यूपी में बनेंगे ये 7 एक्सप्रेस-वे | जाने किन इलाक़ों को होगा फायदा
साथियों उत्तर प्रदेश, जो भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण राज्य है, अब एक नए विकास की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। उत्तर प्रदेश में सड़क और परिवहन के क्षेत्र में होने वाले इन परिवर्तनों के कारण न केवल राज्य की इन्फ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) में सुधार होगा, बल्कि यह राज्य के भीतर और बाहर यात्रा की गति और सुरक्षा में भी गुणात्मक वृद्धि करेगा। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में 7 नए एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की घोषणा की, जो उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों को एक दूसरे से जोड़ने के साथ-साथ देश के प्रमुख शहरों और परिवहन नेटवर्क से भी संपर्क स्थापित करेंगे। इन सात एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल परिवहन के नेटवर्क को मजबूत करना है, बल्कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना, रोजगार सृजन करना और क्षेत्रीय विकास की गति तेज़ करना है। इन परियोजनाओं में कुल 50,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, और यह पूरे राज्य में एक व्यापक और समग्र बदलाव का हिस्सा बनेगा। इन एक्सप्रेस-वे का निर्माण राज्य के प्रमुख शहरों, जैसे लखनऊ, आगरा, वाराणसी, और प्रयागराज सहित कई प्रमुख क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। कुल मिलाकर, इन एक्सप्रेस-वे के जरिए प्रदेश के 56 जिलों को जोड़ने का कार्य किया जाएगा। यूपी सरकार की यह पहल राज्य के भीतर तेज़ और सुरक्षित यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराएगी और राज्य की सड़क यात्रा के समय को घटाएगी। इसके अलावा, इन एक्सप्रेस-वे से व्यापार, पर्यटन, और राज्य के विकास के अन्य क्षेत्रों में सुधार की उम्मीद भी की जा रही है। खास बात यह है कि यह एक्सप्रेस-वे सिर्फ राज्य के भीतर परिवहन के दायरे को बढ़ाएंगे, बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी को भी प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होंगे। आइए, जानते हैं इन सात एक्सप्रेस-वे के बारे में विस्तार से और यह कैसे आपके जिले के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
विन्ध्य एक्सप्रेस-वे
साथियों उत्तर प्रदेश में होने वाली इस सबसे बड़ी और अहम परियोजना में से एक है विन्ध्य एक्सप्रेस-वे। यह एक्सप्रेस-वे प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली, और सोनभद्र तक जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई लगभग 320 किलोमीटर होगी, और इसे बनने में लगभग 22,400 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण न केवल राज्य के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा की गति को बढ़ाएगा, बल्कि यह छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों से यूपी को जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाएगा। इस परियोजना के जरिए, विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिले एक दूसरे से आसानी से जुड़ सकेंगे। इसके अलावा व्यापारिक दृष्टिकोण से भी यह एक्सप्रेस-वे महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे वस्तुओं की ढुलाई और आवाजाही की गति में वृद्धि होगी, जो राज्य के आर्थिक विकास को तेज़ करेगा।
विन्ध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे
दोस्तों विन्ध्य एक्सप्रेस-वे से जुड़ा एक अन्य महत्वपूर्ण लिंक एक्सप्रेस-वे होगा विन्ध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे। यह लगभग 100 किलोमीटर लंबा होगा और गाजीपुर तक चलेगा। इस एक्सप्रेस-वे का उद्देश्य गाजीपुर जैसे महत्वपूर्ण पूर्वी जिलों को मुख्य एक्सप्रेस-वे नेटवर्क से जोड़ना है। इसके माध्यम से गाजीपुर के लोग अब अन्य प्रमुख शहरों जैसे वाराणसी और प्रयागराज तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे उनके लिए व्यापार और रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे। वहीं, इस लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पहले से ही बड़े पैमाने पर काम हो चुका है, और यह परियोजना उन जिलों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आएगी जो अभी तक बेहतर कनेक्टिविटी से वंचित थे।
लखनऊ लिंक एक्सप्रेस-वे
साथियों लखनऊ, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी है, हमेशा से एक प्रमुख शहर रहा है। लखनऊ लिंक एक्सप्रेस-वे का उद्देश्य लखनऊ को पूर्वांचल और आगरा एक्सप्रेस-वे से जोड़ना है। यह एक्सप्रेस-वे लगभग 50 किलोमीटर लंबा होगा और इस पर 4,200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लखनऊ को इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से सीधे अन्य प्रमुख शहरों और जिलों से जोड़ने का लक्ष्य है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से राजधानी लखनऊ में यात्रा का समय बहुत कम हो जाएगा और यह प्रदेश के अन्य हिस्सों से लखनऊ की कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाएगा। इसके अतिरिक्त, लखनऊ में बढ़ती जनसंख्या और यातायात दबाव को भी कम करने में यह एक्सप्रेस-वे मददगार साबित होगा।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे
दोस्तों चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे राज्य सरकार की एक और महत्वपूर्ण परियोजना है, जो बुंदेलखंड क्षेत्र को जोड़ने का कार्य करेगी। यह एक्सप्रेस-वे लगभग 120 किलोमीटर लंबा होगा और बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों को एक दूसरे से जोड़ने में मदद करेगा। बुंदेलखंड क्षेत्र लंबे समय से विकास की दृष्टि से पीछे था, लेकिन अब इस एक्सप्रेस वे के बनने से इस क्षेत्र में उन्नति की उम्मीदें जागी हैं। इस परियोजना के माध्यम से न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि स्थानीय कृषि और उद्योग के लिए भी नए रास्ते खुलेंगे। इस एक्सप्रेसवे के बनने से चित्रकूट के स्थानीय निवासियों के साथ-साथ उसके आसपास के इलाकों के युवाओं को भी रोजगार के नए अवसर प्रदान होंगे। इसके अतिरिक्त इस एक्सप्रेसवे की बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से क्षेत्र में व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे
साथियों झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड क्षेत्र को एक नए अवसर की दिशा में ले जाने वाला है। यह एक्सप्रेस-वे लगभग 100 किलोमीटर लंबा होगा और बुंदेलखंड के प्रमुख शहरों और जिलों को जोड़ने का कार्य करेगा। झांसी का महत्व बढ़ने के साथ-साथ इस एक्सप्रेस-वे से स्थानीय निवासियों को राजधानी लखनऊ और दिल्ली-NCR तक आसानी से पहुंचने का मौका मिलेगा। झांसी एक्सप्रेस-वे के निर्माण से न केवल स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी तेजी आएगी। झांसी-जालौन लिंक एक्सप्रेसवे, उत्तर प्रदेश के झांसी और जालौन शहरों को जोड़ने वाला एक एक्सप्रेसवे है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से बुंदेलखंड का औद्योगिक इको सिस्टम बदल जाएगा।
जेवर लिंक एक्सप्रेस-वे
दोस्तों जेवर लिंक एक्सप्रेस-वे का उद्देश्य जेवर एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ना है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई लगभग 76 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे के बनने से जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली-NCR और अन्य राज्यों से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए यात्रा का समय कम हो जाएगा। इसके जरिए लोग अब जल्दी और आसानी से एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे का निर्माण औद्योगिक क्षेत्र में भी काफी महत्वपूर्ण साबित होगा, साथ ही जेवर एयरपोर्ट के आसपास के आवासीय क्षेत्र के निवासियों के लिए भी यह एक्सप्रेस-वे अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे लिंक रोड
गंगा एक्सप्रेस-वे लिंक रोड प्रयागराज से मेरठ तक के मुख्य एक्सप्रेस-वे नेटवर्क को जोड़ने का कार्य करेगा। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 594 किलोमीटर है। शुरुआत में गंगा एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा, लेकिन बाद में इसे आठ लेन का किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे की गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा निर्धारित की जाएगी। साथ ही दोनों तरफ के लेन की चौड़ाई लगभग 130 मीटर की जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे के जरिए यात्रा के समय में कमी आएगी और राज्य के प्रमुख शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी। इसके अलावा इस एक्सप्रेस-वे पर दो महत्वपूर्ण नदियों गंगा और रामगंगा पर पुल का निर्माण किया जाएगा।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।