क्रिप्टोकरंसी के बाजार में हुआ बड़ा फेरबदल | 20% तक उछली यह क्रिप्टोकरंसी
दोस्तों हालिया डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो बाजार को लेकर कुछ ऐतिहासिक कदम उठाए है इसमे डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ एक ऐसा निर्णय लिया है, जिसने पूरी क्रिप्टो दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने बिटकॉइन, एथेरियम, XRP, सोलाना और कार्डानो को अमेरिका के रणनीतिक भंडार (Strategic Reserve) में शामिल करने की घोषणा की। इस फैसले ने निवेशकों को न केवल नए अवसर दिए हैं, बल्कि क्रिप्टो बाजार को एक नई ऊंचाई पर भी पहुंचा दिया है। बिटकॉइन की कीमत में 20% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे इसका मूल्य 94,154 डॉलर तक पहुंच गया। इसके अलावा, एथेरियम 2,482 डॉलर पर पहुंच गया, जबकि XRP में 38%, सोलाना में 20% और कार्डानो में 78% की वृद्धि दर्ज की गई। यह कदम अमेरिका की वित्तीय नीति में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन दर्शाता है, जिससे क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी समर्थन मिलने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इस घोषणा के बाद से, वैश्विक बाजार में भी हलचल मची हुई है, और निवेशक इस नीतिगत परिवर्तन को लेकर उत्साहित हैं।
व्हाइट हाउस क्रिप्टो समिट
ट्रंप प्रशासन शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण क्रिप्टो समिट आयोजित करने जा रहा है, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी नीतियों पर चर्चा होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समिट क्रिप्टो बाजार की दिशा तय कर सकती है। क्रिप्टो बाजार को लेकर लंबे समय से अनिश्चितता बनी हुई थी, लेकिन इस घोषणा के बाद निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ा है। इस समिट में क्रिप्टोकरेंसी के नियमन, टैक्स पॉलिसी, और सरकारी स्तर पर क्रिप्टो संपत्तियों के प्रबंधन से जुड़े अहम मुद्दों पर विचार किया जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई ब्रोकरेज फर्म Pepperstone के हेड ऑफ रिसर्च क्रिस वेस्टन ने कहा, "ट्रंप प्रशासन का यह कदम क्रिप्टो बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो इसे मंदी के दौर से बाहर निकालने में मदद करेगा।"
बाजार में तेजी के पीछे की रणनीति क्या ?
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर बताया कि उनके जनवरी के कार्यकारी आदेश (Executive Order) के तहत एक नया डिजिटल एसेट रिजर्व तैयार किया जा रहा है। इस रिजर्व में मुख्य रूप से बिटकॉइन और एथेरियम को शामिल किया जाएगा। इस निर्णय का प्रमुख उद्देश्य अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और क्रिप्टोकरेंसी को वित्तीय प्रणाली का अभिन्न हिस्सा बनाना है। विश्लेषकों का मानना है कि इस नीति के पीछे ट्रंप की रणनीति यह सुनिश्चित करना है कि अमेरिका क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्र में नेतृत्व बनाए रखे।
परंतु इस रणनीतिक भंडार के लिए आवश्यक धन कहां से आएगा, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इसके लिए सरकारी कोष का उपयोग किया जा सकता है, जबकि अन्य का मानना है कि यह धन सरकारी जब्ती में आई क्रिप्टो संपत्तियों से जुटाया जाएगा। यदि दूसरा विकल्प अपनाया जाता है, तो यह बाजार में नए पैसे के आगमन की बजाय केवल खाते बदलने जैसा होगा, जिससे निवेशकों की उम्मीदें थोड़ी कम हो सकती हैं। IG मार्केट एनालिस्ट टोनी सायकमोर के अनुसार, "इस घोषणा से बाजार को सकारात्मक संकेत जरूर मिला है, लेकिन इसकी असली प्रकृति और फंडिंग को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है।"
क्या क्रिप्टो बाजार नई ऊंचाइयों को छू सकेगा?
ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने की संभावना ने क्रिप्टो निवेशकों के बीच आशाएं जगा दी हैं। विश्लेषकों को उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन क्रिप्टो-फ्रेंडली नीतियों को आगे बढ़ाएगा, जिससे बिटकॉइन और अन्य डिजिटल मुद्राओं को कानूनी मान्यता मिल सकती है। हालांकि, इस घोषणा के बाद भी कुछ निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रह सकता है। आने वाले हफ्तों में, व्हाइट हाउस क्रिप्टो समिट से और स्पष्टता मिलने की उम्मीद है, जो यह तय करेगा कि यह तेजी कितनी देर तक बनी रहेगी।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।