जेवर एयरपोर्ट को यूपी के इन जिलों को सीधा जोड़ेगा यह एक्सप्रेस-वे | जाने किन जिलों को मिलेगा फायदा
दोस्तों उत्तर प्रदेश में तेजी से बदलते बुनियादी ढांचे के नक्शे में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। गंगा लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सीधे राज्य के पश्चिमी जिलों से जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 74.3 किलोमीटर होगी और इसकी चौड़ाई 120 मीटर रखी जाएगी। यह लिंक रोड बुलंदशहर और गौतम बुद्ध नगर जिलों के विभिन्न ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरेगी, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिलेगी। इस परियोजना के लिए यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPIDA) को आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र सौंप दिया है। इस स्वीकृति से न केवल कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी, बल्कि इससे भविष्य के औद्योगिक और आवासीय विकास की संभावनाएं भी खुलेंगी।
एलाइन्मेंट में क्या हुआ बदलाव
गंगा लिंक एक्सप्रेसवे की योजना को अमलीजामा पहनाने के दौरान एक बड़ा बदलाव एलाइन्मेंट में किया गया है। पहले का जो प्रस्तावित रास्ता था, वह नोएडा एयरपोर्ट के विस्तार योजना के तहत प्रस्तावित एमआरओ सेंटर (एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहालिंग सेंटर) की अधिगृहीत भूमि से होकर गुजर रहा था। एमआरओ सेंटर की रणनीतिक महत्ता को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने एलाइन्मेंट में परिवर्तन का सुझाव दिया था, जिसे यूपीडा ने स्वीकार कर लिया है। अब नया रूट इस सेंटर की जमीन से होकर नहीं गुजरेगा, जिससे एयरपोर्ट के विस्तार कार्यों में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी।
कहां से कहां तक होगा एक्सप्रेसवे का नया रूट
यूपीडा और यीडा की आपसी सहमति के बाद इस एक्सप्रेसवे का नया एलाइन्मेंट तय कर लिया गया है। अब यह लिंक रोड गंगा एक्सप्रेसवे के 44वें किलोमीटर बिंदु से शुरू होगा और यमुना एक्सप्रेसवे के 24.8 किलोमीटर पॉइंट पर आकर समाप्त होगा। यह मार्ग नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सेक्टर 21 (जहां फिल्म सिटी प्रस्तावित है) और औद्योगिक सेक्टर 28 के मध्य से होकर गुजरेगा। इस तरह, एक्सप्रेसवे 120 मीटर चौड़ी सड़क के ज़रिए यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।
नोएडा एयरपोर्ट से पश्चिमी यूपी का सीधा संपर्क
इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों—जैसे बुलंदशहर, मेरठ और आसपास के क्षेत्रों—का सीधा जुड़ाव नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हो जाएगा। इससे न सिर्फ लोगों को बेहतर यात्रा सुविधा मिलेगी, बल्कि माल और सेवाओं की आवाजाही भी सुगम हो जाएगी। लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में यह एक्सप्रेसवे एक गेमचेंजर साबित हो सकता है। व्यापार, पर्यटन और परिवहन से जुड़े हर क्षेत्र को इससे फायदा होगा। यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी दी कि एलाइन्मेंट को अंतिम रूप दे दिया गया है और यूपीडा को निर्माण कार्य शुरू करने की स्वीकृति मिल चुकी है।
औद्योगिक कॉरिडोर का विकास
इस महत्वाकांक्षी एक्सप्रेसवे परियोजना के साथ-साथ सरकार ने बुलंदशहर जिले में एक औद्योगिक कॉरिडोर विकसित करने की भी योजना बनाई है। गंगा लिंक एक्सप्रेसवे के समानांतर 7111 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिस पर उद्योगों के लिए विशेष सेक्टर बसाए जाएंगे। इसके बाद इन औद्योगिक सेक्टरों में भूखंडों का आवंटन कर, विभिन्न प्रकार की औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जाएगी। इससे न केवल स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि राज्य में निवेश का नया दौर भी शुरू हो सकता है। यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नक्शे पर एक प्रमुख केंद्र बन सकता है, जिससे आर्थिक गतिविधियों को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।