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पीली मटर पर आयात शुल्क लगाने की मांग हुई तेज | उद्योग ने उठाई 50% कस्टम ड्यूटी की मांग

उद्योग ने उठाई 50% कस्टम ड्यूटी की मांग
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भारतीय दाल उद्योग और व्यापार क्षेत्र ने केंद्र सरकार से पीली मटर के आयात पर कम से कम 50% कस्टम ड्यूटी लगाने की मांग की है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पीली मटर का आयात मूल्य देश में चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के समकक्ष हो जाए। वर्तमान में सरकार ने 31 मई 2025 तक पीली मटर के आयात को शुल्क मुक्त कर रखा है, लेकिन उद्योग के विशेषज्ञों और किसान संगठनों का कहना है कि यह नीति घरेलू चना उत्पादकों के हितों को नुकसान पहुंचा रही है।

वर्ष 2024–25 के लिए चना का MSP ₹5,650 प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि पीली मटर का आयात मूल्य ₹3,400 से ₹3,550 प्रति क्विंटल के बीच है, जिससे यह देसी चने की तुलना में काफी सस्ती विकल्प बन गई है। ऐसे में मिलर्स व दाल कारोबारी पीली मटर की ओर झुक रहे हैं, जिससे चने की मांग और कीमत दोनों प्रभावित हो रहे हैं।

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पीली मटर के ड्यूटी फ्री आयात की सुविधा दिसंबर 2023 में शुरू की गई थी और इसे पिछले 18 महीनों में सात बार बढ़ाया गया है। इसका सबसे हालिया विस्तार मार्च 2025 की शुरुआत में हुआ था। अब जब देश में दालों की घरेलू आपूर्ति बेहतर हो रही है और बाजार कीमतों में गिरावट आ रही है, उद्योग का मानना है कि इस सुविधा को जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है।

India Pulses and Grains Association (IPGA) ने सरकार से जोरदार मांग की है कि कनाडा और रूस जैसे देशों से लगातार आ रही पीली मटर पर कम से कम 50% आयात शुल्क लगाया जाए। क्योंकि सस्ते आयात ने न सिर्फ चने के बाजार को दबाव में डाला है, बल्कि इससे किसानों की आय, दलहनी फसलों की मांग और अन्य दालों की बिक्री पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है।

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उद्योग विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यदि जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो चना की कीमतों में यह गिरावट और गहराई ले सकती है। इससे किसानों के लिए उत्पादन लागत निकालना मुश्किल हो जाएगा और आगामी सीजन में चने की बुवाई पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ेगा।

साथियो यह वह समय है जब देश में दालों की उपलब्धता सामान्य हो चुकी है।  दालों के भाव MSP के आसपास या थोड़े नीचे चल रहे हैं।  सब कुछ संतुलन में दिख रहा है, ऐसे में उद्योग जगत की राय है कि शुल्कमुक्त आयात नीति को समाप्त किया जाए और पीली मटर पर तत्काल प्रभाव से कम से कम 50% ड्यूटी लगाई जाए, ताकि देश के किसानों को उचित मूल्य मिल सके और घरेलू बाजार में संतुलन बना रहे।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।