442 टन
• ब्राजील: 2,74,423 टन
• रूस: 8,91,374 टन
इसके अलावा, शेष आयात थाईलैंड, यूक्रेन और अन्य देशों से हुआ।
बाजार में जारी रह सकता है उतार चढ़ाव
साथियों फरवरी 2025 में खाद्य तेल आयात में गिरावट जरूर दर्ज की गई, लेकिन नवंबर से लेकर फरवरी तक की तस्वीर देखें तो कुल आयात थोड़ा बढ़ा है। ट्रेंड यही रहा है कि पाम तेल का आयात घट रहा है, जबकि सोयाबीन और सूरजमुखी तेल की हिस्सेदारी बढ़ रही है। भारतीय बंदरगाहों और पाइपलाइन में खाद्य तेल का स्टॉक अब तक के निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिससे बाजार में आगामी महीनों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। आप देख ही रहे हैं कि इस साल सरसों का बाजार कितना उतार चढ़ाव दिखा रहा है । आयात घटने कि खबर के बाद से सरसों के बाजार ने रिकवरी जरूर दिखाई है लेकिन अभी सरसों का बाटम नहीं बना है । व्यापार अपने विवेक से करे
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।